देहरादून। जो लोग देहदान, नेत्रदान, रक्त दान करते हैं वो महादानी कहलाते हैं। यह बात दधीचि देहदान समिति के अध्यक्ष मुकेश गोयल ने कही। दधीचि देहदान समिति देहरादून उत्तराखंड द्वारा दधीचि द्वितीय यज्ञ का कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि ये जनजागरण अभियान पूरे राज्य, पूरे देश में चलाए जाने की जरूरत है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि देहदान के लिए लोगों को प्रेरित करने का अभियान सराहनीय है। अति विशिष्ट अतिथि डॉक्टर आशुतोष सयाना ने कहा कि राजकीय दून मेडिकल कॉलेज को हर साल देह दान करने वालों की संख्या बढ़ रही है।
मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रांत प्रचारक डॉक्टर शैलेंद्र ने कहा कि देहरादून में दधीचि देहदान अभियान से ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ें, ये समय की आवश्यकता है। इस अवसर पर डॉक्टर यूसुफ रिजवी ने ये भी बताया कि कॉर्निया ट्रांसप्लांट जो की तीन से चार महीने में राजकीय दून मेडिकल कॉलेज में शुरू हो जाएगा। डॉ आशुतोष सयाना ने यह बात जोर देकर कही कि दधीचि देहदान समिति का कार्य अन्य जनपदों में भी शुरू किया जाना चाहिए, इसके लिए जो उनके स्तर से मदद होगी उसमें सहयोग करेंगे।
इसी तरह से मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सबसे पहले वेबसाईट www.angdan.org का लोकार्पण किया। साथ में उन्होंने कहा कि समाज में अति आवश्यक है कि लोग अधिक से अधिक संख्या मे अंगदान एवं नेत्रदान के लिए आगे आएं, जिससे कि लोगों में जागरुकता बढ़ें और समाज में अंगदान नेत्रदान से संबंधित कमी को पूरा किया जा सके। अनुशासनात्मक एवं रजिस्ट्रेशन कमिटी उत्तराखंड मेडिकल काउंसिल के अध्यक्ष डॉ अजय खन्ना ने कहा है कि दधीचि देहदान समिति द्वारा किया जा रहा का कार्य सराहनीय है और हमसे जो भी दधीचि देह दान समिति के कार्यों के लिए मदद हो सकती है हम आगे खड़े रहेंगे और इस तरह के कार्य को जारी रखें।
दधीचि देह दान समिति के अध्यक्ष डॉ मुकेश गोयल ने सभी सम्मानित एवं संकल्पित देह दानियों का स्वागत किया और बताया कि काफी कम समय में दधीचि परिवार में 214 अंग दान, नेत्र दान एवं देहदान के संकल्प भरे जा चुके हैं, कार्यक्रम में मंच का संचालन महासचिव नीरज पांडे ने किया।
टिप्पणियाँ