श्रावण पूर्णिमा पर काशीपुराधिश्वर बाबा विश्वनाथ को सपरिवार झूला पर विराजमान कराने की परंपरा का निर्वाह किया जाएगा। बाबा की सपरिवार प्रतिमा को विश्वनाथ मंदिर में झूले पर विराजमान कराये जाने के पहले महंत आवास पर बाबा का झांकी दर्शन होगा।
इस बार बाबा की झांकी में चन्द्रयान-3 और चन्द्रमा के शिव-शक्ति स्थल को भी सम्मिलित किया जाएगा। यह महंत आवास पर बाबा की पंचबदन प्रतिमा के विशेष श्रृंगार के अंतर्गत किया जाएगा। विश्वनाथ मंदिर के महंत डॉ कुलपति तिवारी ने बताया चन्द्रयान-3 के सफल प्रक्षेपण और लैंडिंग के साथ ही भारत के पुनः विश्वगुरु आसन पर प्रतिष्ठित होने की ओर बढ़ता कदम है। राष्ट्रधर्म के प्रति देश के जन-जन को प्रेरित करने के लिए यह शिवशक्ति स्थल को बाबा के शृंगार उत्सव में शामिल किया जाएगा।
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