अभी हाल ही में कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा बहुत सुर्ख़ियों में रही थी। इस यात्रा में उनसे मिलने कई महिला एवं पुरुष भी आए थे। कई ख्यात एवं अनजान लोग भी इसका हिस्सा बने थे एवं कई ऐसे वाकये रहे, जो चर्चा का विषय रहे थे। एक वाकया बहुत चर्चा का विषय बना था क्योंकि उसमें दिल्ली पुलिस राहुल गांधी से पूछताछ करने के लिए चली गयी थी।
वह वाकया था कि राहुल गांधी ने श्रीनगर में कहा था कि यौन उत्पीडन की पीड़िता ने उनसे सुरक्षा प्रदान करने के लिए संपर्क किया था। और जब राहुल गांधी ने उस पीड़िता से पुलिस में जाने के लिए कहा तो पीड़िता ने कहा था कि ऐसा करने से बदनामी होगी। इस पर दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी से उस यौन पीड़िता की शिकायत को लेकर प्रश्न किए थे। परन्तु इस मामले को लेकर कांग्रेस ने यह कहा था कि सरकार उनसे अदानी पर प्रश्न करने का प्रतिशोध ले रही है
Delhi | It has been 45 days since Bharat Jodo Yatra ended. They (Delhi police) are going for questioning after 45 days. If they are so much concerned why didn't they go to him in February? Rahul Gandhi's legal team will respond to it as per law: Congress leader Jairam Ramesh pic.twitter.com/Xo4JqErSGG
— ANI (@ANI) March 19, 2023
हालांकि महिला सुरक्षा को लेकर भारत सरकार एवं भारत के समाज पर तंज कसने वाले राहुल गांधी अपनी ही पार्टी में यौन उत्पीडन की शिकायतों को लेकर कुछ बोलते हों ऐसा नहीं लगता। क्योंकि एक मामला तो अभी चल ही रहा है, जिसमे असम की एक महिला कांग्रेस नेता ने युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी पर यौन उत्पीडन के आरोप लगाए हैं। यह आरोप किसी बाहर वाली महिला ने नहीं लगाए हैं, यह आरोप किसी विपक्षी दल की नेता ने नहीं लगाए हैं, बल्कि यह आरोप उस महिला ने लगाए हैं, जिसने अपने बहुमूल्य वर्ष कांग्रेस को दिए हैं।
मीडिया के अनुसार असम की युवक कांग्रेस की अध्यक्ष अंगकिता दत्ता ने आरोप लगाए कि उन्हें युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने परेशान किया था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उन्होंने अपने साथ हुए इस उत्पीडन के विषय में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भारत जोड़ो यात्रा के दौरान बताया था। परन्तु राहुल गांधी ने कोई कदम नहीं उठाया।
#WATCH | "For the past 6 months, Indian Youth Congress (IYC) president Srinivas BV & his IYC secretary in-charge Vardhan Yadav have been harassing me continuously. I've complained about this to the leadership but till now no enquiry committee has been initiated against them,"… pic.twitter.com/jbJIPldDHa
— ANI (@ANI) April 19, 2023
अंगकिता दत्ता के अनुसार उनकी पीड़ा को नहीं सुना गया। उनके अनुसार उन्हें राहुल गांधी पर बहुत विश्वास था और इसी कारण वह युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी की शिकायत करने के लिए भारत जोड़ो यात्रा में जम्मू तक गयी थीं। मगर उनके खिलाफ अभी तक जांच नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि वह उन्हें “ए लड़की” कहकर बुलाते हैं।
यह नहीं भूलना चाहिए कि कथित रूप से कांग्रेस का महिला सुरक्षा पर बहुत जोर रहता है और यह प्रियंका गांधी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश की कांग्रेस ही थी, जिसने यह नारा दिया था कि “लड़की हूँ लड़ सकती हूँ!” मगर लड़की जब कांग्रेस के भीतर लडती है तो उसका कोई साथ नहीं देता है, उलटे उसके ही खिलाफ नोटिस भेजा जाता है। क्या राहुल गांधी इसी बदनामी की बात अपनी भारत जोड़ो यात्रा में कर रहे थे जो उनकी पार्टी अपनी नेता के साथ कर रही है?
उनकी पार्टी अंगकिता के आरोपों को जैसे नकार रही है। प्रश्न यह भी है कि दिन भर महिला सुरक्षा के नाम पर दूसरे दलों को घेरने वाले राहुल गांधी अपनी पार्टी में महिला नेताओं की सुरक्षा के लिए क्या करते हैं? क्योंकि अंगकिता दत्ता का ही यह मामला एकमात्र नहीं है क्योंकि आज 19 अप्रेल 2023 को जब हम अंगकिता दत्ता के साथ हुए यौन उत्पीड़न की शिकायत पर कांग्रेस को मौन देख रहे हैं, तो आज ही के दिन चार वर्ष पहले की वह घटना याद आती है जब 19 अप्रेल 2019 को प्रियंका चतुर्वेदी ने यह आरोप लगाते हुए कांग्रेस से इस्तीफ़ा दे दिया था कि मथुरा में उनके साथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने अभद्रता की थी और आलाकमान ने कोई कदम नहीं उठाया था।
तो 19अप्रेल 2019 से 19 अप्रेल 2023 तक महिलाओं के लिए कांग्रेस में जैसे कुछ नहीं बदला है। वहीं 22 अप्रेल 2014 कांग्रेस की नेता एवं अभिनेत्री नगमा ने भी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। इतना ही नहीं अभी हाल ही में उत्तराखंड में कांग्रेस की बैठक में महिला कार्यकर्त्ता पर अभद्र टिप्पणी के बाद हंगामा हुआ था।
वर्ष 2021 में मथुरा में आयोजित कांग्रेस के प्रशिक्षण शिविर में उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रदेश महिला मोर्चा अध्यक्ष ने पार्टी नेताओं पर अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लगाया था। प्रीती तिवारी ने पार्टी पदाधिकारियों पर अभद्रता का आरोप लगाया था और प्रशिक्षण शिविर से बाहर चली गयी थीं।
परन्तु आज तक ऐसा नहीं सुना कि कांग्रेस ने अपने किसी भी ऐसे नेता के विरुद्ध कोई कदम उठाया हो, जिसने महिलाओं के साथ अभद्रता की थी। परन्तु राहुल गांधी ने आज तक अपनी ही पार्टी के उन नेताओं के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही का उदाहरण किसी भी भाषण में नहीं दिया है।
इतने उदाहरणों के बाद यह देखना रोचक होगा कि महिला अधिकारों तथा अज्ञात महिला के यौन उत्पीड़न पर समाज की कथित निष्क्रियता एवं बदनाम करने का आरोप लगाने वाले राहुल गांधी उस बदनामी पर क्या कहते हैं, और उस नकारने की प्रवृत्ति पर क्या कहते हैं, जो उनकी ही पार्टी द्वारा उनकी नेता के विरुद्ध की जा रही है।
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