भारत ही नहीं, लव जिहाद की परतें उघाड़ने वाली फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ से दूसरे देशों में भी मजहबी उन्मादियों और जिहादियों को मिर्ची लग रही है। कारण, फिल्म साफ दिखाती है कि कैसे केरल सहित भारत के अन्य राज्यों की हिन्दू और ईसाई लड़कियों को जिहादी तत्व ‘प्रेम जाल’ में फंसाकर आईएसआईएस जैसे जिहादी गुटों में सैक्स स्लेव बनने के लिए भेजते आ रहे हैं। पता चला है कि मॉरीशस में भी लोग इस फिल्म को देखने के लिए आतुर हैं। कई सिनेमाहॉल इसे दिखाने को तैयार भी है। लेकिन कल वहां एक जिहादी तत्व ने उस थियेटर को बम से उड़ाने की धमकी दी है क्योंकि वहां यह फिल्म दिखाई जा रही है।
मॉरीशस के ‘एमसिने’ सिनेमाहॉल को यह धमकी दी गई है। एक चिट्ठी भेजकर कहा गया है कि, “सर/मैडम, एमसिने कल ढह जाएगा, क्योंकि हमने तुम्हारे इस घटिया सिनेमाहॉल में बम लगा दिए हैं। तुम्हें सिनेमा देखना है न। कल हम तुमको एक बहुत अच्छा सिनेमा दिखाएंगे।”
इस सिनेमाहॉल में अभी ‘द केरल स्टोरी’ प्रदर्शित हुई नहीं है, होनी है। लेकिन जिहादी तत्व पहले से ही ऐसी धमकियां देकर एक डर का माहौल बना रहे हैं कि जिससे कि कोई सिनेमाहॉल इस फिल्म का प्रदर्शन न करे और आईएसआईएस की काली करतूतों का खुलासा न हो।
इस सिनेमाहॉल में अभी ‘द केरल स्टोरी’ प्रदर्शित हुई नहीं है, होनी है। लेकिन जिहादी तत्व पहले से ही ऐसी धमकियां देकर एक डर का माहौल बना रहे हैं कि जिससे कि कोई सिनेमाहॉल इस फिल्म का प्रदर्शन न करे और आईएसआईएस की काली करतूतों का खुलासा न हो। मॉरीशस की पुलिस के अनुसार, यह धमकी ISIS के मददगारों की तरफ से भेजी गई है। धमकी में साफ लिखा है कि ‘हॉल में बम लगाए जा रहे हैं, ये बम तब फटेंगे जब शुक्रवार को फिल्म दिखाई जाएगी’।
जिहादियों को चिढ़ इसी बात से है कि ‘द केरल स्टोरी’ दुनियाभर में सराही जा रही है। लेकिन दुनिया भर के कट्टर इस्लामी तत्व बेहद भड़के बैठे हैं। मॉरीशस के उक्त थिएटर को भेजी गई धमकी थिएटर मालिक के नाम है।
जैसा पहले बताया, भारत में भी उन उन राज्यों में इस फिल्म के प्रदर्शन को लेकर सरकार और सेकुलर गुटों, दलों द्वारा बाधाएं डालने की कोशिश की गई जहां गैर भाजपा सरकारें हैं। ओवैसी जैसे घोर मजहबी तत्वों को साफ है कि फिल्म चुभेगी है, क्योंकि इसमें इस्लामी जिहाद की कलई खोली गई है। ये तत्व भारत की मासूम लड़कियों की जिंदगी से ज्यादा इस्लामी जिहाद को महत्व देते हैं।
भारत के पश्चिम बंगाल राज्य में भी ममता बनर्जी की सरकार ने इस फिल्म को रिलीज न होने देने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया था। लेकिन सर्वोच्च न्यायालय से उसे मुंह की खानी पड़ी। मुसलमानों के वोटों की भूखी राजनीतिक पार्टियों ने इसे ‘इस्लाम विरोधी’ कहकर दुष्प्रचारित करने की कोशिश की जबकि सच तो यह है कि यह जिहाद विरोधी है।
यहां यह जानना दिलचस्प होगा कि भारत की जनता ने मजहबी उन्मादियों के मुंह पर तमाचा मारते हुए फिल्म को सुपरहिट बना दिया है। बॉक्स आफिस पर ‘द केरल स्टोरी’ शानदार प्रदर्शन कर रही है। फिल्म प्रदर्शित होने के बाद, चौथे सप्ताह तक इस फिल्म ने 224 करोड़ रु. का व्यवसाय कर लिया था।
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