China: फिलिस्तीन के लिए लाल कालीन क्यों बिछा रहे जिनपिंग?
July 14, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

China: फिलिस्तीन के लिए लाल कालीन क्यों बिछा रहे जिनपिंग?

आखिर शी ने बीजिंग के ऐतिहासिक ग्रेट हॉल ऑफ द पीपुल में फिलिस्तीनी नेता का भव्य स्वागत किया तो क्यों? याद रहे, कम्युनिस्ट और विस्तारवादी चीन किसी भी देश के साथ संबंध बनाता है तो उसमें सिर्फ अपना दीर्घकालिक स्वार्थ देखता है

by WEB DESK
Jun 15, 2023, 12:00 pm IST
in विश्व
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और फिलिस्तीन के राष्‍ट्रपति महमूद अब्‍बास

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और फिलिस्तीन के राष्‍ट्रपति महमूद अब्‍बास

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

फिलिस्‍तीन के जिहादी सरगनाओं पर पिछले दिनों इस्राएल ने जबरदस्त प्रहार करके उन्हें खत्म कर दिया था। उनके ठिकानों पर ढूंढकर उन्हें मार गिराया था। उसके बाद फिलिस्तीन ने इस्राएल को ‘सबक सिखाने’ की धमकियां दी थीं। मारे गए जिहादी कमांडरों के जनाजों के जलूस निकालकर इस्राएल विरोधी भावनाएं भड़काई गई थीं। फिलिस्तीन को दुनिया के कुछ ही देश मान्यता देते हैं, उसस कूटनीति संबंध रखते हैं। उनमें से एक चीन ने कल वहां के राष्‍ट्रपति महमूद अब्‍बास का बीजिंग में लाल कालीन बिछाकर स्‍वागत किया। आखिर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ऐसा करके दुनिया को क्या संकेत देना चाहते हैं?

चीन के राष्‍ट्रपति ने फिलिस्‍तीन के राष्ट्रपति अब्‍बास की आवभगत के बाद लंबी वार्ता की है। चीन के विदेश मंत्रालय के अनुसार, शी ने अब्‍बास से फिलिस्‍तीन की तरक्की और खुशहाली में अपना सहयोग देने की पेशकश की है। बदले में अब्‍बास ने जिनपिंग को अपने यहां आने का निमंत्रण दिया है।

फिलिस्‍तीन के राष्‍ट्रपति का चीन दौरा तीन दिन का है यानी वे कल अपने देश लौटेंगे। पर आखिर शी ने बीजिंग के ऐतिहासिक ग्रेट हॉल ऑफ द पीपुल में फिलिस्तीनी नेता का भव्य स्वागत किया तो क्यों? याद रहे, कम्युनिस्ट और विस्तारवादी चीन किसी भी देश के साथ संबंध बनाता है तो उसमें सिर्फ अपना दीर्घकालिक स्वार्थ देखता है।

Representational Image

‘शांतिदूत’ का बाना ओढ़कर जिनपिंग सिंक्यांग में उइगरों और दूसरे अल्पसंख्यक समूहों पर अपने दमन को शायद ढांप लेना चाहते हैं। लेकिन ऐसा शायद होगा नहीं, क्योंकि संयुक्त राष्ट्र सहित दुनियाभर के मानवाधिकार संगठनों के पास उइगरों पर चीनी कम्युनिस्ट सत्ता के दमन के दस्तावेजी सबूत हैं।

चीन की यात्रा करने वाले अरब देश के पहले नेता बने हैं अब्बास। ध्यान दें कि पिछले साल सऊदी अरब में चीन ने ईरान से अरब के सात साल पहले टूट चुके कूटनीतिक संबंध को फिर से पटरी पर लाने में विशेष भूमिका ही नहीं निभाई थी बल्कि अरब देशों के शिखर सम्मेलन में भी वह शामिल हुआ था। उससे पहले जिनपिंग रूस गए थे और वहां एक 12 सूत्रीय ‘शांति फार्मूला’ सूझाकर दुनिया में खुद को ‘शांतिदूत’ जैसा बताने की नाकाम कोशिश की थी। अब शायद जिनपिंग ने फिलिस्तीन को यह भरोसा दिलाया है कि वह इस्राएल को समझाकर शांति और विकास की राह खोजने में मदद करेगा। जिनपिंग की यह कवायद अब अब्‍बास को अपने ‘मोहजाल’ में लेने की ज्यादा दिखती है। गत मार्च में अब्बास ने जिनपिंग को पत्र भेजकर तीसरी बार राष्‍ट्रपति बनने पर बधाई भी दी थी।

जिनपिंग ने कल अपने भाषण में इस बात को रेखांकित किया कि अब्‍बास इस वर्ष चीन के दौरे पर आए अरब देश के पहले नेता बने हैं। उन्होंने यह भी कहा कि चीन तथा फिलिस्‍तीन आपस में विश्वास करने तथा समर्थन देने वाले अच्छे मित्र तथा साझीदार रहे हैं। जैसा पहले बताया, चीन फिलिस्तीन मुक्ति संगठन तथा फिलिस्‍तीन स्टेट को मान्यता देने वाले शुरुआती देशों में से एक है।

जिनपिंग यह कहना भी नहीं भूले कि दुनिया में महत्वपूर्ण बदलावों तथा मध्यपूर्व की स्थिति में आए नए परिवर्तन को देखते हुए वे फिलिस्‍तीन के साथ समन्वय तथा सहयोग को और बढ़ाना चाहते हैं। वे उस देश के समग्र, निष्पक्ष तथा स्थाई हल के लिए काम करने को तैयार हैं। क्या दोनों नेताओं के बीच रणनीतिक साझेदारी के संबंध स्थापित करने की बात होना भविष्य की भूराजनीतिक स्थितियों की ओर संकेत है?

