बंगला नहीं लेने की बात करने वाले केजरीवाल ने अपने सरकारी घर की साज-सज्जा में 44.78 करोड़ रु किए खर्च। घर के खंभों की सजावट पर 85 लाख रुपए खर्च हुए हैं। एक-एक दीवार की सजावट पर 4 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। स्वीमिंग पूल पर 10 करोड़ रुपए का खर्चा किया गया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जब किसी पद पर नहीं थे तब कहा करते थे कि वे पद मिलने पर न तो बंगला लेंगे और न ही सुरक्षा। अब उनके साथ भारी सुरक्षा रहती है। उनके काफिले में 28 गाड़ियां चलती हैं। उनके पास शानदार बंगला भी है। इस बंगले की साज-सज्जा के लिए उन्होंने दो वर्ष के अंदर 44.78 करोड़ रु खर्च किए हैं। यह कहना है दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का।
उन्होंने बताया कि केजरीवाल ने सितंबर, 2020 से लेकर दिसंबर, 2021 तक यानी कोरोना काल में अपने सरकारी घर और कैंप कार्यालय की मरम्मत के लिए इतने रु खर्च किए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जब दिल्ली के लोग जीवन बचाने के लिए संघर्ष कर रहे थे तब केजरीवाल अपने बंगले की सजावट करा रहे थे। पता चला है कि केजरीवाल ने सजावट के लिए 11 करोड़ रु से अधिक, बिजली के उपकरण पर 2.58 करोड़ और रसोई घर के लिए 1.10 करोड़ रु खर्च किए हैं।
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने इस मामले की जांच कराने के लिए उप राज्यपाल से निवेदन किया है। बिधूड़ी ने कहा कि देश के सामने सादगी और ईमानदारी का मुखौटा पहनकर केजरीवाल ने जिस तरह का आडम्बर रचा था, उसका भांडा बीच चौराहे पर फूट गया है। केजरीवाल पर शराब घोटाले समेत भ्रष्टाचार के दर्जनों आरोप तो लग चुके हैं लेकिन अब उनकी सादगी और ईमानदारी से नकाब पूरी तरह उठ गया है। ऐसी हालत में अगर उनमें जरा भी शर्म और हया बची है तो उन्हें तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। एक विलासी राजा के रूप में उन्होंने बड़ी बेरहमी से दिल्ली के खजाने पर डाका डाला है। बिधूड़ी ने कहा कि साधारण शर्ट और पैंट पहनकर, 7 रुपए वाला पैन जेब में रखकर, बड़े समारोहों में भी हवाई चप्पल पहनकर पहुंचने का आडम्बर और पाखंड रचने वाले केजरीवाल के पास अब कहने को कोई शब्द ही नहीं है। केजरीवाल ने कहा था कि मैं कोई बंगला, गाड़ी, सुरक्षा और तामझाम नहीं लूंगा, मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने ये सारी सुविधाएं हासिल कीं। वे सादगी का दावा करते हुए राजनीति में आए थे। पहली बार मुख्यमंत्री की शपथ लेने के लिए मेट्रो में आए थे, लेकिन उनका यह आडम्बर बाहर आ चुका है। बिधूड़ी ने कहा कि केजरीवाल अपने आपको भ्रष्टाचार को खत्म करके देश को ईमानदारी की मिसाल के रूप में पेश करते रहे हैं, अपने आपको और अपनी पार्टी को कट्टर ‘ईमानदार’ कहते हैं लेकिन अब साबित हो रहा है कि वे झूठ बोलकर देश की जनता को मूर्ख बनाते रहे हैं लेकिन अब खुद सबसे बड़े मूर्ख साबित हो गए हैं क्योंकि उनके मुख से पर्दा हट गया है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने जितने पैसे से अपने बंगले को सजाया, उतने से दिल्ली की जनता के लिए न जाने कितनी सड़कें बन जातीं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल के घर के 23 पर्दों पर ही एक करोड़ रुपए का खर्चा हुआ है। सबसे सस्ता पर्दा एक लाख का और सबसे महंगा पर्दा करीब 8 लाख रुपए का है। घर में मार्बल पर ही 3 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं, मार्बल विएतनाम से मंगाया गया है। घर के खंभों की सजावट पर 85 लाख रुपए खर्च हुए हैं। एक-एक दीवार की सजावट पर 4 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। स्वीमिंग पूल पर 10 करोड़ रुपए का खर्चा किया गया है।
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