उत्तर कोरिया: तानाशाह के राज में आत्महत्या पर उतारू भुखमरी से परेशान लोग
July 24, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • ऑपरेशन सिंदूर
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • जनजातीय नायक
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

उत्तर कोरिया: तानाशाह के राज में आत्महत्या पर उतारू भुखमरी से परेशान लोग

दक्षिण कोरिया के गुप्तचर विभाग का अंदाजा है कि, उत्तर कोरिया में आत्महत्या के मामलों में गत वर्ष की तुलना में लगभग 40 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई है

by WEB DESK
Jun 13, 2023, 04:45 pm IST
in विश्व
किम जोंग उन

किम जोंग उन

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दुनिया के इकलौते आत्ममुग्ध और वंशवादी तानाशाही से पिस रहे देश उत्तर कोरिया में पतन की नित नई इबारतें गढ़ी जा रही हैं। अब वहां लोग बदहाल जिंदगी से इतने परेशान आ गए हैं कि पिछले कुछ सालों से खुदकुशी का रास्ता अपनाने वालों की तादाद लगातार बढ़ रही है। इस साल तो मानो हद ही हो गई है। पिछले साल के मुकाबले इस साल आत्महत्या करने वालों की दर में 40 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई है। यह चलन इतना हैरान करने वाला है कि खुद तानाशाह किम जोंग उन बिफरे हुए हैं। उन्होंने अपनी भड़ास प्रशासनिक अधिकारियों पर निकालनी शुरू कर दी है। फरमान जारी किया है कि किसी आदमी के आत्महत्या करने के पीछे जवाबदेही अधिकारी की होगी, उसे वजह बतानी होगी। इतना ही नहीं, आम लोगों को यह कदम उठाने से रोकने की गरज से इसे ‘समाजवाद के विरुद्ध देशद्रोह’ का अपराध घोषित कर दिया है।

किम जोंग उन दुनिया भर में अपने दादा और पिता की तरह ही सनकी तानाशाह माने जाते हैं। उत्तर कोरिया देश से बढ़कर उनकी पारिवारिक संपदा जैसा है। वहां जो होता है वह, किम के द्वारा, किम के लिए होता है। ऐसे राज में अगर यह बात फैले कि सत्ता की लापरवाही से त्रस्त जनता खुदकुशी कर रही है, तो किम की नाक कटती है। लिहाजा उसने इस अत्यंत पीड़ाजनक कदम उठाने वाले को ही अब ‘अपराधी’ घोषित करने का फरमान सुनाकर अपनी छवि बेदाग बनाने की कोशिश की है।

आपात बैठक में किम जोंग को आत्महत्या करने वालों की छोड़ी चिट्ठियां पढ़कर सुनाई गईं तो तानाशाह की त्योरियां चढ़ गई थीं । उसमें लोगों ने सामाजिक दुर्दशा का रोना रोया था। पता चला है कि ज्यादातर लोगों ने बेहद गरीबी तथा भुखमरी से त्रस्त होकर आत्महत्या का कदम उठाया था।

तानाशाह किम ने देश में बढ़ती आत्महत्या की घटनाओं पर काबू पाने के लिए इस पर प्रतिबंध लगा दिया है। समाजवाद के विरुद्ध देशद्रोह ठहराने से उन्हें लगता है कि ‘देशद्रोह’ शब्द लोगों को यह कदम उठाने से दूर कर देगा, क्योंकि उनका ऐसा खौफ है कि उनके ‘समाजवाद’ को कोई बट्टा लगाने की धृष्टता करने की सोच भी नहीं सकेगा। किम के इस गुप्त आदेश की पूरे प्योंगयोंग में दबी जबान चर्चा है।

किम के गुप्त आदेश में साफ कहा गया है कि आत्महत्याओं को रोकने की जिम्मेदारी अधिकारियों की होगी। अगर कहीं किसी ने आत्महत्या की होगी तो उस इलाके के सरकारी अधिकारियों पर ठीकरा फोड़ा जाएगा। बताते हैं, ऐसा सख्त आदेश जारी करने से पहले तानाशाह ने अपने वफादार अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक करके पूरे मामले पर मंत्रणा की थी। पता चला है कि किम ने ये बैठक प्रांतीय पार्टी कमेटी के दफ्तर में ली थी। किम और प्रशासनिक अधिकारियों के अलवा इस बैठक में कई बड़े नेता भी शामिल हुए थे। बैठक में किम का स्पष्ट आदेश था कि आत्महत्याएं रुकनी चाहिए। रिपोर्ट है कि सिर्फ दो काउंटी में ही इस साल 35 से ज्यादा लोगों ने आत्महत्या की है।

जैसा पहले बताया, उत्तर कोरिया में एक बड़ी आबादी भुखमरी झेल रही है। इससे भी अनेक जानें गई हैं, लेकिन उस देश से सही आंकड़ा पता करना टेढ़ी खीर है। किम की सरकार सभी आंकड़ों को गोपनीय रखती है। दक्षिण कोरिया के गुप्तचर विभाग का अंदाजा है कि, उत्तर कोरिया में आत्महत्या के मामलों में गत वर्ष की तुलना में लगभग 40 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई है।

