मणिपुर के सबसे पुराने विद्रोही गुट यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट जल्द ही मुख्यधारा में शामिल हो जाएगा। इसको लेकर UNLF ने नई दिल्ली में एक शांति समझौते पर हस्ताक्षर किया है। इस पर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने का बयान आया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि यह 60 साल बाद हो रहा है, जो एक बड़ी सफलता है।
एक निजी चैनल को साक्षात्कार देते हुए सीएम एन बीरेन सिंह ने कहा, ”शांति वार्ता के प्रयास सालों से किए जा रहे थे, लेकिन कोई सफलता नहीं मिल रही थी। यह हस्ताक्षर आज पीएम मोदी के नेतृत्व में हुआ है। मैं प्रधानमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बधाई देता हूं, जिन्होंने शांति लाने के लिए कड़ी मेहनत की।”
सीएम ने कहा, ”यूएनएलएफ के कैडर शांति के मार्ग पर चलने के लिए सहमत हुए हैं। मैं इसके लिए सदस्यों की सराहना करता हूं। मुझे उम्मीद है कि राज्य में उग्रवादी और हथियार उठाने वाले भी शांति का रास्ता अख्तियार करेंगे।” सीएम ने यह भी कहा कि मणिपुर में आर्म्स फोर्सेज स्पेशल पावर लागू है, लेकिन जहां हालात अच्छे और शांत एरिया हैं। इसको उन इलाकों से हटाने का काम लगातार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि मणिपुर में शांति लाने, विकास के साथ-साथ लोगों के कल्याण के लिए लगातार काम किया जा रहा है। यह सब पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की वजह से पहली बार हो रहा है। सीएम ने कहा कि यूएनएलएफ और उसके कैडर के लोगों की यह पहल सराहनीय है जो मुख्यधारा में आ रहे हैं। उनके इस फैसले से उन युवाओं को भी फायदा होगा जो गलत रास्ते पर चले जाते हैं।
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