नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह (Sanjay Singh) को गिरफ्तार कर लिया गया है। आज सुबह उनके घर पर प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की टीम ने छापा मारा था। टीम ने कई घंटे तक उनकी घर की तलाशी ली थी। सूत्रों का कहना है कि संजय सिंह के खिलाफ ईडी को अहम सुबूत मिले हैं।
सांसद संजय सिंह के घर पर बुधवार की सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की। उनपर आरोप है कि उन्होंने एक्साइज घोटाले के आरोपी दिल्ली के व्यवसायी दिनेश अरोड़ा की मुलाकात दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से उनके आवास पर करवाई थी।
दिनेश अरोड़ा को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में इसी साल जुलाई में गिरफ्तार किया गया था। तभी से इस मामले में उसने अप्रूवर बनने का फैसला किया था। प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी चार्जशीट में आरोप लगाया है कि ये संजय सिंह ही थे जिन्होंने दिनेश अरोड़ा को दिल्ली में चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के चुनावी खर्च के लिए फंड इकट्ठा करने का जिम्मा दिया था। संजय सिंह के कहने पर ही दिनेश अरोड़ा ने दिल्ली के कई सारे रेस्टोरेंट संचालकों से मुलाकात की थी।
इसके बाद वसूली करने के बाद दिनेश अरोड़ा ने दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को 32 लाख रुपए का चेक भी दिया था। दिनेश अरोड़ा के इस काम के बदले में संजय सिंह ने उसके एक्साइज डिपार्टमेंट में लंबित पड़े एक काम को निपटाने में उनकी मदद की थी।
दिनेश अरोड़ा और राघव मंगुटा बन चुके अप्रूवर
एक्साइज घोटाले के मामले में दिनेश अरोड़ा और वाईएसआरसीपी के सांसद मंगुटा रेड्डी के बेटे राघव मंगुटा ने मंगलवार (3 अक्टूबर, 2023) को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में सरकारी गवाह बनने का फैसला किया था। कोर्ट ने उसकी अर्जी को स्वीकार भी कर लिया था। माना जा रहा है कि सबसे पहले दिनेश अरोड़ा ने ही ईडी को शराब घोटाले से जुड़ी जानकारियाँ शेयर की थीं। ईडी ने अरोड़ा को इस केस की अहम कड़ी बताया था और अब दिनेश अरोड़ा सीबीआई के बाद ईडी के केस में भी गवाह बन गए हैं।
ईडी ने अपनी चार्जशीट में ये आरोप भी लगाए हैं कि साल 2020 में दिनेश अरोड़ा ने अमित अरोड़ा नाम के एक और शराब व्यापारी की मुलाकात संजय सिंह से करवाई थी। बताया गया है कि अमित अरोड़ा जिस ब्रांड के शराब बेचते उसकी डिमांड दिल्ली सरकार की दुकानों में नहीं थी, लेकिन संजय सिंह के जरिए इस मार्केट पर अमित अपनी पकड़ बनाना चाहते थे। बाद में संजय सिंह ने अमित से एक डील की कि अगर वो उनके आदमियों को अपने धंधे में जगह देते हैं तो वे उनकी मुलाकात उस समय के आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया से करवाएँगे। बाद में अमित, दिनेश और संजय ने सिसोदिया से उनके घर पर मुलाकात की।
सिसोदिया ने अमित और दिनेश को इस बात का भरोसा दिया था कि वो उनकी माँग के हिसाब से 2020-21 की नीति में ब्रांड रजिस्ट्रेशन को बढ़ा देंगे। मामले में पहले से तय डील के अनुसार संजय सिंह के आदमी के तौर पर विवेक त्यागी को अमित अरोड़ा ने अपनी कंपनी मेसर्स अरालियास हॉस्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड का हिस्सेदार बना दिया गया। इसके जरिए ये सभी एक-दूसरे को फायदा पहुँचाना चाहते थे, लेकिन 2020-21 की पॉलिसी आई ही नहीं तो नीतियों में बदलाव ही नहीं हो पाया। क्योंकि 2019-20 की पॉलिसी को ही विस्तार दे दिया गया था।
सिसोदिया के खिलाफ 5 चार्जशीट जारी कर चुकी है ईडी
शराब घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय मनीष सिसोदिया के खिलाफ अब तक 5 चार्जशीट दायर कर चुकी है। जाँच एजेंसी के आरोप के मुताबिक, सिसोदिया एँड कंपनी अपने फेवर वाले व्यवसायियों के मुनाफे को गलत तरीके से 21 प्रतिशत तक बढ़ा दिया और उनसे रिश्वत ले ली। इन्हीं आरोपों के मामले में मनीष सिसोदिया जेल की हवा खा रहे हैं।
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