नई दिल्ली। कर्नाटक में चामराजनगर के मकाली गांव के पास गुरुवार को भारतीय वायुसेना का सूर्य किरण ट्रेनर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में एक महिला और एक पुरुष पायलट थे, जो सुरक्षित हैं। भारतीय वायुसेना ने दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया है। यह दुर्घटना नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान हुई।
वायुसेना की तरफ से बताया गया कि एक नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान भारतीय वायुसेना का एक सूर्य किरण प्रशिक्षण विमान कर्नाटक के चामराजनगर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटना से पहले एक महिला पायलट सहित दोनों पायलट सुरक्षित बाहर निकल गए। हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दे दिए गए हैं। किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। आगे के ब्यौरे की प्रतीक्षा है।
पहले भी हुईं हैं दुर्घटनाएं
बेंगलुरु में 2019 में एयर शो से एक दिन पहले फाइनल प्रैक्टिस के दौरान दो सूर्य किरण विमान आसमान में टकरा गए। इस हादसे में एक पायलट की मौत हो गई थी। 18 मार्च, 2006 में बीदर एयरफोर्स स्टेशन के पास एक सूर्यकिरण विमान हादसे का शिकार हो गया था। इस दौरान दो पायलट घायल हो गए थे। बीजू पटनायक एयरपोर्ट पर 23 दिसंबर, 2007 में मिलिट्री ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट एचजेटी-16 किरण हादसे का शिकार हो गया था। इसमें पायलट समय रहते बच निकला था। 21 जनवरी, 2009 को बीदर एयरफोर्स स्टेशन के पास एक हादसे में विंग कमांडर घायल हो गए थे।
सूर्य किरण है एयरोबैटिक टीम
सूर्य किरण वायुसेना की एयरोबैटिक टीम है, जिसका गठन 1996 में किया गया था। यह टीम एयरफोर्स की 52वीं स्क्वाड्रन का हिस्सा थी। इस टीम ने कई जगहों पर अपने करतबों से सभी को मंत्रमुग्ध किया है। सूर्य किरण टीम का हिस्सा बने लाल रंग के विमान एयर शो के दौरान आसमान में तीन रंगों का धुआं छोड़ते हुए दिखाई देते हैं। इनके करतब का टाइम एयर शो की जगह के हिसाब से तय होता है, जो करीब दस से बीस मिनट का होता है। सूर्य किरण टीम एक वर्ष के अंदर करीब 30 एयर शो करती है। शो के दौरान इनकी स्पीड 150 से 650 किमी प्रतिघंटे की होती है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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