राम मंदिर बन जाने के बाद अयोध्या की भव्यता तो बढ़ेगी ही, साथ ही पूरे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में भी बदलाव आएगा। हर सेक्टर में नई संभावनाएं पैदा होंगी। पूरी दुनिया से लोग यहां पर भगवान राम और माता सीता के दर्शन के लिए आएंगे। इससे यहां पर काफी बदलाव आएगा।
यह बात हम नहीं अयोध्या के निवासी व्यापारी कह रहे है। जब “पाञ्चजन्य” की टीम अयोध्या पहुंची तो स्टेशन पर मिले ऑटो ड्राइवर अजीत कुमार मिश्रा ने बताया कि आज अयोध्या हर तरह से सुसज्जित दिख रहा है। आज लोगों की आमदनी भी बढ़ गयी है। आज यहां पर देश-विदेश के लोग आ रहे हैं। अभी यहां पर इतना भीड़ है कि लोगों को पैदल भी चलना मुश्किल हो गया है। अभी तो अयोध्या मंदिर लोगों के लिए खुला भी नहीं तब तो इतना भीड़ है। खुलने के बाद धीरे धीरे सड़क वगैरह और बनाने की आवश्यकता होगी। पहले अयोध्या के विकास पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। आज अयोध्या में चारो तरफ से विकास ही विकास दिखायी दे रहा है। पहले के नेता अपना अपना पेट भरते थे योगी जी के सरकार आते ही सबका पेट भरने का कार्य कर रहे हैं।
अजित ने आगे चर्चा करते हुए बताया कि आज अयोध्या में ऐसा वातावरण हो गया है जिससे यहां की गरीब जनता भी सुखी से रह रहा है। सभी लोगों को रोजगार मिल रहा है। अब यहां के लोग बेरोजगार नहीं हैं। यहां पर जितने अधिक संख्या में पर्यटक आएंगे लोगों को उतना ही आमदनी बढ़ेगी। यहां पर हिन्दू मुस्लिम आपस में सौहर्दपूर्ण तरीके से अपना अपना रोजगार कर रहे हैं। यहां पर प्रशासन चुस्त और कानून व्यवस्था दुरुस्त है। अयोध्या में विकास देखकर सभी जाति धर्म के लोग खुशहाल हैं। मोदी योगी जी की जोड़ी बनी रहे। अयोध्या में सभी गरीब के लिए पक्के मकान दिये। अयोध्या का चहुंमुखी विकास हो रहा है। अयोध्या में कुंडों की हालत पहले बहुत जर्जर हो चुकी थी। वहीं आज जितने भी कुंड हैं उन सभी का पुर्नउत्थान हुआ है।
अयोध्या प्रवास के दौरान पाञ्चजन्य ने व्यपारी वर्ग से भी बात की। व्यापारी केके त्रिपाठी और सूरज गुप्ता से बात की दोनों युवा वर्ग के व्यापारी है. और लगभग 30 वर्ष से अयोध्या में रह रहे है। केके त्रिपाठी और सूरज गुप्ता ने कहा कि पांच साल में अयोध्या पूरी तरह से बदल गया। ग्रेटर नोएडा से भी खुबसूरत हमारी अयोध्या जी लगने लगी हैं।
उन्होंने कहा प्राचीन युग में जब राजा विक्रमादित्य जी अयोध्या जी सजाए थे। आज मोदी युग में पुनः अयोध्या को को उससे भी खुबसूरत सजाया जा रहा है। अब अयोध्या में जो कई आता है उसे लगता है जैसे राम युग में आ गया हो। निर्माणाधीन मंदिर को देखकर तो ऐसा लगता है कि साक्षत प्रभु श्रीरामजी आ गए। आज अयोध्या में जो हो रहा है उससे पूरे सनातन को लाभ मिलेगा। ऐसा प्रतीत होता है जैसे हमारे देश में रामराज्य आ जाएगा। अयोध्या वासियों को पूरी उम्मीद है कि प्रभु श्रीराम के आशीर्वाद से जल्द हमारा देश विश्वगुरू बन जाएगा।
चर्चा के दौरान केके त्रिपाठी ने कहा कि श्रीराम मंदिर तो बहुत पहले बन ही जाना चाहिए था लेकिन राजनीतिकरण के कारण अभी तक नहीं बन पाया था। आज पूरे विश्व में भारत एकमात्र सनातन धर्म का देश है। हमारे देश में सवा सौ करोड़ हिन्दू हैं। आज अयोध्या का दो सौ गुना विकास हो गया। सभी की आमदनी पांच गुना बढ़ गई है। जहां हम आज से पांच साल पहले 600 रूपया कमाते थे और आज 5000 से 10,000 रूपए प्रतिदिन की आमदनी हो रही है। इसका कारण यही है कि आज अयोध्या में देश विदेश के लोग आते हैं।
