वाराणसी। जैतपुरा थाना क्षेत्र के जमाउद्दीनपुरा में मुस्लिम फकीर नौशाद अली ने पैसे और गहने लूटने की नीयत से एक हिन्दू परिवार के सात लोगों को प्रसाद के नाम पर रसगुल्ले में जहरीला पदार्थ डालकर खिला दिया। जिससे चाय विक्रेता बबलू राजभर के परिवार के लोग अचानक बेहोश हो गए। तबीयत बिगड़ने पर पड़ोसियों उन्हें मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस कथित फकीर नौशाद अली को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
बबलू राजभर के परिवार में शादी होने वाली है। घर पर शादी में खर्च के लिए काफी नगदी और जेवर होने की संभावना को देखते हुए कथित फकीर ने लूटने की योजना बनाई थी। लल्लापुरा क्षेत्र का नौशाद खुद को दोषीपुरा स्थित गाजी मियां मजार का फकीर बताते हुए राजभर परिवार के लोगों से मिला। बरक्कत की बात कह कर नौशाद ने परिवार के लोगों को प्रसाद के तौर पर रसगुल्ले में नशीली दवा मिला कर खिला दिया। रसगुल्ला खाते ही परिवार के सदस्य बेहोश होने लगे। गायत्री देवी (60), रेखा (25), पायल (12), अमन (13), शिवा (10) समेत सात लोगों को पड़ोसियों ने मंडलीय अस्पताल पहुंचाया।
सीओ दशाश्वमेध अवधेश पांडेय ने बताया कि आरोपी हिरासत में है। उससे पूछताछ चल रही है। प्रथम दृष्टया मामला लूटपाट की नीयत से जुड़ा लग रहा है। परिवार के लोगों ने फकीर द्वारा दिए गए रसगुल्ले को खाया था। नौशाद की मंशा थी कि सभी बेहोश हो जाएंगे तो वह पैसा और गहनें लेकर भाग जाएगा।
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