दुनिया की राजनीतिक खींचतान में पाकिस्तान अब अमेरिका व चीन के बीच फंस गया है। चीन से लगातार दोस्ती के बाद पाकिस्तान को सफाई देनी पड़ी है कि वह किसी गुट का हिस्सा नहीं है।
पिछले कुछ वर्षों में पाकिस्तान और चीन की दोस्ती दुनिया भर के सामने चर्चा में है। ऐसे में पाकिस्तान पर चीन के साथ खड़े होने की बात भी चस्पा की जाती है। कई बार चीन के प्रभाव में आकर पाकिस्तान ने अमेरिका की नाराजगी भी झेली है। अब इस मसले पर पाकिस्तान को सफाई देनी पड़ी है।
पत्रकारों से बातचीत में पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने ऐसी किसी भी अटकल का खंडन किया कि पाकिस्तान किसी गुट में शामिल हो गया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की हमेशा से गुटबाजी वाली राजनीति में विश्वास नहीं करने की नीति रही है। उन्होंने पाकिस्तान और चीन के सदाबहार रणनीतिक सहयोगी होने की बात करते हुए दावा किया कि यह एक ऐसा रिश्ता है जो पिछले कई दशकों में और मजबूत हुआ है और दोनों देश इस रिश्ते के लिए प्रतिबद्ध हैं।
अमेरिका के साथ अपने संबंधों को लेकर उन्होंने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान के सबसे पुराने दोस्तों और साझेदारों में से एक है। सात ही अमेरिका सबसे बड़ा निर्यात बाजार भी है। साफ कहा कि पाकिस्तान का अस्तित्व जितना पुराना है, अमेरिका के साथ पाकिस्तानी संबंध भी उतने ही पुराने हैं। पाकिस्तान-अमेरिका संबंध बहु-आयामी हैं, और दोनों देश कई क्षेत्रों में साथ मिलकर काम करते हैं जो अमेरिका और पाकिस्तान के रिश्तों में एक पुल का काम करता है। किसी का पक्ष लेने या किसी गुट में शामिल होने का पाकिस्तान का कोई इरादा नहीं है।
सौजन्य – सिंडिकेट फीड
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