लोकतंत्र का दुश्मन चीन नहीं चाहता अपने यहां कोई भारतीय पत्रकार!
May 8, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

लोकतंत्र का दुश्मन चीन नहीं चाहता अपने यहां कोई भारतीय पत्रकार!

भारतीय पत्रकारों को वहां खुलकर काम नहीं करने दिया जाता। अब नए फरमान के बाद तो भारत का कोई अधिकृत पत्रकार उस देश में नहीं रह जाएगा

by WEB DESK
Jun 13, 2023, 12:00 pm IST
in विश्व
Representational Image

Representational Image

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

चीन ने भारत के साथ सुलह—समझौते की बात सिर्फ बयानों तक सीमित रखने की अपनी मंशा एक बार फिर से उजागर कर दी है। अभी 10 दिन पहले थ्येनआनमन चौक पर कोई लोकतंत्र समर्थक आंदोलन की सालाना याद करने को इकट्ठा न हो, इसके लिए कड़ाई करने वाले चीन को लोकतांत्रिक देशों के पत्रकार भी स्वीकार नहीं हैं। बीजिंग में भारत के अब बस एक बचे पत्रकार को भी कम्युनिस्ट सरकार ने देश से चले जाने का फरमान सुना दिया है।

हालांकि अभी कुछ दिन पहले भारत की मोदी सरकार ने बयान दिया था कि हमारे यहां चीन के पत्रकारों को काम में कोई दिक्कत नहीं आने दी जा रही है। परन्तु चीन में वहां की कम्युनिस्ट सरकार का व्यवहार बिल्कुल उलट है। वहां भारतीय पत्रकारों को खुलकर काम नहीं करने दिया जाता। अब इस नए फरमान के बाद तो भारत का कोई अधिकृत पत्रकार उस देश में नहीं रह जाएगा। आखिरी भारतीय पत्रकार को देश से चले जाने के आदेश के बाद मोदी सरकार का कहना है कि इस विषय में वह चीन सरकार से बात कर रही है।

2023 के शुरू में बीजिंग में भारत के चार पत्रकार कार्यरत थे। गत अप्रैल में चीन ने दो पत्रकारों को आगे वीसा देने से मना किया था। एक अन्य भारतीय पत्रकार यानी तीसरे ने तो पिछले हफ्ते ही चीन छोड़ा है। अब चौथा और आखिरी पत्रकार भी 30 जून तक भारत वापस लौटना है।

इसमें संदेह नहीं है कि ड्रैगन के इस कदम के बाद भारत और चीन के बीच तनाव ने एक नया आयाम ने लिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, भारत को चीन के इस कदम की भनक लग चुकी थी और संभवत: इसी वजह से मोदी सरकार ने चीन के एक पत्रकार के वीसा को और बढ़ाने से मना कर दिया था।

चीन ने भारत के ​आखिरी पत्रकार को अपने यहां से 30 जून तक चले जाने को कहा है। इसके बाद से वहां भारत का एक भी पत्रकार शेष नहीं रह जाएगा। चीन पहले तीन भारतीय पत्रकारों को वापस भेज चुका है। 2023 के शुरू में बीजिंग में भारत के चार पत्रकार कार्यरत थे। गत अप्रैल में चीन ने दो पत्रकारों को आगे वीसा देने से मना किया था। एक अन्य भारतीय पत्रकार यानी तीसरे ने तो पिछले हफ्ते ही चीन छोड़ा है। अब चौथा और आखिरी पत्रकार भी 30 जून तक भारत वापस लौटना है। इस कार्रवाई पर चीन के विदेश मंत्रालय की कोई टिप्पणी सामने नहीं आई है।

