अमेरिका की संसद में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के पहुंचने पर मोदी- मोदी के नारों से गूंज उठा। यह दूसरा अवसर था जब प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। इससे पहले पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ द्विपक्षीय वार्ता के बाद संयुक्त बयान जारी किया। पीएम ने अपने संबोधन में सीमा पार आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान पर निशाना साधा।
पीएम मोदी ने कहा कि जब भारत विकास करता है तो न केवल देशवासियों का इससे फायदा होता है, बल्कि पूरे विश्व का इससे विकास होता है। पीएम ने कहा कि अगले कुछ सालों में ही भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
वहीं, व्हाइट हाउस में संबोधन के बाद पीएम मोदी ने कई ट्वीट भी किए। पीएम ने अपने ट्वीट में कहा, गर्मजोशी और गरिमापूर्ण स्वागत से बहुत प्रभावित हूं। आने वाले समय में और भी गहरे संबंधों और आपसी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए तत्पर हूं। व्हाइट हाउस में भारतीय समुदाय की उत्साहपूर्ण उपस्थिति देखकर खुशी हुई। उनका समर्थन और गर्मजोशी वास्तव में उन गहरे संबंधों का प्रतीक है, जो हमारे दोनों देशों को एक साथ बांधते हैं। यह हमारे साझा मूल्यों और आपसी सम्मान का प्रमाण है।
व्हाइट हाउस में एक पत्रकार के सवाल पर पीएम मोदी ने एतराज जताया। दरअसल, पत्रकार ने जैसे ही कहा कि लोग कहते हैं कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, तो पीएम मोदी ने कहा कि मुझे आश्चर्य है कि आप कह रहे हैं कि लोग कहते हैं। लोग कहते हैं नहीं बल्कि भारत लोकतांत्रिक है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका दोनों के डीएनए में लोकतंत्र है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि इंडो-पैसेफिक में शांति और सुरक्षा यह हमारी साझा प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि मैं और राष्ट्रपति बाइडन एकमत हैं कि इस क्षेत्र का विकास और सफलता पूरे विश्व के लिए महत्वपूर्ण है।
पीएम ने कहा कि व्हाइट हाउस में इतनी बड़ी संख्या में भारतीय लोगों की उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि इंडियन-अमेरिकन हमारे संबंधों की असली ताकत हैं। व्हाइट हाउस में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद और कट्टरवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और अमेरिका कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हम सहमत हैं कि सीमा पार आतंकवाद को समाप्त करने के लिए ठोस कार्रवाई आवश्यक है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अमेरिका के साथ हमारा आर्थिक संबंध तेजी से बढ़ रहा है। पिछले एक दशक में हमारे देशों के बीच व्यापार लगभग दोगुना होकर 191 अरब डॉलर से अधिक हो गया है, जिससे भारत और अमेरिका दोनों में हजारों नौकरियां पैदा हुई हैं।
मोदी ने बाइडन के साथ साझा बयान जारी करते हुए कहा कि व्यापार और निवेश में अमेरिका-भारत साझेदारी न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है। आज अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है। हमने व्यापार से संबंधित लंबित मुद्दों को खत्म करने और एक नई शुरुआत करने का फैसला किया है।
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