रामकृष्ण मिशन के सचिव स्वामी भवेशानंद महाराज ने कहा कि धन है तो धन का दान करें, ज्ञान है तो ज्ञान बांटें अथवा श्रमदान करें। चौपाल की अध्यक्षता लोकसभा के पूर्व उपाध्यक्ष कड़िया मुंडा ने की
गत दिनों रांची के पास गुड़ीडीह स्थित सेवाधाम के प्रांगण में चौपाल का आयोजन किया गया। इसमें ‘सामाजिक समावेशन और सेवा’ विषय पर सामूहिक चर्चा हुई। वक्ताओं ने इस बात पर बल दिया कि हमें संस्कृति और सेवा के संस्कारों को नहीं छोड़ना है।
राष्ट्रीय सेवा भारती के न्यासी गुरुशरण प्रसाद ने कहा कि हमारा आपसी मेल-मिलाप ही सामाजिक समावेश और सेवा की बुनियाद है। चौपाल का आयोजन सेवा भारती, झारखंड और इंटरनेशनल सेंटर फॉर कल्चरल स्टडीज, दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में हुआ था।
पूर्व पुलिस महानिदेशक निर्मला कौर ने कहा कि आज हमारी संस्कृति पर बाहरी संस्थाओं और पंथों के लोग कुठाराघात कर रहे हैं। समापन समारोह के मुख्य अतिथि और प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता पद्मश्री अशोक भगत ने कहा कि सरकार के आसरे न रहकर समाज के विकास में समाज का समावेशी योगदान होना चाहिए।
रामकृष्ण मिशन के सचिव स्वामी भवेशानंद महाराज ने कहा कि धन है तो धन का दान करें, ज्ञान है तो ज्ञान बांटें अथवा श्रमदान करें। चौपाल की अध्यक्षता लोकसभा के पूर्व उपाध्यक्ष कड़िया मुंडा ने की। उन्होंने कहा कि हम जो भी कार्य करें, श्रद्धापूर्वक और मन से करें तभी स्वयं और समाज का चहुंमुखी विकास होगा।
राष्ट्रीय सेवा भारती के न्यासी गुरुशरण प्रसाद ने कहा कि हमारा आपसी मेल-मिलाप ही सामाजिक समावेश और सेवा की बुनियाद है। चौपाल का आयोजन सेवा भारती, झारखंड और इंटरनेशनल सेंटर फॉर कल्चरल स्टडीज, दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में हुआ था।
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