उत्तरकाशी। सिल्कयारा टनल हादसे के 11वां दिन आज बचाव एजेंसियों ने यह दावा किया कि यदि कोई विघ्न न पड़े तो अगले 24 घंटे में श्रमिकों को बाहर निकालने की अच्छी खबर आ सकती है। मौके पर मौजूद उत्तराखंड शासन में सचिव डॉ नीरज खेरवाल ने बताया कि टनल में फंसी 41 जिंदगियों को बचाने की कोशिशें जारी हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन प्रगति पर है और बचाव दल द्वारा 800एमएम की पाइप को ड्रिल कर अंदर भेजने का काम तेजी से चल रहा है। उन्होंने बताया कि अगले 24 घंटे में रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो सकता है, बशर्ते कोई विघ्न न पड़े।
तकनीकी विशेषज्ञ महमूद अहमद ने बताया कि बड़कोट की तरफ से भी सुरंग में ब्लास्ट करके रास्ता बनाया जा रहा है इसमें से मलबा बाहर निकाला जा रहा है। उन्होंने बताया कि ऊपर से ड्रिल करने का काम रोका गया है इससे टनल में नुकसान होने का खतरा है, बहुत जरूरी हुआ तो हम इस विकल्प पर जाएंगे।
अहमद महमूद ने बताया कि पाइप को पाइप से जोड़ने का वेल्डिंग का काम महत्वपूर्ण है। पाइप जोड़ने के बाद ही उसे आगे धकेला जाता है, जिस गति से काम चल रहा है उससे हम अगले 24 घंटे में सुखद समाचार ले सकते हैं। सचिव खेरवाल ने बताया कि श्रमिकों के साथ बारी-बारी से डॉक्टर बातचीत कर रहे हैं और उन्हें जरूरत की दवा पहुंचा दी गई है। श्रमिकों के लिए जरूरी कपड़े, फल, भोजन आदि भेजा गया है। श्रमिकों के परिजनों की भी आपस में बात चल रही है।
सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए चलाए जा रहे रेस्क्यू अभियान के संबंध में जानकारी देते समय उत्तराखंड सरकार के विशेष कार्याधिकारी भास्कर खुल्बे, सचिव उत्तराखंड शासन डॉ. नीरज खैरवाल, जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, एनएचएआईडीसीएल के एमडी महमूद अहमद, कमांडेंट एसडीआरएफ मणिकांत मिश्रा पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी मौजूद रहे।
सीएम धामी ने क्या कहा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तरकाशी में बचाव का काम अब अंतिम चरण में पहुंच रहा है। सबकुछ ठीक ठाक है, केंद्र और राज्य सरकार और बचाव के लिए लगी एजेंसियों के काम से हम संतुष्ट हैं।
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