प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 100वें एपिसोड की शुरुआत हरियाणा के जींद में रहने वाले सुनील जागलान से बातचीत कर की तो पूरा हरियाणा फिर से स्वयं को गौरवान्वित महसूस करने लगा। कार्यक्रम के दौरान सुनील जागलान चंडीगढ़ स्थित राजभवन में प्रसार भारती की ओर से आयोजित स्क्रीनिंग कार्यक्रम में मौजूद थे।
सुनील जागलान ने कहा कि यह हरियाणा प्रदेश के लिए गौरव की बात है कि बीबीपुर से शुरू हुआ अभियान आज न केवल विश्व के 80 से ज्यादा देशों में पहुंच चुका है, बल्कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सर्वाधिक चार बार अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में इसका जिक्र कर चुके हैं। उन्होंने कार्यक्रम के 100वें एपिसोड में भी बेटियों का मान बढ़ाया है। जागलान ने आगे कहा कि 9 जून 2015 को ‘सेल्फी विद डॉटर’ अभियान शुरू होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले 28 जून 2015 को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम में इसका जिक्र किया था। उसके बाद चार बार ‘मन की बात’ कार्यक्रम के अलग-अलग एपिसोड में इस अभियान को प्रचारित किया।
इसी संदर्भ में जागलान ने आगे कहा कि इतना ही नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री मोदी जब 13 नवंबर 2015 को इंग्लैंड के वेंबले सिटी गए तो उन्होंने वहां बसे भारतीयों से रूबरू होते हुए हरियाणा तथा सेल्फी विद डॉटर अभियान का जिक्र कर इससे जुड़ने का आह्वान किया। इसके बाद 27 नवंबर 2015 को सिलिकॉन वैली में दिए भाषण के दौरान भी बीबीपुर से शुरू हुए अभियान का जिक्र किया। सुनील जागलान ने कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए बेटी बचाओ से लेकर सेल्फ़ी विद डॉटर, बेटियों के नाम नेमप्लेट, पिरियड चार्ट, लाडो पंचायत, लाडो गो ऑनलाइन, लड़कियों की शादी की उम्र 21, विमेन हैप्पीनेस चार्ट, फर्स्ट ऐड कीट फॉर विमेन इत्यादि सैकड़ों अभियान शुरू किए हैं, जो देश विदेश में प्रशंसा पाने के साथ-साथ लोगों द्वारा काफी पंसद किए जा रहे हैं।
दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता सुनील जागलान हरियाणा के जींद जिले में स्थित बीबीपुर गॉंव के सरपंच हैं, जिन्होंने वर्ष 2012 में ‘बेटी बचाओ’ अभियान शुरू किया था। सुनील जागलान पर बनीं डॉक्यूमेंट्री सनराइज को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुका है तथा सयुंक्त राष्ट्र की ओर से इस डॉक्यूमेंट्री को विश्व के 73 देशों में दिखाया जा रहा है। दिल्ली बोर्ड में आठवीं कक्षा में उनके कार्य पर ‘ए विलेज नेम्ड बीबीपुर‘ नाम से एक अध्याय है। देशभर में कश्मीर के पुलवामा जिले से लेकर महाराष्ट्र के नागपुर जिले तक 142 गांव गोद लेकर कार्य कर रहे हैं।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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