रुद्रप्रयाग: गौरीकुंड में तीन दिन पहले हुए भूस्खलन की घटना में लापता हुए बीस लोगों में से तीन के शव बरामद हो गए हैं। जबकि 17 अन्य को खोज में आपदा बचाव दलों द्वारा मंदाकनी गंगा में तलाशी अभियान लगातार चलाया जा रहा है।
हादसे का जायजा लेने गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय भी डीएम के साथ गौरीकुंड पहुंचे। यहां लगातार मौसम खराब होने से सीएम धामी के आने का कार्यक्रम स्थगित हो गया है।
वहीं भारी बारिश की वजह से हुए भूस्खलन से दस दुकानें भी बह गईं जिसके साथ बीस लोग भी आपदा का शिकार हो गए जिनमें आठ महिलाएं भी हैं।
गढ़वाल आयुक्त के निर्देश पर गौरीकुंड के पास नेशनल हाई-वे पर बनी 40 खोका दुकानों को प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया, अभी अन्य 140 दुकानों को अपना सामान हटाने को बोल दिया गया है। जिनपर आज ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।
उत्तराखंड के गढ़वाल रीजन में मौसम लगातार खराब बना हुआ है, पिछले तीन दिनों से कभी तेज तो कभी मध्यम बारिश हो रही है।
रुद्रप्रयाग जिले को आपदाओं की दृष्टि से देश के सर्वाधिक संवेदनशील जिलों में रखा हुआ है। केदारनाथ हादसे के बाद यहां मानसून के दौरान एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस फायर और अर्ध सैनिक बलों को हमेशा अलर्ट मोड पर रखा गया है।
उत्तराखंड में इस मानसून में अभी तक हादसों में 74 जाने चली गईं हैं। जबकि 149 घायल हुए हैं। इनमें 43 लोग सड़क हादसे में तो चमोली में करंट लगने से 16 लोगों की मौत हुई है।
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