केन्द्र में अपनी सरकार के नौ साल पूरे होने के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहली जनसभा करने के लिए 31 मई को अजमेर आ रहे हैं। वे यहां कायड़ विश्रामस्थली पर बड़ी जनसभा करेंगे। जनसभा में 42 विधानसभा क्षेत्र और 8 लोकसभा क्षेत्रों से लगभग दो लाख से भी अधिक लोगों के जुटने का दावा किया जा रहा है। ऐसे में जनसभा की तैयारियां व्यापक स्तर पर की जा रही हैं।
देशभर में मोदी सरकार नौ वर्ष के कार्यकाल में हुए विशेष कामों और योजनाओं के बारे में जन-जन तक संदेश पहुंचाने का काम करेगी। इसकी शुरुआत पीएम मोदी अजमेर से करेंगे। 31 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अजमेर के निकट कायड़ विश्राम स्थली में विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके लिए कायड़ विश्राम स्थली में व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी वायुसेना के विशेष विमान से पहले किशनगढ़ एयरपोर्ट आएंगे। यहां से वे सेना के हेलीकॉप्टर से पहले पुष्कर जाएंगे। यहां तीर्थ गुरु पुष्कर सरोवर की पूजा अर्चना और जगत पिता ब्रह्मा मंदिर के दर्शन करने के बाद मोदी अजमेर में कायड़ विश्राम स्थली के समीप बनाए गए हेलिपैड पर सेना के हेलीकॉप्टर से पहुंचेंगे।
मौसम खराब होने की स्थिति में किशनगढ़ एयरपोर्ट से उनका सड़क मार्ग से भी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पहले पुष्कर और बाद में अजमेर कायड़ विश्राम स्थली पहुंचने का वैकल्पिक कार्यक्रम तैयार कर लिया गया है। हालांकि, अभी अधिकृत रूप से पीएम मोदी का कार्यक्रम जारी नहीं हुआ है, लेकिन उनके पुष्कर और अजमेर आगमन को लेकर तैयारियां भी उसी स्तर पर हो रही हैं।
मंगलवार को भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर से अजमेर आए अधिकारियों ने हेलीपैड स्थल की भी जांच की। इसके साथ ही पुष्कर सहित आसपास के क्षेत्र में भी हेलीकॉप्टर से अधिकारियों ने करीब दो घंटे तक निरीक्षण किया। हवाई निरीक्षण के बाद सुरक्षा व्यवस्था में तैनात अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। सभा स्थल के आसपास संदिग्ध व्यक्तियों पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए हैं।
एसपीजी अधिकारियों के निर्देशन में पुलिस ने अब कायड़ विश्राम स्थली को भी सुरक्षा घेरे में ले लिया है। वहां कार्य करने वाले व्यक्तियों को भी अपना पहचान पत्र दिखाने पर प्रवेश दिया जा रहा है। सभी गेट पर पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया गया है। हर तीन घंटे में ही ड्यूटी बदल रही है। विश्राम स्थली में प्रवेश करने वाले व्यक्ति की आईडी की जांच करने के साथ ही उनका रजिस्टर में भी नाम, पता, मोबाइल व वाहन नंबर भी नोट किया जा रहा है। विश्राम स्थली के गेट के अलावा चारों और पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
राजस्थान के अन्य जिलों से 5 हजार से अधिक जवानों का पुलिस बल अजमेर पहुंच गया है। गेट पर ही पुलिस के जवानों का टेंट लगाकर चैकपोस्ट बना दी गई है, जहां से बिना अनुमति कोई भी प्रवेश नहीं कर सकता। बम निरोधक दस्ता पुष्कर और अजमेर में प्रस्तावित पीएम मोदी की सभा स्थल और अन्य प्रस्तावित यात्रा मार्गों की लगातार जांच पड़ताल कर रहा है।
जनसभा में व्यवस्थाओं का जिम्मा संभाल रहे अजमेर नगर निगम के पूर्व मेयर धर्मेंद्र गहलोत ने बताया कि जनसभा स्थल क्षेत्र में 4000 से भी अधिक बीजेपी के झंडे और 1000 से अधिक कट आउट लगेंगे। एक हजार से भी अधिक फ्लैक्स नौ साल बेमिसाल लगेंगे, जिनमें मोदी सरकार के कामकाज और योजनाओं की जानकारी होगी। जनसभा स्थल पर छह गेट बनाए जा रहे हैं। इनमें से पांच गेट से लोग आ जा सकेंगे, जबकि एक गेट प्रधानमंत्री के आने जाने के लिए होगा। इन सभी गेट का नाम महापुरुषों महाराणा प्रताप, सम्राट पृथ्वीराज चौहान, दहारसेन, झलकारी बाई वीर दुर्गादास राठौड़ और शहीद भगत सिंह के नाम से पर होगा।
पीएम मोदी की जनसभा के लिए बनाए गए मंच पर राजस्थान से सभी केंद्रीय मंत्री, आठ लोकसभा क्षेत्र के सांसद, बीजेपी के राजस्थान प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे समेत कई दिग्गज नेता मंच पर नजर आएंगे।
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