राहुल गांधी जैसे निहित स्वार्थी नेता विदेशी धरती पर अपने देश भारत के लिए कितना भी नकारात्मक बोलें, भारत की कितनी भी बुराइयां करें, लेकिन दुनिया आज के भारत की असलियत को बखूबी जानती है। बढ़ते भारत को आज हर देश अपना दोस्त बनाने को उत्सुक है तो दुनिया की महाशक्तियां भारत से संबंध और गहरे कर रही हैं। अमेरिका से कल जारी हुई एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट ने राहुल गांधी के दुष्प्रचार की बुरी तरह हवा निकाल दी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि आज का भारत पाकिस्तान के किसी भी दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब देने की ताकत रखता है।

रिपोर्ट कहती है कि इस बात की बहुत संभावना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उनका देश पाकिस्तान के किसी भी उकसावे पर सैन्य प्रतिक्रिया कर सकता है। अमेरिकी गुप्तचर रिपोर्ट के अनुसार, भारत तथा पाकिस्तान के मध्य समस्या ज्यादा गंभीर हैं। दोनों ही देश परमाणु-सम्पन्न हैं। लेकिन तो भी, ऐसा लगता है कि भारत पाकिस्तान के उकसावे पर मोदी की अगुआई में पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा सैन्य ताकत के बूते कड़ा जवाब देगा।
रिपोर्ट में है कि भारत और चीन सीमा से जुड़े विवाद को बातचीत के रास्ते सुलझाने की कोशिश तो कर रहे हैं, परन्तु साल 2020 के मई माह में देशों की सेनाओं के बीच जो टक्कर हुई थी, उसे देखते हुए दोनों देशों के रिश्तों में तनाव रहने वाला है। दोनों के बीच फिलहाल रिश्ते गंभीर बने हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका के गुप्तचर समुदाय की हर साल ऐसी रिपोर्ट जारी होती है। इस वर्ष इस रिपोर्ट में भारत को दिखने वाले संकटों की बात की गई है। यह रिपोर्ट राष्ट्रीय गुप्तचरी निदेशक कार्यालय के माध्यम से अमेरिकी संसद में रखी जाती है। इसी रिपोर्ट में है कि भारत और चीन सीमा से जुड़े विवाद को बातचीत के रास्ते सुलझाने की कोशिश तो कर रहे हैं, परन्तु साल 2020 के मई माह में देशों की सेनाओं के बीच जो टक्कर हुई थी, उसे देखते हुए दोनों देशों के रिश्तों में तनाव रहने वाला है। दोनों के बीच फिलहाल रिश्ते गंभीर बने हुए हैं।
इसके कारण के तौर पर लिखा गया है कि विवादित सीमा को लेकर भारत तथा चीन दोनों सेना को बढ़ा रहे हैं, दोनों परमाणु हथियारों से लैस हैं इसलिए ये चीज हथियारबंद संघर्ष का खतरा पैदा करती है। इससे पहले के गतिरोधों को भी देखें तो साफ है कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर छोटे—मोटे तनाव लगातार बढ़े ही हैं।
लेकिन इस साल की रिपोर्ट भारत तथा पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर खास तौर पर गौर करती है। 2021 के शुरू में नियंत्रण रेखा पर दोनों आरे से फिर से संघर्षविराम पर सहमति होने के बाद शायद दोनों पक्ष रिश्ते सुधारना चाहते हैं। लेकिन आगे रिपोर्ट में लिखा है कि प्रधानमंत्री मोदी की अगुआई में आज भारत में किसी भी तरह के पाकिस्तानी उकसावे का मुंहतोड़ जवाब देने की ताकत दिखाई देती है।
यह सालाना रिपोर्ट अमेरिका की सुरक्षा के संदर्भ में वैश्विक खतरों पर गुप्तचर समुदाय की मान्यता की झलक देती है। नीति निर्माता, सैनिक और देश में कानून लागू करने वाले लोगों को यह रिपोर्ट एक बारीक, स्वतंत्र तथा स्पष्ट जानकारी देती है।
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