एमिटी सेंटर फॉर संस्कृत एंड इण्डिक स्टडीज़ एमिटी विश्वविद्यालय हरियाणा की ओर से 21 अप्रैल को राष्ट्रीय अखंडता विषय पर नेशनल सेमिनार का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रवि कुमार अय्यर उपस्थित रहे।
एमिटी विश्वविद्यालय हरियाणा के कुलपति प्रो पीबी शर्मा की उपस्थिति ने सेमिनार में बौद्धिक ऊर्जा का संचार किया। इस अवसर पर लिबरल आर्ट्स के निदेशक एवं सेमिनार के मुख्य आयोजक प्रो संजय कुमार झा ने अपने वक्तव्य से सभी गणमान्य अतिथियों का अभिवादन किया और राष्ट्रीय अखण्डता को लेकर अपने विचार प्रस्तुत किए।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक रवि कुमार अय्यर ने राष्ट्र की अखण्डता हेतु अनेक पक्षों पर विचार विमर्श किया। उन्होंने वैश्वीकरण के कई आयामों को भारतीय परिप्रेक्ष्य से जोड़कर भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने हेतु कई सहज सुझाव प्रतिभागियों से साझा किया। कुलपति पीबी शर्मा ने भी विश्व बंधुत्व के विषय को लेकर वसुधैव कुटुम्बकम् पर अपने विचार प्रकट किए। उन्होंने अपने वक्तव्य में सम-सामयिक विषयों को लेकर भी सामाजिक अखण्डता के कई मूल मंत्र प्रस्तुत किए।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के द्वारा दो पुस्तकों का भी विमोचन किया गया, जिसमें एक पुस्तक कुलपति महोदय द्वारा लिखित कविता संग्रह ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ एवं दूसरी लिबरल आर्ट्स के निदेशक प्रो संजय कुमार झा द्वारा सम्पादित द राइज ऑफ़ कार्मिकोलॉजी है।
सेमिनार में राष्ट्रीय अखण्डता विषय पर विचार-विमर्श हेतु शिक्षा जगत के अनेक शिक्षाविद, स्वयंसेवकगण एवं छात्र उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन एमिटी सेंटर फॉर संस्कृत एंड इण्डिक स्टडीज़ विभाग की संयोजिका एवं सेमिनार की संयोजिका डॉ सुप्रिया संजू ने किया।
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