वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ द्विपक्षीय बैठक के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन की प्रतीक्षा में गुरुवार को व्हाइट हाउस के साउथ लॉन के बाहर भारतीय प्रवासियों की भारी भीड़ देखी गई। भारी संख्या में लोगों के एकत्र होने पर ‘भारत माता की जय’ और ‘मोदी-मोदी’ के नारे हवा में गूंज उठे। भीड़ में लोगों के हाथ में लगे कुछ तख्तों पर लिखा था, “अमेरिका मोदी से प्यार करता है।” लोगों ने नारे लगाए, भारत और अमेरिका दोनों के राष्ट्रीय झंडे लहराते देखे गए।
यहां गुरुवार को व्हाइट हाउस में मिनी भारत का दृश्य देखने को मिला है। जहां पीएम मोदी के स्वागत के लिए व्हाउट हाउस में हिंदी गाने बजते सुनाई दिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की अपनी पहली राजकीय यात्रा पर हैं। एक आधिकारिक राजकीय यात्रा किसी अतिथि नेता को दिया जाने वाला सर्वोच्च रैंक वाला राजनयिक निमंत्रण है।
गुरुवार को पीएम मोदी ने व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात की। जहां दोनों नेताओं ने व्हाइट हाउस में आए हजारों की संख्या में भारतीय और अमेरिकी नागरिकों को संबोधित किया। इसके बाद पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच द्विपक्षीय बैठक हुई। जिसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई।
इस दौरान दोनों नेताओं के बीच रक्षा, अंतरिक्ष, स्वच्छ ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में बढ़ते भारत-अमेरिका रणनीतिक संबंधों को और मजबूती देने समेत कई अन्य मुद्दों पर द्विपक्षीय बातचीत भी हुई। इससे पहले पीएम मोदी का व्हाइट हाउस में राजकीय सम्मान के साथ स्वागत किया गया था। यहां राष्ट्रपति जो बाइडेन ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करते हुए कहा था कि अमेरिका और भारत के बीच संबंध 21वीं सदी में सबसे निर्णायक रिश्तों में से एक हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ द्विपक्षीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जिस गर्मजोशी से आपने मेरा और मेरे प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया उसके लिए मैं आपका शुक्रिया करता हूं। मैं विशेष रूप से आपका आभार व्यक्ति करता हूं कि आज आपने व्हाइट हाउस का द्वार भारतीय समुदाय के लोगों के लिए खोले।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आप हमेशा भारत के शुभचिंतक रहे हैं और जब भी आपको अवसर मिला आपने हमेशा भारत-अमेरिका के रिश्तों को ताकत दी है। मुझे याद है कि 8 साल पहले आपने यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल में महत्वपूर्ण बात कही थी। आपने कहा था कि ‘हमारा लक्ष्य भारत का सबसे अच्छा मित्र बनना है’। यह आपके शब्द आज भी गूंज रहे हैं।
वहीं द्विपक्षीय बैठक के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि हम अंतरिक्ष, समुद्री प्रौद्योगिकी और हरित प्रौद्योगिकी सहित कई क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ”पिछले 10 वर्षों में छोटे-छोटे कदम बड़ी प्रगति में बदल गए हैं। आज हमारे देशों के बीच साझेदारी पहले से कहीं अधिक मजबूत है”।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब कभी दो देशों के बीच बात की जाती है तो अकसर औपचारिक सांझा बयान, काम करने वाला समहू और आमतौर पर उसी दायरे पर बात होती है। इसका अपना महत्व है लेकिन भारत अमेरिका के रिश्तों का असली इंजन हमारे मजबूत लोगों से लोगों का रिश्ता है। इस इंजन की जोरदार दहाड़ हमने व्हाइट हाउस के बाहर सुनी थी।
इस दौरान पीएम मोदी ने यह भी कहा कि आज की तेजी से बदल रहे वैश्विक स्थिति में सभी की नजर विश्व के दो सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत और अमेरिका पर है। मेरा मानना है कि हमारी रणनीतिक साझेदारी मानव जाति के कल्याण, वैश्विक शांति और स्थिरता, लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखने वाली सभी ताकतों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।
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