उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर जनपद के एक मदरसे में करीब सात वर्ष से एक हिंदू बच्चे को बंधक बनाकर रखा गया था। इस बच्चे का कन्वर्जन भी करा दिया गया था। अब फरीदाबाद में वेल्डिंग का काम सिखाकर उसे अरब भेजने की तैयारी चल रही थी। इसके लिए बच्चे के आधार कार्ड में नाम और पता बदलवाने के लिए मोहम्मद मतलूब एक आधार कार्ड सेंटर पर गया।
मतलूब ने आधार कार्ड दिखाकर कहा कि इस आधार कार्ड में नाम और पता बदलवाना है। आधार कार्ड सेंटर के संचालक ने जैसे ही देखा कि हिंदू बच्चे का नाम बदलकर उमर कराया जा रहा है। उसने इस बात की सूचना गांव के प्रधान को दी। ग्राम प्रधान ने पुलिस से संपर्क करके बच्चे को मदरसे से रिहा कराया। सात वर्ष बाद बच्चा अपने परिजनों के साथ घर पहुंचा।
हरदोई जनपद का रहने वाला यह बच्चा जब कक्षा चार में पढ़ता था। तभी लापता हो गया था। वह 17 मार्च 2016 को स्कूल से घर के लिए निकला था। उसके बाद वापस नहीं लौटा था। उसके बाद उसके घरवालों ने स्थानीय थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। घरवालों ने बच्चे को बहुत खोजा मगर उसका कहीं पता नहीं चला। इस बच्चे को मुजफ्फरनगर के एक मदरसे में ले जाया गया था। वहीं पर उसे बंधक बना कर रखा गया था। उसका कन्वर्जन करा दिया गया। उसका नाम उमर रख दिया गया। गत 4 अक्टूबर को मोहम्मद मतलूब एक आधार कार्ड सेंटर पर गया। उसने बच्चे को अपना बेटा बताया और कहा कि उसके आधार कार्ड पर कुछ बदलाव कराना है। आधार कार्ड सेंटर के संचालक ने मतलूब से कहा कि इस प्रकार का संशोधन नहीं हो पाएगा। इसके बाद आधार कार्ड सेंटर के संचालक ने ग्राम प्रधान जैकी राज सैनी को सूचना दे दी।
ग्राम प्रधान जैकी राज सैनी ने पुलिस को इस मामले की सूचना दी। पुलिस ने मदरसे में छापा मारकर इस किशोर को रिहा कराया। उसके पिता की तहरीर पर मुजफ्फरनगर के चरथावल थाने में नगला राई के प्रधान अफसरून, जामिया उस्मानिया इस्लामिया के मौलवी, मतलूब और मौलाना मुकर्रम जमाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है।
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