डीएमके सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने बेहद आपत्तिजनक बयान दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट लिखी है और उसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खिलाफ एक आपत्तिजनक कार्टून साझा किया और यह भी लिखा कि सनातन को मिटाकर रहेंगे। डीएमके विपक्षी पार्टियों के गठबंधन आईएनडीआईए में भी शामिल है।
उदयनिधि ने एक्स पर लिखा कि आज तमिलनाडु प्रोग्रेसिव राइटर्स आर्टिस्ट एसोसिएशन के सनातन उन्मूलन सम्मेलन में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने भारतीय मुक्ति संग्राम में आरएसएस का योगदान नामक पुस्तक के प्रकाशन के लिए कहा।
जब मुक्ति संग्राम में आरएसएस का कोई योगदान नहीं था तो इतनी बड़ी पुस्तक देखकर आश्चर्य हुआ। हमने उसे खोलकर देखा और देखा कि उन्होंने किस तरह का योगदान दिया। पहले पन्ने पर एक अंग्रेज़ की अपने जूते को जीभ से साफ़ करते हुए तस्वीर छपी थी।
इसके बाद गांधी की हत्या को दर्शाती एक तस्वीर आई। इसके बाद के सभी पन्ने खाली थे। जब मैंने पूछा क्यों तो उन्होंने मेरे हाथ में एक पेन देते हुए कहा कि तुम भी उसमें भर सकते हो। मैंने तीन बड़े शून्य बनाए।
स्टालिन ने लिखा कि ऐसे शून्य इतिहास वाले सनातनियों को जनता के सामने उजागर करने के लिए डीएमके के कामरेड को साधुवाद। हम फासिस्टों को चुनावी मैदान में हराएंगे और सनातन को खत्म करेंगे। उदयनिधि ने सम्मेलन में यह भी कहा कि सनातन धर्म मलेरिया और डेंगू की तरह है, इसलिए इसे खत्म किया जाना चाहिए।
इस सम्मेलन से जुड़ी एक वीडियो क्लिप भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसमें उदयनिधि स्टालिन कह रहे हैं कि सनातन धर्म को खत्म करने के लिए इस सम्मेलन में मुझे बोलने का अवसर देने के लिए मैं आयोजकों को धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म को मिटाओ कहने के लिए आयोजकों को धन्यवाद देता हूं। डेंगू, मलेरिया, कोरोना, इनका हम विरोध नहीं कर सकते हैं, इन्हें मिटाना है और सनातन धर्म भी इसी तरह का है।
उदयनिधि स्टालिन का आपत्तिजनक ट्वीट इस लिंक में देख सकते हैं।
தமிழ்நாடு முற்போக்கு எழுத்தாளர் கலைஞர்கள் சங்கத்தின் சனாதன ஒழிப்பு மாநாட்டில் இன்று கலந்து கொண்ட போது, இந்திய விடுதலைப் போரில் ஆர்.எஸ்.எஸின் பங்களிப்பு என்ற புத்தகத்தை வெளியிடக் கேட்டுக் கொண்டார்கள்.
விடுதலைப் போரில் ஆர்.எஸ்.எஸ் எந்த பங்களிப்பும் செய்யாத நிலையில், மிகப்பெரிய… pic.twitter.com/KufIdPeNvh
— Udhay (@Udhaystalin) September 2, 2023
स्टालिन के इस बयान की सोशल मीडिया में काफी आलोचना हो रही है।
टिप्पणियाँ