नई दिल्ली। भारत हिंद प्रशांत क्षेत्र (इंडो-पैसिफिक) के सुरक्षा संवाद मंच क्वाड शिखर वार्ता की अगले साल वर्ष 2024 में मेजबानी करेगा। क्वाड देश के नेताओं की जापान के शहर हिरोशिमा में शनिवार को आयोजित शिखर वार्ता के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में यह घोषणा की गई। इसके पहले प्रधानमंत्री मोदी ने इस बैठक में अपने संबोधन में कहा था कि भारत को वर्ष 2024 में क्वाड शिखर वार्ता का आयोजन करने में खुशी होगी। उन्होंने कहा कि क्वाड शिखर वार्ता हिंद प्रशांत क्षेत्र में समावेशी और मानवकेंद्रित विकास के मुद्दों पर विचार-विमर्श करने का अवसर है। क्वाड देशों ने मुंबई आतंकी हमले और पठानकोट हमले की निंदा करते हुए कहा गया कि आतंकियों को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की संबंधित सूची में शामिल किये जाने के लिए प्रयास जारी रखेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस के साथ क्वाड शिखर वार्ता में भाग लिया। उन्होंने कहा कि क्वाड वैश्विक भलाई, मानव कल्याण, शांति और समृद्धि के लिए प्रयास करने पर केंद्रित है।
प्रधानमंत्री मोदी की हिरोशिमा में विभिन्न देशों के नेताओं के साथ मुलाकात और बैठकों के संबंध में विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने मीडिया को बताया कि यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादमीर जेलेंस्की ने मोदी को यूक्रेन यात्रा के लिए न्यौता दिया। दोनों नेताओं ने हिरोशिमा में मुलाकात की थी, जिसमें मोदी ने वार्ता और कूटनीति के जरिये समस्या के समाधान पर जोर दिया था। मोदी ने समस्या के समाधान के लिए अपनी ओर से हरसंभव सहयोग की पेशकश की।
यूक्रेन युद्ध के बारे में संयुक्त वक्तव्य में कहा गया है कि आज का युग युद्ध का नहीं है तथा हमें वार्ता और कूटनीति का सहारा लेना चाहिए। संयुक्त वक्तव्य में सीधे रूप से रूस का नाम नहीं लिया गया न ही उसकी आलोचना की गई। वक्तव्य में कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुरूप यूक्रेन में व्यापक और न्याय संगत शांति कायम होनी चाहिए। क्वाड देशों ने कहा कि परमाणु हथियारों के प्रयोग अथवा प्रयोग की धमकी को स्वीकार नहीं किया जा सकता।
संयुक्त वक्तव्य में सीमा पार आतंकवाद सहित सभी तरह के आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद की निंदा की गई। आंतकवाद और उग्रवाद से लड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की गई। क्वाड देशों ने कहा कि वे आतंकवादी वारदातों को अंजाम देने वाले लोगों को जवाबदेय ठहराने के लिए काम करेंगे।
क्वाड देशों ने मुंबई आतंकी हमले और पठानकोट हमले की निंदा करते हुए कहा गया कि आतंकवादियों को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की संबंधित सूची में शामिल किये जाने के लिए प्रयास जारी रखेंगे।
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