सूत्रों के अनुसार, आपात बैठक में किम जोंग को आत्महत्या करने वालों की छोड़ी चिट्ठियां पढ़कर सुनाई गईं तो तानाशाह की त्योरियां चढ़ गई थीं । उसमें लोगों ने सामाजिक दुर्दशा का रोना रोया था। पता चला है कि ज्यादातर लोगों ने बेहद गरीबी तथा भुखमरी से त्रस्त होकर आत्महत्या का कदम उठाया था।

उत्तर कोरिया की जनता भुखमरी से परेशान है। देश की आबादी के एक बड़े हिस्से के पास बुनियादी सुविधाएं तक नहीं हैं। रोजगार नहीं हैं, अर्थतंत्र डावांडेाल ही रहता है। दुनिया के अन्य देशों के साथ संबंध नहीं हैं। किसी को बाहरी दुनिया की झलक लेने की इजाजत नहीं है। नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं आम उत्तर कोरियाई।

उस देश के पास खाना खाने को पैसे भले न हों लेकिन आएदिन मिसाइलों के परीक्षण करके किम अपनी सनक का प्रदर्शन करना नहीं भूलते। उनका व्यवहार है तो बस एक अन्य कम्युनिस्ट तानाशाह तंत्र चीन से। उसी उत्तर कोरिया के तानाशाह का अपने देश में होने वाली आत्महत्याओं से बेहद परेशान होना दिखाता है कि पानी कहां तक चढ़ चुका है।

Topics: आत्महत्याChinasouthkoreakimdatasecretउत्तर कोरियाप्योंगयोंगmeetingjongincreasenorthkoreasuicidedictator
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Representational Image

ब्रह्मपुत्र को बांध रहा कम्युनिस्ट चीन, भारत के विरोध के बावजूद ‘तिब्बत की मांग’ पूरी करने पर आमादा बीजिंग

मुजफ्फराबाद (पीओजेके) में ध्वस्त किया गया एक आतंकी अड्डा   (फाइल चित्र)

जिहादी सोच का पाकिस्तान आपरेशन सिंदूर में ध्वस्त अड्डों को फिर से खड़ा करेगा, 100 करोड़ में चीनी कंपनी से बनवाएगी सरकार

एससीओ में जयशंकर

SCO में Jaishankar ने​ की पहलगाम जिहादी हमले की चर्चा, कहा-आतंकवाद पर नरम रवैया नहीं, तीखा प्रहार जरूरी

Nepal Rasuwagadhi Flood

चीन ने नहीं दी बाढ़ की चेतावनी, तिब्बत के हिम ताल के टूटने से नेपाल में तबाही

Pema Khandu Arunachal Pradesh Tibet

पेमा खांडू का चीन को करारा जवाब: अरुणाचल भारत का अभिन्न अंग, तिब्बत से सटी है सीमा

Operation Sindoor: बेनकाब हुआ चीन, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में ऐसे कर रहा था अपने दोस्त पाक की मदद

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Iran Suppressing voices

राष्ट्रीय सुरक्षा या असहमति की आवाज का दमन? ईरान में युद्ध के बाद 2000 गिरफ्तारियां

पूर्व डीआईजी इंद्रजीत सिंह सिद्धू चंडीगढ़ की सड़कों पर सफाई करते हुए

पागल या सनकी नहीं हैं, पूर्व DIG हैं कूड़ा बीनने वाले बाबा : अपराध मिटाकर स्वच्छता की अलख जगा रहे इंद्रजीत सिंह सिद्धू

जसवंत सिंह, जिन्होंने नहर में गिरी कार से 11 लोगों की जान बचाई

पंजाब पुलिस जवान जसवंत सिंह की बहादुरी : तैरना नहीं आता फिर भी बचे 11 लोगों के प्राण

उत्तराखंड कैबिनेट बैठक में लिए गए फैसलों से जुड़ा दृश्य

उत्तराखंड : कैबिनेट बैठक में कुंभ, शिक्षा और ई-स्टैंपिंग पर बड़े फैसले

मोदी सरकार की रणनीति से समाप्त होता नक्सलवाद

महात्मा गांधी के हिंद सुराज की कल्पना को नेहरू ने म्यूजियम में डाला : दत्तात्रेय होसबाले जी

BKI आतंकी आकाश दीप इंदौर से गिरफ्तार, दिल्ली और पंजाब में हमले की साजिश का खुलासा

CFCFRMS : केंद्र सरकार ने रोकी ₹5,489 करोड़ की साइबर ठगी, 17.82 लाख शिकायतों पर हुई कार्रवाई

फर्जी पासपोर्ट केस में अब्दुल्ला आज़म को बड़ा झटका, हाईकोर्ट ने याचिकाएं खारिज कीं

अवैध रूप से इस्लामिक कन्वर्जन करने वाले आरोपी अब पुलिस की गिरफ्त में हैं।

आगरा में इस्लामिक कन्वर्जन: मुख्य आरोपी रहमान के दो बेटे भी गिरफ्तार, राजस्थान के काजी की तलाश कर रही पुलिस

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • जीवनशैली
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies