शिमला के समरहिल क्षेत्र में भूस्खलन से शिव बावड़ी मंदिर जमींदोज होने के पांचवे दिन सर्च ऑपरेशन के दौरान नाले में एक और शव बरामद किया गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन में तेज़ी लाने के लिए अंबाला से सेना का छोटा जेसीबी रोबोट मलबा हटाने के लिए लाया गया है। इस हादसे में अब तक मंदिर के पुजारी सहित 15 शव बरामद हुए हैं, जबकि अभी भी मलबे में पांच लोगों के दबे होने की आशंका है।
हादसे के पांचवे दिन शुक्रवार को सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ व पुलिस की टीमों के संयुक्त सर्च ऑपरेशन के दौरान नाले में एक और शव बरामद किया गया। मृतक की पहचान किन्नौर निवासी बैंक से सेवानिवृत्त कर्मचारी शंकर नेगी (61) के रूप में हुई है। इस हादसे में अब तक मंदिर के पुजारी सहित 15 शव बरामद हुए हैं, जबकि एक शव की शिनाख्त नहीं हुई है। राहत व बचाव कर्मी अब घटनास्थल से नीचे नाले में लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन में तेज़ी लाने के लिए अंबाला से सेना का छोटा जेसीबी रोबोट को यहां पर मलबा हटाने के लिए लाया गया है। पुलिस का कहना है कि अभी भी मलबे में पांच लोगों के दबे होने की आशंका है। शिमला पुलिस ने लोगों से लापता लोगों के परिजनों से पुलिस को इसकी सूचना देने की अपील की है। हादसे के पहले दिन आठ, दूसरे दिन चार, तीसरे, चौथे व पांचवे दिन एक-एक शव बरामद हुए थे। इस हादसे में एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत हुई है, जिनमें दो मासूम बच्चे भी हैं। इस परिवार के दो सदस्यों के शव अभी भी बरामद नहीं हुए हैं। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के दो प्रोफेसर और बालूगंज स्कूल के एक शिक्षक की भी मौत हुई है।
अब तक बरामद शवों की शिनाख्त संतोष (58) पत्नी पवन, अमन (34) पुत्र पवन, शेयशा (4) पुत्री अमन, सुयशा (2) पुत्री अमन, किरण (55) पत्नी प्रदीप, संजय ठाकुर (48) पुत्र मोहन सिंह, अमित ठाकुर (48), हरीश कुमार (43), अर्चना (32) पत्नी अमन, मानसी (40) पत्नी हरीश, रेखा (56) पत्नी पीएल शर्मा, मंदिर के पुजारी राजेश सुमन (50), पीएल शर्मा (59) और शंकर नेगी (61) के तौर पर हुई है।
सौजन्य – सिंडिकेट फीड
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