मऊ। माफिया मुख्तार अंसारी के फरार चल रहे बेटे उमर अंसारी ने हेट स्पीच सहित तीन मामलों को लेकर कोर्ट में सरेंडर कर दिया। उमर अंसारी के खिलाफ कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया था। जिले की एमपी/एमएलए कोर्ट में उमर अंसारी के सरेंडर की खबर से काफी गहमा गहमी का माहौल रहा। उसे न्यायिक हिरासत में ले लिया गया है। उमर का बड़ा भाई अब्बास अंसारी और पिता मुख्तार पहले से ही जेल में बंद हैं।
विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान मऊ से सुभासपा और सपा गठबंधन के उम्मीदवार अब्बास अंसारी ने भाषण के दौरान अधिकारियों को मंच से धमकी दी थी। अब्बास ने धमकी देते हुए कहा था कि राज्य में सरकार बनी तो छह महीने तक किसी भी अधिकारी का तबादला नहीं किया जाएगा। चिन्हित अधिकारियों का पहले हिसाब-किताब होगा। विधायक अब्बास अंसारी के साथ उमर अंसारी को हेट स्पीच का आरोपी बनाया गया था। पुलिस द्वारा वायरल वीडियो के आधार पर दोनों पर केस दर्ज किया गया था।
पुलिस ने बाद में विवेचना कर धारा 506, 171 एफ, 186, 189, 153ए, व 120 बी में सदर से विधायक अब्बास अंसारी और उसके भाई उमर अंसारी, एजेंट मंसूर अंसारी के विरुद्ध न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया गया था । इस मामले में उमर अंसारी काफी दिनों से फरार चल रहा था। न्यायालय द्वारा उमर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया था।
वहीं, दूसरे मामले में 2022 विधानसभा चुनाव के दौरान सुभासपा प्रत्याशी अब्बास अंसारी ने बिना अनुमति रोड शो किया था। इस मामले में भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज की थी। उमर इस मामले में भी कोर्ट में पेश नहीं हुआ। कोर्ट द्वारा इस प्रकरण में भी गैर जमानती वारंट जारी किया गया था। तीसरा मामला उमर अंसारी पर आचार संहिता उल्लंघन को लेकर दक्षिणी टोला थाने में दर्ज हुआ था।
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