नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर की स्थिति पर चर्चा के लिए शनिवार को नई दिल्ली में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ सर्वदलीय बैठक (ऑल पार्टी मीटिंग) की। बैठक में केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों ने संवेदनशीलता के साथ और अराजनीतिक तरीके से मणिपुर में शांति बहाली के लिए अपने सुझाव दिए और भारत सरकार खुले मन से इन सुझावों पर विचार करेगी।
गृह मंत्रालय के अनुसार, अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहले दिन से ही मणिपुर की स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं और पूरी संवेदनशीलता के साथ इस समस्या का समाधान ढूंढने के लिए निरंतर हमारा मार्गदर्शन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मोदी सरकार सबको साथ लेकर मणिपुर समस्या का समाधान निकालने के प्रति कटिबद्ध है, केंद्र सरकार की प्राथमिकता है कि राज्य में अब एक भी व्यक्ति की जान हिंसा में ना जाए। मणिपुर में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है, 13 जून की देर रात के बाद से राज्य में एक भी व्यक्ति की जान हिंसा में नहीं गई। अब तक 1800 लूटे गए हथियार जमा कराए जा चुके हैं। राज्य में सुरक्षाबलों के 36 हजार जवान तैनात हैं, 40 आईपीएस अधिकारियों को मणिपुर भेजा गया है, 20 मेडिकल टीमें भेजी गई हैं, दवाओं सहित सभी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।
उन्होंने बताया कि म्यांमार-मणिपुर सीमा पर 10 किलोमीटर बाड़ लगाने का काम पूरा हो चुका है। 80 किलोमीटर सीमा पर बाड़ लगाने के लिए टेंडर हो चुका है और बाकी बची सीमा का सर्वेक्षण चल रहा है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने सभी राजनीतिक दलों से स्थिति को सामान्य करने और मणिपुर में विभिन्न समुदायों के बीच जल्द से जल्द शांति और विश्वास बहाल करने में मदद के लिए सहयोग करने का आग्रह किया।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि भारत सरकार द्वारा मणिपुर समस्या के त्वरित समाधान के लिए हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस पूरी घटना पर पहले दिन से ही नजर बनाए हुए हैं। मणिपुर समस्या बेहद संवेदनशील है और इसे संवेदनशीलता के साथ ही सुलझाने की आवश्यकता है। सभी राजनीतिक दलों द्वारा दिए गए उपयोगी सुझावों पर खुले मन से चर्चा कर मणिपुर समस्या के समाधान के लिए सरकार द्वारा हरसंभव कदम उठाने का आश्वासन दिया। मणिपुर समस्या की जड़ में कई पुराने कारण हैं, जो वर्तमान हिंसा के भड़कने का कारण भी बने।
मंत्रालय के अनुसार गृह मंत्री अमित शाह खुद मणिपुर में चार दिन वहां सभी अलग-अलग समूह से विस्तार में चर्चा की। गृह मंत्री ने वहां राहत शिविर का भी दौरा किया, गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय वहां 20 से अधिक दिन रहे। मोदी सरकार स्थिति को सामान्य करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है, हमें विश्वास है कि मणिपुर में जल्दी ही पहले जैसी शांति आएगी।
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