संकट में पंजाब
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम मत अभिमत

संकट में पंजाब

अपने धर्म, संस्कृति और अध्यात्म के प्रति विशेष प्रकार की जागरूकता रही है। गुरुनानक देव जी ने बल दिया था कि अपनी संस्कृति, अपनी भाषा और धर्म के प्रति जब पूरा क्षेत्र जागरूक हो जाता है तब किसी भी बाबर, किसी भी आक्रमणकारी की हिम्मत नहीं हो सकती कि वह उन लोगों को अपने धर्म, संस्कृति और आध्यात्मिक चिंतन से दूर कर सके।

by डॉ. हरमहेंद्र सिंह बेदी
Jul 19, 2023, 10:50 am IST
in मत अभिमत, पंजाब
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

20वीं शताब्दी के प्रारंभ में ईसाई मिशनरियों ने लुधियाना में प्रिंटिंग प्रेस लगाकर लोगों को ईसाई बनाना शुरू किया था। इसके विरोध में पंडित श्रद्धाराम फिल्लौरी ने ओइम् जय जगदीश हरे आरती लिखी। उन्होंने ईसाई मिशनरियों के षड्यंत्र को खत्म करने के लिए भारतीय संस्कृति के कई दीपक जलाए।

डॉ. हरमहेंद्र सिंह बेदी
कुलाधिपति, केंद्रीय विश्वविद्यालय,
हिमाचल प्रदेश

पंजाब में प्रारंभ से ही अपने धर्म, संस्कृति और अध्यात्म के प्रति विशेष प्रकार की जागरूकता रही है। गुरुनानक देव जी ने बल दिया था कि अपनी संस्कृति, अपनी भाषा और धर्म के प्रति जब पूरा क्षेत्र जागरूक हो जाता है तब किसी भी बाबर, किसी भी आक्रमणकारी की हिम्मत नहीं हो सकती कि वह उन लोगों को अपने धर्म, संस्कृति और आध्यात्मिक चिंतन से दूर कर सके।

इसका परिणाम बहुत अच्छा हुआ। मध्यकाल की पंजाबी संस्कृति का अध्ययन करेंगे तो देखेंगे कि कन्वर्जन के प्रति लोगों के मन में नफरत रही। गुरु तेगबहादुर जी ने तो अपना बलिदान देकर कन्वर्जन को रोका। किंतु वर्तमान में बड़ी दुखदायी स्थितियां हैं।

20वीं शताब्दी के प्रारंभ में ईसाई मिशनरियों ने लुधियाना में प्रिंटिंग प्रेस लगाकर लोगों को ईसाई बनाना शुरू किया था। इसके विरोध में पंडित श्रद्धाराम फिल्लौरी ने ओइम् जय जगदीश हरे आरती लिखी। उन्होंने ईसाई मिशनरियों के षड्यंत्र को खत्म करने के लिए भारतीय संस्कृति के कई दीपक जलाए। उन्होंने पंजाबी और हिंदी भाषा में रामायण की छोटी-छोटी कथाएं, महाभारत का संदेश आदि छपवाकर घर-घर बांटे। उन्होंने लोगों को अपने धर्म और संस्कृति के प्रति जागरूक किया।

हमारी बोलियों, गीतों आदि में अलग-अलग तरह के विदेशी प्रभाव बढ़ाए जा रहे हैं। लोगों को उनकी भाषा, संस्कृति और धर्म से अलग-थलग किया जा रहा है। पंजाब के लिए यह बहुत बड़ी त्रासदी है। संपूर्ण पंजाब को आज जागरूक होने की जरूरत है। 

आज पंजाब पर बहुत बड़ा संकट है। लोगों पर कन्वर्जन का दबाव डाला जा रहा है और कई तरह का लालच दिया जा रहा है, यहां तक कि विदेश में बसने का भी। लोगों को विदेशी शहरों की चकाचौंध दिखाकर उन्हें अपने धर्म, संस्कृति से अलग किया जा रहा है। हमारे दलित भाइयों को प्रलोभन देकर विदेशी विचार से जोड़ा जा रहा है।

यह मामूली षड्यंत्र नहीं है। हमारी बोलियों, गीतों आदि में अलग-अलग तरह के विदेशी प्रभाव बढ़ाए जा रहे हैं। लोगों को उनकी भाषा, संस्कृति और धर्म से अलग-थलग किया जा रहा है। पंजाब के लिए यह बहुत बड़ी त्रासदी है। संपूर्ण पंजाब को आज जागरूक होने की जरूरत है।

Topics: Spiritual ThoughtsPunjabi CultureOm Jai Jagdish HarePunjab in Crisisreligionपंजाबी संस्कृति का अध्ययनधर्मसंस्कृति और अध्यात्मआध्यात्मिक चिंतनपंजाबी संस्कृतिओइम् जय जगदीश हरेCulture and Spirituality
Share15TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

प्रेमानंद जी महाराज

क्या कर्म ही सबसे बड़ा है?

“भय बिनु होइ न प्रीति “: पाकिस्तान की अब आएगी शामत, भारतीय सेना देगी बलपूर्वक जवाब, Video जारी

आग से नष्ट हुआ बौद्ध मंदिर

दक्षिण कोरिया के जंगल में आग हुई विकराल, 1,300 साल पुराना बौद्ध मंदिर नष्ट, 18 की मौत

रेशिमबाग मैदान पर विजयादशमी उत्सव में मंच पर सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत, विशिष्ट अतिथि डॉ. राधाकृष्णन व अन्य

‘संगठन और शक्तिविजय की कसौटी’

पहचानिए उस निकृष्ट सोच को

पं. दीनदयाल उपाध्याय

भारत में लोकविज्ञान की संस्कृति

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

माता वैष्णो देवी में सुरक्षा सेंध: बिना वैध दस्तावेजों के बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

Britain NHS Job fund

ब्रिटेन में स्वास्थ्य सेवाओं का संकट: एनएचएस पर क्यों मचा है बवाल?

कारगिल विजय यात्रा: पूर्व सैनिकों को श्रद्धांजलि और बदलते कश्मीर की तस्वीर

four appointed for Rajyasabha

उज्ज्वल निकम, हर्षवर्धन श्रृंगला समेत चार हस्तियां राज्यसभा के लिए मनोनीत

Kerala BJP

केरल में भाजपा की दोस्तरीय रणनीति

Sawan 2025: भगवान शिव जी का आशीर्वाद पाने के लिए शिवलिंग पर जरूर चढ़ाएं ये 7 चीजें

CM Yogi Adityanath

उत्तर प्रदेश में जबरन कन्वर्जन पर सख्त योगी सरकार, दोषियों पर होगी कठोर कार्यवाही

Dhaka lal chand murder case

Bangladesh: ढाका में हिंदू व्यापारी की बेरहमी से हत्या, बांग्लादेश में 330 दिनों में 2442 सांप्रदायिक हमले

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies