मकोका के तहत तिहाड़ जेल नंबर-3 में बंद गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया की शुक्रवार शाम गैंगवार में चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई। वारदात में तीन अन्य कैदी अख्तर, बॉबी और विनय भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। जिनका दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में उपचार चल रहा है। हरि नगर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने मौके पर लगे कुछ सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को भी अपने कब्जे में ले लिया है जिसमें हाथापाई होती नजर आ रही है।
जेल अधिकारियों ने बताया कि वारदात की सूचना पांच बजकर दस मिनट पर मिली थी जिसमें बताया गया कि जेल नंबर-तीन के बाहर जब कैदियों की गिनती हो रही थी और सभी कैदी लाइन में खड़े थे। उसी वक्त वारदात हुई थी। शुरुआती जांच में पता चला है कि कैदी प्रिंस तेवतिया के पीछे अब्दुल रहमान, अख्तर, बॉबी और विनय खड़े थे। उसी वक्त प्रिंस और अब्दुल रहमान में किसी बात को लेकर कहासुनी के बाद दोनो में हाथापाई होने लगी। रहमान के साथियों ने प्रिंस की बुरी तरह से पिटाई की। उसी वक्त हैंडमेड चाकू से प्रिंस पर कई वार किये गए। प्रिंस ने भी चाकू छीनकर सभी पर हमला किया। मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने जब दोनों गुटों के कैदियों को अलग करने की कोशिश की। कैदियों ने उनको भी धक्का देकर जमीन पर गिरा दिया। मामला बढ़ता देखकर तमिलनाडु पुुलिस को मौके पर बुलाया गया। जिन्होंने करीब 25 मिनट तक की मशक्कत के बाद कैदियों को काबू किया गया जिसमें प्रिंस, अख्तर, बॉबी, विनय और रहमान घायल हो गए थे जिनको तुरंत दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉक्टरों ने प्रिंस को उपचार के बीच करीब पौने सात बजे मृत घोषित कर दिया। क्राइम टीम ने मौके पर पहुंचकर वारदात में इस्तेमाल चार से पांच हथियार जब्त किए।
जेल प्रशासन ने प्रिंस के परिवार को वारदात की जानकारी दे दी है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अक्टूबर 2021 में क्राइम ब्रांच ने गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया को गिरफ्तार किया था। खानपुर की दुग्गल कॉलोनी निवासी प्रिंस 10वीं पास है। फैमिली में एक भाई और बहन हैं। पिता डीडीए से रिटायर हैं। प्रिंस पर दिल्ली के विभिन्न थानों में हत्या, कातिलाना हमले, जबरन वसूली समेत कुल 15 केस दर्ज हैं। दिल्ली पुलिस ने उस पर मकोका लगा रखा था। उसने कुछ साल पहले ही कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और हाशिम बाबा से हाथ मिलाया था लेकिन उसको रोहित चौधरी से दुश्मनी चल रही थी। रोहित भी उसी की जेल में बंद है। 2008 में वह पहली बार झगड़े के एक मामले में पकड़ा गया था। जबकि 2010 में अबेडकर नगर में उसने एक युवक की इसलिये हत्या कर दी थी। क्योंकि युवक ने उसके पिता के थप्पड़ मार दिया था। 2015 में जेल से बाहर आया। 2016 में हत्या की कोशिश और लूट की वारदातों में पुलिस के हत्थे चढ़ा। 2019 में जब वह शादी के लिये जमानत पर बाहर आया और फरार हो गया। उसी साल स्पेशल सेल ने उसके पैर में गोली मारकर उसको पकड़ा था। करीब सात महीने बाद वह जमानत पर फिर से बाहर आ गया था। इसके बाद कोर्ट में फर्जी कोरोना रिपोर्ट जमा कराई तो तिलक मार्ग थाने में जालसाजी का केस दर्ज हुआ। इसके बाद प्रीत विहार में रंगदारी के लिए फायरिंग, जबकि वजीराबाद में हत्या की वारदात को अंजाम दिया।
अक्टूबर 2020 में स्पेशल सेल ने उसे पकड़ा। 15 सितंबर 2021 में उसने पत्नी के इलाज के लिये अंतरिम जमानत पर बाहर आया और फिर वापिस नहीं गया था। क्राइम ब्रांच ने जब उसको पकड़ा था। उसके बाद जून 2022 में पंजाब में गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में तिहाड़ जेल में बंद बिश्नोई का नाम सामने आने के बाद जेल प्रशासन ने गैंगस्टरों की जेल बदलने का फैसला किया। जेल प्रशासन ने 20 गैंगस्टरों की जेल बदल दी थी। जिसमें प्रिंस, अब्दुल रहमान और रोहित चौधरी भी था। जो प्रिंस के दुश्मन थे।
जेल अधिकारियों ने बताया कि सभी गैंगस्टरों को हाई सिक्योरिटी जेल में रखा गया था और आज भी इन पर सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी जाती है।
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