उत्तराखंड के उच्च हिमालय में स्थित द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक विश्वप्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट मंगलवार को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। बाबा के मंदिर को 35 क्विंटल फूलों से सजाया गया था। बाबा केदार की पंचमुखी चल विग्रह डोली भी सोमवार शाम को केदारनाथ पहुंच गई थी। आर्मी बैंड की धुन और नगाड़ों की थाप, शंख ध्वनि के बीच बाबा के द्वार को मंदिर के मुख्य रावल ने खोला।
मुहूर्त के अनुसार सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए केदारनाथ धाम के द्वार खोल दिए गए। कपाट खुलने का साक्षी बनने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हुए हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बाबा के दर्शन कर जलाभिषेक किया। पहली पूजा देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नाम से की गई और देश में खुशहाली की कामना की गई।
खराब मौसम और पहाड़ों पर बर्फबारी के बावजूद हजारों की संख्या में बाबा के भक्त केदारनाथ पैदल पहुंचे हुए हैं। कपाट खुलने की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री सोमवार शाम ही गुप्तकाशी पहुंच गए। गुप्तकाशी पहुंचने पर क्षेत्रीय विधायक के साथ ही स्थानीय जन प्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री ने यात्रा व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि प्रदेश में चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की मंगलमय यात्रा के लिए राज्य सरकार द्वारा व्यापक रूप से सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही हैं। सभी श्रद्धालुओं को सुगमता के साथ देवदर्शन की सुविधा मिले, इसकी भी प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। उन्होंने भगवान केदारनाथ से सभी की मनोकामना पूर्ण करने की प्रार्थना की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवों की कृपा से इस बार की चारधाम यात्रा में गत वर्ष की अपेक्षा अधिक श्रद्धालु प्रदेश में आकर चारों धामों के दर्शन कर पुण्य के भागी बनेंगे। इस अवसर पर विधायक केदारनाथ शैला रानी रावत, विधायक रुद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी, भाजपा की जिला अध्यक्ष महावीर सिंह पंवार, बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय, आदि मौजूद रहे।
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