पहले यहां पर केवल एक दो ही धर्मशालाएं हुआ करती थीं लेकिन आज अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लेकर कई शानदार होटल बन गए हैं. मोदी और योगी सरकार द्वारा रेलवे लाइन और सड़क इत्यादि से अयोध्या को पूरे देश से जोड़ा जा रहा है। इससे यहां के सभी व्यापारियों को फायदा होने लगेगा। अब यहां पर अयोध्या के चारो तरफ या यूँ कहें सैकड़ों किलोमीटर तक लोगों को व्यापार बढ़ जाएगा। इससे अपितु अयोध्या ही नहीं बल्कि आस पास के जनपदों को भी फायदा मिलेगा। जितना तेजी से अयोध्या के चारो तरफ विकास की लहर दौड़ पड़ी है ऐसा शायद दुनिया में कहीं नहीं हुआ होगा। ये मोदी और योगी जी के राज में होना तय था। ये सभी प्रभु श्रीराम की कृपा से संभव हो पाया है।
अब समझिए अयोध्या जी का ‘अर्थ तंत्र
मंदिर विकास की प्रक्रिया को दो मुख्य भागों में विभाजित किया जा सकता है। निर्माण और मंदिर के आसपास की अर्थव्यवस्था का विकास।
1. मंदिर निर्माण आधिकारिक तौर पर 5 अगस्त, 2020 को शुरू हुआ।
2. मंदिर परिसर के निर्माण में 3500 श्रमिक शामिल हैं।
3. 390 खंभों पर विशेष कारीगर काम कर रहे हैं। प्रत्येक स्तंभ में लगभग 30 मूर्तियाँ हैं और ओडिशा के कलाकार इन पर काम कर रहे हैं।
4. ये कारीगर 100 भित्ति चित्रों पर प्रभु श्री राम के पूरे जीवन को दर्शाएंगे।
5. निर्माण की कुल लागत लगभग 1800 करोड़ रुपये होने का अनुमान है।
अयोध्या की वर्तमान जनसांख्यिकी और पर्यटक आगमन
1. अयोध्या की जनसंख्या- 5.5 लाख
2. राम मंदिर के आसपास समग्र विकास से जनसंख्या 12 लाख तक बढ़ने की उम्मीद है।
3. अयोध्या में पर्यटकों का आगमन
(क) 2017-1.5 करोड़ पर्यटक
(ख) 2019-2 करोड़
(ग) 2022-2.20 करोड़ से अधिक पर्यटक
4. सरकार को उम्मीद है कि राम मंदिर का निर्माण और विकास कार्य पूरा होने पर 2024 तक अयोध्या का पर्यटन दस गुना बढ़ जाएगा
5. ट्रस्ट के मुताबिक, फिलहाल हर दिन करीब 15,000 से 20,000 श्रद्धालु अयोध्या आ रहे हैं और उम्मीद है कि जनवरी 2024 में राम मंदिर भक्तों के लिए खोले जाने के बाद यह आंकड़ा 1 लाख तक बढ़ जाएगा।
अयोध्या में प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाएं
सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में 260 परियोजनाओं को लक्षित करते हुए 32,000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया है। इस अनुभाग में कुछ प्रमुख परियोजनाएँ सूचीबद्ध हैं।
मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा
बजट- परियोजना का पहला चरण लगभग 330 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया जा रहा है। जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री मोदी द्वारा आगामी 30 दिसंबर को पीएम मोदी द्वारा किया जाएगा।
अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा के पहले चरण में 6,250 वर्ग मीटर क्षेत्र के साथ एक नया अंतरिम-टर्मिनल भवन शामिल है। इसका टर्मिनल 600,000 यात्रियों की वार्षिक प्रबंधन क्षमता के साथ पीक आवर्स के दौरान 300 यात्रियों को संभालने में सक्षम होगा।
विश्व स्तरीय बस स्टेशन
बजट – 400 करोड़ रुपये
नया बस टर्मिनल लखनऊ गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग के अयोध्या बाईपास पर अयोध्या धाम बस स्टेशन के पीछे 9 एकड़ भूमि पर बनाया जा रहा है। इसे कई चरणों में विकसित किया गया है। बस अड्डे पर अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर सौंदर्यीकरण भी कराया गया है। यहां दूसरे राज्यों से आने वाले यात्रियों के लिए तमाम जरूरी सुविधाएं मिलेंगी। इस स्टेशन से अयोध्या और प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों के बीच बसें चलाई जाएंगी।
अयोध्या रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास
बजट – अनुमानित लागत 240 करोड़ रुपये से अधिक
नए तरीके से विकसित अयोध्या रेलवे स्टेशन का भवन मंदिर की तर्ज पर विकसित किया गया है। पुनर्विकसित स्टेशन में शॉपिंग मॉल, कैफेटेरिया, मनोरंजक सुविधाएं और पर्याप्त पार्किंग स्थल सहित सभी आधुनिक यात्री सुविधाएं होंगी। इसका भी उद्घाटन पीएम मोदी आगामी 30 दिसंबर को करने वाले है।
स्थिति – इसके कार्य को 15 जनवरी 2024 तक पूरा किया जाना है।
84 कोसी परिक्रमा मार्ग का विकास
बजट – 4200 करोड़ रुपये
84 कोसी परिक्रमा मार्ग को NH-227B के नाम से भी जाना जाएगा। 4200 करोड़ की यह परियोजना बस्ती, अयोध्या, अंबेडकर नगर, बाराबंकी और गोंडा समेत पांच जिलों से होकर गुजरेगी।
स्थिति – डीपीआर स्वीकृत
लक्जरी क्रूज सेवा – जटायु
बजट – 11 करोड़ रुपये
यह क्रूज गुप्तार घाट से नया घाट तक यात्रियों को लेकर सरयू नदी पर चलेगा। क्रूज़ की अधिकतम क्षमता 100 यात्रियों की है और आम तौर पर यह एक समय में 70-100 लोगों को ले जाएगा।
स्थिति – 8 सितंबर, 2023 को प्रारंभ
सोलर सिटी
बजट – 317 करोड़ रुपये
परियोजना का सबसे बड़ा पहलू सरयू के तट पर एनटीपीसी ग्रीन द्वारा स्थापित 40 मेगावाट के सौर संयंत्र की स्थापना है। जनवरी 2024 तक 10 मेगावाट की परियोजना के चालू होने की उम्मीद है।
स्थिति – निर्माण जारी है
पर्यटन सुविधा केंद्र
बजट – 130 करोड़ रुपये
यह केंद्र 4.40 एकड़ क्षेत्र में बनेगा। यह केंद्र अयोध्या मास्टर प्लान 2031 का एक हिस्सा है जिसका उद्देश्य अयोध्या का एकीकृत विकास करना है।
स्थिति – फंड स्वीकृत
हेलीकाप्टर सेवा
फ्लाइट की शुरुआत अयोध्या के सरयू गेस्ट हाउस से की गई है, जिसमें सात से आठ मिनट की फ्लाइट में पर्यटकों को अयोध्या शहर और सरयू का हवाई नजारा कराया जाता है।
स्थिति – प्रारंभ
मल्टी लेवल पार्किंग
बजट – 37.08 करोड़ रुपये
इस मल्टी लेवल पार्किंग में 282 चार पहिया वाहन, 309 दोपहिया वाहन, 15 दुकानें और एक कैंटीन की पार्किंग की व्यवस्था की गई है। इस बिल्डिंग में चार लिफ्ट भी लगाई गई हैं।
स्थिति – 15 दिसंबर 2023 तक पूरा किया जाना है।
छह नए ओवर ब्रिज
बजट – 550 करोड़ रुपये
प्रस्तावित ओवर ब्रिज- मोदहा, दर्शन नगर और मोहबरा का फोर लेन ओवर ब्रिज और अन्य 3 ओवर ब्रिज पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर बड़ी बुआ और हलकारा पुरवा और सूर्यकुंड रेलवे क्रॉसिंग पर बनाए जाने हैं।
स्थिति – निर्माण जारी है।
आतिथ्य उद्योग का विस्तार
- बढ़ती पर्यटकों की संख्या को देखते हुए 25,000 कमरों तक बढ़ाने की संभावना है।
- बुकिंग डॉट कॉम जैसी ऑनलाइन होटल साइटें अयोध्या में होटलों के लिए लगभग 150 विकल्प दिखाती हैं।
- OYO 25 होटल और होमस्टे जोड़ेगा और यह अयोध्या विकास प्राधिकरण और उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के साथ सहयोग कर रहा है।
- ताज समूह की कंपनियों ने अयोध्या में 100 कमरों का एक होटल बनाने की योजना बनाई है और प्रसिद्ध जिंजर समूह ने भी यहां 120 कमरों का एक विशाल होटल बनाने की योजना बनाई है।
- यूपी की नई पर्यटन नीति के तहत कुल 89 कंपनियों ने अयोध्या में होटल खोलने में रुचि दिखाई है. इन परियोजनाओं में से अब तक 26 कंपनियों को मंजूरी मिल चुकी है जबकि आने वाले दिनों में और भी कई मामले सामने आ सकते हैं। अगले महीने प्रस्तावित यूपी की पहली ग्राउंडब्रेकिंग सेरेमनी में 26 होटलों का निर्माण शुरू होगा।
- राज्य सरकार ने विभिन्न राज्यों को अपने-अपने गेस्ट हाउस खोलने के लिए जमीन की पेशकश की है। अधिकारियों ने बताया कि कर्नाटक, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र समेत कई राज्य अयोध्या में गेस्ट हाउस खोलने पर सहमत हो गए हैं।
- अगले महीने प्रस्तावित यूपी की पहली ग्राउंडब्रेकिंग सेरेमनी में 26 होटलों का निर्माण शुरू होगा।
- राज्य सरकार ने विभिन्न राज्यों को अपने-अपने गेस्ट हाउस खोलने के लिए जमीन की पेशकश की है। अधिकारियों ने बताया कि कर्नाटक, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र समेत कई राज्य अयोध्या में गेस्ट हाउस खोलने पर सहमत हो गए हैं।
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