नई दिल्ली: संसद में पैसे के बदले सवाल मामले में एथिक्स कमेटी (आचार समिति) ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को शुक्रवार को रिपोर्ट सौंप दी है। कमेटी ने तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश की है। सूत्रों के अनुसार एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट करीब 500 पेज की है। संसद की लॉगइन दूसरे को देने को कमेटी ने अत्यधिक आपत्तिजनक, अनैतिक, जघन्य और आपराधिक आचरण करार दिया है।
कमेटी में शामलि सदस्यों ने 6:4 के बहुमत से महुआ मोइत्रा के खिलाफ कार्रवाई करने की संस्तुति की है। एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष विनोद सोनकर के अनुसार, रिपोर्ट का समर्थन करने वाले सदस्यों में पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर भी शामिल हैं।
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कमेटी की रिपोर्ट से पता चला कि महुआ मोइत्रा ने 2019 से 2023 तक चार बार यूएई का दौरा किया, जबकि उनके लॉगिन को कई बार एक्सेस किया गया था। 47 पर लॉगिन क्रेडेंशियल दुबई से एक्सेस किए गए थे। कमेटी ने आईपी एड्रेस और स्थान के बारे में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और गृह मंत्रालय (एमएचए) से विवरण रिपोर्ट देने का आग्रह किया था। महुआ मोइत्रा के अत्यधिक आपत्तिजनक आचरण को देखते हुए, समिति ने कड़ी कानूनी कार्रवाई की सिफारिश की है।
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बाहरी व्यक्ति को लॉगइन क्रेडेंशियल नहीं दे सकते
सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ ‘कैश-फॉर-क्वेरी’ के आरोपों पर भाजपा सांसद डॉ. निशिकांत दुबे ने कहा कि अगर कोई सांसद कहता है कि मेरे OTP का इस्तेमाल 4 अन्य लोगों द्वारा किया जाता है, तो यह गलत है। सरकार ने यह अधिकार नहीं दिया है। यदि हमें एक पोर्टल और लॉगिन क्रेडेंशियल मिला है, तो सांसद होने के नाते मिला है। लोकसभा सचिवालय ने सभी सांसदों के लिए एक पीए दिया है। यदि वह पीए सक्षम नहीं है, तो आप उसे हटा सकते हैं और एक नया PA नियुक्त कर सकते हैं। आप किसी बाहरी व्यक्ति को अपना लॉगिन क्रेडेंशियल नहीं दे सकते। उसमें भारत के बारे में संवेदनशील जानकारी होती है। उन सूचनाओं से बाजार में हेरफेर की जा सकती है।
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