विशेषज्ञों के अनुसार, बेशक, चीन अपने बाजार के विस्तार और बीआरआई परियोजना पर तेजी से बढ़ने के साथ ही खुद को एक महाशक्ति के नाते स्थापित करने को बेचैन है। अमेरिका के सतर्क होकर दरवाजे बंद करने के बाद, चीन की कोशिश अफ्रीकी, मध्यएशियाई, दक्षिण एशियाई देशों पर ‘मददगार शंतिदूत’ की छवि दिखाकर, बाजार के रास्ते उनकी अर्थव्यवस्था को शिकंजे में लेना चाहता है। वह अमेरिका के बरअक्स एक गुट खड़ा करना चाहता है।

अमेरिका और भारत के बीच घटती दूरियां भी उसके लिए चिंता की वजह होंगी। ‘शांतिदूत’ का बाना ओढ़कर जिनपिंग सिंक्यांग में उइगरों और दूसरे अल्पसंख्यक समूहों पर अपने दमन को शायद ढांप लेना चाहते हैं। लेकिन ऐसा शायद होगा नहीं, क्योंकि संयुक्त राष्ट्र सहित दुनियाभर के मानवाधिकार संगठनों के पास उइगरों पर चीनी कम्युनिस्ट सत्ता के दमन के दस्तावेजी सबूत हैं। जो मिटाए नहीं मिट सकते।

Topics: Chinaoppressionअब्‍बासIranabbasbridevelopmnetisraeleconomyफिलिस्तीनचीनPalestineamericabilateralrussiavisituighurजिनपिंगxinxiangxiIndiacpecpeace
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Terrorism

नेपाल के रास्ते भारत में दहशत की साजिश, लश्कर-ए-तैयबा का प्लान बेनकाब

Nepal Rasuwagadhi Flood

चीन ने नहीं दी बाढ़ की चेतावनी, तिब्बत के हिम ताल के टूटने से नेपाल में तबाही

इस्राएल सेना चैट जीपीटी जैसा एक टूल भी बना रही है जिससे फिलिस्तीन से मिले ढेरों डाटा को समझा जा सके

‘खुफिया विभाग से जुड़े सब सीखें अरबी, समझें कुरान!’ Israel सरकार के इस फैसले के अर्थ क्या?

Pema Khandu Arunachal Pradesh Tibet

पेमा खांडू का चीन को करारा जवाब: अरुणाचल भारत का अभिन्न अंग, तिब्बत से सटी है सीमा

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

हमले में मारी गई एक युवती के शव को लगभग नग्न करके गाड़ी में पीछे डालकर गाजा में जिस प्रकार प्रदर्शित किया जा रहा था और जिस प्रकार वहां के इस्लामवादी उस शव पर थूक रहे थे, उसने दुनिया को जिहादियों की पाशविकता की एक झलक मात्र दिखाई थी  (File Photo)

‘7 अक्तूबर को इस्राएली महिलाओं के शवों तक से बलात्कार किया इस्लामी हमासियों ने’, ‘द टाइम्स’ की हैरान करने वाली रिपोर्ट

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

नूंह में शोभायात्रा पर किया गया था पथराव (फाइल फोटो)

नूंह: ब्रज मंडल यात्रा से पहले इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं बंद, 24 घंटे के लिए लगी पाबंदी

गजवा-ए-हिंद की सोच भर है ‘छांगुर’! : जलालुद्दीन से अनवर तक भरे पड़े हैं कन्वर्जन एजेंट

18 खातों में 68 करोड़ : छांगुर के खातों में भर-भर कर पैसा, ED को मिले बाहरी फंडिंग के सुराग

बालासोर कॉलेज की छात्रा ने यौन उत्पीड़न से तंग आकर खुद को लगाई आग: राष्ट्रीय महिला आयोग ने लिया संज्ञान

इंटरनेट के बिना PF बैलेंस कैसे देखें

EPF नियमों में बड़ा बदलाव: घर खरीदना, इलाज या शादी अब PF से पैसा निकालना हुआ आसान

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

PM Kisan Yojana

PM Kisan Yojana: इस दिन आपके खाते में आएगी 20वीं किस्त

FBI Anti Khalistan operation

कैलिफोर्निया में खालिस्तानी नेटवर्क पर FBI की कार्रवाई, NIA का वांछित आतंकी पकड़ा गया

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies