ई़़डी अधिकारियों पर हमले के आरोपी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता शाहजहां शेख के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। उस पर आरोप है कि उसके इशारों पर ही ईडी की टीम पर हमला किया गया। यह भी आशंका जताई जा रही है कि वह बांग्लादेश भाग गया है। उसने कल शाम एक रिकार्डेड संदेश भी जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि वह बेकसूर है। वहीं, पंश्चिम बंगाल पुलिस ने ईडी अधिकारियों के खिलाफ ही मामला दर्ज किया है।
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखली में करीब एक हजार लोगों की भीड़ ने ईडी की टीम पर हमला किया था। हमले में ईडी के तीन अधिकारी घायल हो गए थे और कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे। ईडी की टीम शाहजहां शेख से राशन वितरण घोटाले में पूछताछ करने पहुंची थी, तभी टीम पर हमला हुआ था। टीएमसी नेता शेख के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी कर दिया गया है। भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण को आवश्यक निर्देश भेज दिए गए हैं।
बंगाल पुलिस ने ईडी के खिलाफ ही दर्ज की प्राथमिकी
पश्चिम बंगाल पुलिस ने शनिवार को प्रवर्तन निदेशक (ईडी) के उन अधिकारियों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की है, जिन पर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने हमला किया था। उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां के आवास पर छापेमारी और तलाशी अभियान के दौरान शुक्रवार को उनपर हमला हुआ था। शाहजहां के व्यवसाय से जुड़े एक कर्मचारी द्वारा स्थानीय नज़ात पुलिस स्टेशन में ईडी अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई जिसे पुलिस ने एफआईआर में तब्दील कर दिया है। इसमें उन्होंने दावा किया है कि केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने किसी भी प्रकार का तलाशी वारंट प्रस्तुत किए बिना अनधिकृत तरीके से तृणमूल कांग्रेस नेता के आवास के दरवाजे तोड़ने की कोशिश की। शुक्रवार सुबह ईडी अधिकारियों पर हुए हमले में उनके तीन अधिकारी घायल हो गए और उनके मोबाइल फोन, लैपटॉप और वॉलेट जैसे निजी सामान भी लूट लिए गए।
ईडी ने दावा किया है कि उनके अधिकारियों और उनके साथ आए सीएपीएफ कर्मियों पर हजार पुरुषों और महिलाओं के एक समूह ने हमला किया था। राज्य पुलिस सूत्रों ने बताया कि इस मामले में नज़ात पुलिस स्टेशन में कुल तीन एफआईआर दर्ज की गई हैं। एक जहां केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों के खिलाफ है, वहीं दूसरी एफआईआर ईडी ने हमले का विवरण देते हुए दर्ज की है। उस एफआईआर के साथ, ईडी के अधिकारियों ने सबूत के तौर पर हमलों पर कुछ वीडियो क्लिपिंग भी उपलब्ध कराई हैं। तीसरी घटना हमले की जगह का सर्वेक्षण करने के बाद जिला पुलिस द्वारा दर्ज की गई स्वत: संज्ञान वाली एफआईआर है। जिला पुलिस ने बताया कि ईडी और उसके खिलाफ दर्ज दोनों एफआईआर पर जांच शुरू हो गई है।
हमले के समय घर पर ही था तृणमूल नेता शाहजहां शेख, एजेंसी ने कहा- जान से मारने के इरादे से हमले
छापेमारी करने गए ईडी अधिकारियों पर संदेशखाली में हुए हमले के सिलसिले में शुक्रवार देर रात ईडी अधिकारियों ने शिकायत दी है। केंद्रीय एजेंसी की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि तृणमूल नेता शेख शाहजहां के उकसावे पर लोगों ने ईडी अधिकारियों को जान से मारने के इरादे से हमले किए। एजेंसी ने कहा है कि हमले के समय मोबाइल फोन लोकेशन के मुताबिक शाहजहां शेख घर के अंदर था और उसी के कहने पर करीब एक हजार लोग हमले के लिए बाहर आए।
शुक्रवार देर रात जारी आधिकारिक बयान में एजेंसी ने कहा कि उसकी तरफ से आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए स्थानीय पुलिस में शिकायत दी गई है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को कहा कि ईडी के अधिकारी पश्चिम बंगाल में तृणमूल नेता के आवास पर छापे के दौरान भीड़ द्वारा उनके सहयोगियों पर किए गए हमलों पर रिपोर्ट के दो सेट तैयार कर रहे हैं। रिपोर्ट शनिवार शाम तक ईडी के नयी दिल्ली कार्यालय को भेज दी जाएगी और उनकी अगली कार्रवाई का फैसला वहां उनके वरिष्ठ अधिकारी करेंगे।
ईडी की टीम पर शुक्रवार को उस वक्त हमला किया गया था, जब राशन वितरण घोटाले के सिलसिले में उत्तर 24 परगना स्थित संदेशखली में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता शेख शाहजहां के आवास पर तलाशी लेने गई थी। एजेंसी ने कहा, ‘ईडी अधिकारियों के कर्तव्य निर्वहन करने के दौरान उनपर भीड़ (संदेह है कि शेख और उनके सहयोगियों के उकसावे पर) ने हमला किया। जिसमें तीन अधिकारियों को गंभीर चोटें आईं, क्योंकि भीड़ जान लेने के मकसद से ईडी अधिकारियों की ओर बढ़ रही थी।’
ईडी ने बताया कि घायल अधिकारियों का अस्पताल में इलाज हो रहा है। अन्य अधिकारियों को अपनी जान बचाने के लिए तलाशी लिये बगैर मौके से भागना पड़ा, क्योंकि भीड़ ‘बहुत हिंसक’ हो गई थी और यहां तक कि उसने अधिकारियों का पीछा भी किया।
लैपटॉप, फोन, पर्स छीना
ईडी की तरफ से बताया गया कि ‘भीड़ ने ईडी अधिकारियों के मोबाइल फोन, लैपटॉप, नकदी, बटुआ आदि जैसी निजी और सरकारी वस्तुएं भी छीन या लूट लीं। दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी और आवश्यक कार्रवाई के लिए क्षेत्राधिकार रखने वाले पुलिस थाने में जरूरी शिकायत दी गई।’तलाशी टीम जैसे ही शेख के आवास पर पहुंची, दरवाजा अंदर से बंद पाया गया और उन्होंने इसे खोलने से इनकार कर दिया। एजेंसी के अधिकारियों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कर्मियों की मदद से दरवाजा खुलवाने की कोशिश की।
घर के अंदर था शाहजहां
उस वक्त उनके मोबाइल फोन के लोकेशन से यह संकेत मिला कि शाहजहां शेख घर के अंदर ही था। इसके बाद, आधे घंटे के अंदर करीब 800 से 1000 व्यक्तियों की भीड़ ने ईडी की टीम की ओर बढ़ना शुरू कर दिया। भीड़ में शामिल लोगों के हाथों में लाठी, पत्थर, ईंट आदि थी। उन्होंने ईडी अधिकारियों और सीआरपीएफ कर्मियों को घेर लिया। अचानक भीड़ ने ईडी अधिकारियों और सीआरपीएफ कर्मियों पर हमला करना शुरू कर दिया, उनपर पथराव किया तथा अधिकारियों और सीआरपीएफ के 27 कर्मियों पर लाठियों से हमला किया। भीड़ ने अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों के वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
(इनपुट सिंडिकेट फीड)
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