स्वामिनारायण अक्षरधाम मंदिर, नई दिल्ली से एक विराट भक्ति अभियान का सूत्रपात किया गया। इस निमित्त लोगों का आह्वान किया गया कि वे 21 मार्च, 2023 से 15 जनवरी, 2024 तक (पूरे 300 दिन तक) प्रतिदिन परिवार के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करें।
भारत में सांस्कृतिक चेतना के जागरण हेतु गत दिनों मार्च में स्वामिनारायण अक्षरधाम मंदिर, नई दिल्ली से एक विराट भक्ति अभियान का सूत्रपात किया गया। इस निमित्त लोगों का आह्वान किया गया कि वे 21 मार्च, 2023 से 15 जनवरी, 2024 तक (पूरे 300 दिन तक) प्रतिदिन परिवार के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करें। सभी ने संकल्प लिया कि श्रीराम मंदिर के उद्घाटन से पूर्व शतकोटि (100 करोड़) हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। कार्यक्रम में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास के कोषाध्यक्ष श्री गोविंददेव गिरि जी महाराज ने शतकोटी हनुमान चालीसा अभियान की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि हनुमान चालीसा का पाठ भक्तों की आध्यात्मिक चेतना को जाग्रत करेगा। यह चेतना भक्त को अशुभ और आसुरी शक्तियों से बचाएगी और शुभता की ओर ले जाएगी।
उन्होंने आगे कहा कि शतकोटि हनुमान चालीसा अभियान का मुख्य उद्देश्य प्रतिक्षण श्री रामचंद्र जी का स्मरण करना है। इसके लिए एक वेबसाइट rampratistha.com और एक मोबाइल एप्लिकेशन Ram Pratisthal का शुभारंभ किया गया है। भक्तजन इस ‘वेबसाइट’ और ‘एप्लिकेशन’ पर अपना भक्तिभाव अर्पण कर सकते हैं। बता दें कि इस ‘एप्लिकेशन’ में 12 भाषाओं में हनुमान चालीसा उपलब्ध है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास के महासचिव श्री चम्पत राय ने श्रीराम जन्मभूमि के लिए हुए संघर्ष के बारे में बताते हुए कहा कि इस मंदिर के लिए लाखों भक्तों और उनके परिवारों ने अपना समर्पण दिया है। इस अवसर पर बी.ए.पी.एस. अक्षरधाम संस्थान के प्रमुख महंत स्वामी महाराज ने अपने आशीर्वचन एक वीडियो के माध्यम से प्रेषित किए।
समाज के हर वर्ग के लोग हनुमान चालीसा का पाठ करें, इसका प्रयास करना चाहिए। भाष्यकार पूज्य भद्रेश स्वामीजी ने कहा कि जो हनुमान चालीसा का पाठ करेगा, वह समृद्ध होगा, इससे हमारी श्रद्धा जागेगी।
-स्वामी श्रीप्रणवानन्द सरस्वतीजी महाराज
उन्होंने कहा कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की प्रतिष्ठा के निमित्त यह भक्ति अनुष्ठान समग्र विश्व में आध्यात्मिक मूल्यों का संचार करेगा। जैन आचार्य श्री लोकेश मुनिजी महाराज ने कहा कि जितना महात्म्य नवकार मंत्र का है, उतना ही महात्म्य हनुमान चालीसा का भी है। विश्व हिंदू परिषद के कार्याध्यक्ष श्री आलोक कुमार ने कहा कि हनुमान चालीसा के पाठ से भारत का विश्वगुरु बनना तय है। स्वामी श्रीप्रणवानन्द सरस्वतीजी महाराज ने कहा कि समाज के हर वर्ग के लोग हनुमान चालीसा का पाठ करें, इसका प्रयास करना चाहिए। भाष्यकार पूज्य भद्रेश स्वामीजी ने कहा कि जो हनुमान चालीसा का पाठ करेगा, वह समृद्ध होगा, इससे हमारी श्रद्धा जागेगी।
श्री गोपालशरणदेवाचार्य जी महाराज ने कहा कि लोग अपने जीवन में किसी भी कठिनाई से पार पाने के लिए हनुमान चालीसा का जाप करते हैं। पूज्य पुण्यानंद गिरि जी महाराज ने कहा कि जब सभी घरों में हनुमान चालीसा का पाठ होगा तो देश में नई जागृति आएगी। पूज्य बालकानंद महाराज जी ने सुझाव दिया कि योग के साथ रोज सुबह हनुमान चालीसा का पाठ किया जाए। योगगुरु स्वामी रामदेव जी महाराज ने कहा कि भगवान की स्तुति करने से उनमें हमारी प्रीति बढ़ती है, उनकी प्रार्थना करने से हमारे अंदर अभिमान नहीं आता।
इस कार्यक्रम का आयोजन श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र न्यास (अयोध्या), पतंजलि योगपीठ (हरिद्वार) तथा बी.ए.पी.एस. स्वामिनारायण शोध संस्थान (नई दिल्ली) के संयुक्त तत्वावधान में हुआ था। इस अवसर पर श्रीराम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष श्री नृपेन्द्र मिश्र सहित अनेक विश्वप्रसिद्ध संत-महात्मा, धर्मगुरु, विद्वान, सांसद आदि उपस्थित थे। –
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