चीन के विदेश विभाग ने इस संबंध में पिछले महीने जरूर कहा था कि भारत में बचे एकमात्र चीन के पत्रकार का वीसा आगे बढ़ाया जाना है। जबकि उसके पहले ही भारत ने चीन के दो पत्रकारों के वीसा आगे बढ़ाने से मना कर दिया था। मोदी सरकार का मानना है कि वह भारत में चीन के पत्रकारों को काम करने में पूरी सहूलियत दे रही थी, लेकिन चीन में भारत के पत्रकारों के लिए खुलकर काम नहीं करने दिया जाता। वहां इस संबंध में कोई मदद भी नहीं मिलती।

चीन ने आखिर ऐसा कदम क्यों उठाया, इस बारे में कुछ जानकारों का कहना है कि इस मुद्दे की शुरुआत तब हुई थी जब चीन में काम कर रहे भारत के दो पत्रकारों ने अपने सहायक रखने की कोशिश की थी। क्यों​कि चीन की नीति है कि कोई पत्रकार अधिकतम तीन सहायक रख सकता है। लेकिन भारत में ऐसी कोई सीमा तय नहीं है।

Topics: चीनvisacpcbeijingIndiaDemocracyChinajournalistnewdelhicommunistपत्रकारभारतxigovernment
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

भारत के एनएसए अजीत डोवल

Operation Sindoor: NSA Doval ने जिन्ना के देश के एनएसए से कहा-भारत तनाव नहीं चाहता, लेकिन हिमाकत की तो कड़ा जवाब मिलेगा

आतंकी मसूद  (File Photo)

Operation Sindoor: ‘अच्छा होता मैं भी मारा जाता’, कुख्यात जैश सरगना आतंकी मसूद ने आपरेशन सिंदूर के बाद जताई इच्छा

भारत द्वारा सीमा रेखा के उस पार चल रहे तीन मुख्य आतंकी अड्डों और उनसे जुड़े ढांचे को पैनी चोट करके ध्वस्त किया गया

आंसू बहा रहा जिन्ना के देश का मीडिया, फौज कर रही दुष्प्रचार

इटली के वित्त मंत्री जियानकार्लो जियोर्जेटी के साथ निर्मला सीमारमण

भारत ने कसा जिन्ना के कंगाल देश पर शिकंजा, अब फंडिंग लेने में छठी का दूध याद आएगा जिहादियों के रखवाले को

टोरंटो में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा निकाली गई परेड

चुनाव में पिटे खालिस्तानियों ने निकाली हिन्दू विरोधी रैली, 8 लाख हिन्दुओं को देश से बाहर करने की मांग की

नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री, भारत

पाकिस्तान नहीं भूलेगा यह मार: भारत के 244 जिलों में कल नागरिक सुरक्षा पूर्वाभ्यास, देंगे मुंहतोड़ जवाब

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

राफेल पर मजाक उड़ाना पड़ा भारी : सेना का मजाक उड़ाने पर कांग्रेस नेता अजय राय FIR

घुसपैठ और कन्वर्जन के विरोध में लोगों के साथ सड़क पर उतरे चंपई सोरेन

घर वापसी का जोर, चर्च कमजोर

‘आतंकी जनाजों में लहराते झंडे सब कुछ कह जाते हैं’ : पाकिस्तान फिर बेनकाब, भारत ने सबूत सहित बताया आतंकी गठजोड़ का सच

पाकिस्तान पर भारत की डिजिटल स्ट्राइक : ओटीटी पर पाकिस्तानी फिल्में और वेब सीरीज बैन, नहीं दिखेगा आतंकी देश का कंटेंट

Brahmos Airospace Indian navy

अब लखनऊ ने निकलेगी ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल : 300 करोड़ की लागत से बनी यूनिट तैयार, सैन्य ताकत के लिए 11 मई अहम दिन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान की आतंकी साजिशें : कश्मीर से काबुल, मॉस्को से लंदन और उससे भी आगे तक

Live Press Briefing on Operation Sindoor by Ministry of External Affairs: ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की प्रेस कॉन्फ्रेंस

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies