नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है। सोमवार को लोकसभा से 33 सदस्यों को निलंबित किया गया था। इसके कुछ घंटे बाद राज्यसभा से भी विपक्ष के 45 सदस्यों को निलंबित कर दिया गया। जिन्हें कदाचार (अनुशासन का पालन न करना) के चलते निलंबित किया गया है, उनमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश, रणदीप सुरजेवाला और केसी वेणुगोपाल का भी नाम शामिल है। संसद का सत्र 22 दिसंबर को समाप्त होगा।
सोमवार को राज्यसभा से 34 सांसदों को शेष शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित किया गया है, जबकि बचे 11 सांसदों को निलंबित कर उनका मामला विशेषाधिकार समिति के पास भेजा गया है। समिति को तीन महीने के अंदर रिपोर्ट देने को कहा गया है। जब तक रिपोर्ट नहीं आएगी तब तक ये 11 सांसद निलंबित रहेंगे।
राज्यसभा से इन सांसदों को किया गया निलंबित
लोकसभा से 33 सांसद निलंबित
निर्देशों का पालन न करने पर विपक्ष के 33 सासंदों को लोकसभा के शेष शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया है। इन सांसदों में कांग्रेस नेता अधीर रंजन, टीएमसी के सौगत रॉय और कल्याण बनर्जी और डीएमके के टीआर बालू, ए राजा और दयानिधि मारन शामिल हैं। सांसदों के निलंबन का प्रस्ताव संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने पेश किया था। पहले स्थगन के बाद जब सदन दोपहर तीन बजे दोबारा शुरू हुआ तो सभापति के तौर पर मौजूद भाजपा सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि सदस्य नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई बार अनुरोध किया गया है कि सदन में तख्तियां न लाएं। इसके बाद प्रह्लाद जोशी ने उन्हें 22 दिसंबर को समाप्त होने वाले शीतकालीन सत्र के शेष भाग से निलंबित करने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया।
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