प्रयागराज कांड की साजिश को लेकर बरेली पुलिस ने बड़ा भंडाफोड़ किया है। बरेली जेल में बंद माफिया अतीक अहमद के भाई अरशद ने अपने साले सद्दाम और नौकर अफसर के साथ मिलकर षडयंत्र को आगे बढ़ाया। सद्दाम और अफसर बरेली की फाइक एन्क्लेव कालोनी में गलत नाम से रह रहे थे। जेल में तैनात बंदीरक्षक शिवहरि अवस्थी और कैंटीन सप्लायर दयाराम उर्फ नन्हे ने पूरी साजिश में अरशद का साथ दे रहे थे।
पुलिस के मुताबिक, जेल में बंद अरशद से आरक्षी शिवहरि गलत तरीके से उसके गुर्गों की कई-कई घंटे मुलाकात कराता था। गुजरात की साबरमती जेल में बंद अतीक और बरेली जेल में निरुद्ध अरशद के बीच व्हाट्सएप कॉल भी आरक्षी व कैंटीन सप्लाइर द्वारा कराई जाती थी। पुलिस ने साजिश में शामिल आरक्षी शिवहरि और नन्हे को गिरफ्तार कर लिया है। सद्दाम और अफसर के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कर ली गई है, जो प्रयागराज कांड के बाद से भूमिगत हैं। उनकी तलाश में पूरे राज्य में पुलिस टीमें जुट गई हैं।
प्रयागराज में पिछले दिनों विधायक राजूपाल हत्याकांड के गवाह उमेश और उनके दो गनर की हत्या पूरा तानाबाना माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अरशद ने जेल में बंद होकर भी जिस तरह से रची, उसकी धीमे-धीमे परतें खुल रही हैं। पुलिस और एसटीएफ को पहले दिन से बरेली जेल में बंद अरशद पर साजिश का सूत्रधार होने का शक था। लंबी छानबीन के बाद बरेली पुलिस और एसओजी बरेली जेल में हुई साजिश की तह में पहुंच गई है।
एसएसपी बरेली अखिलेश चौरसिया ने बताया कि अशरफ के साले सद्दाम ने बरेली में थाना बारादरी क्षेत्र की फाइक एन्क्लेव कालोनी में मुश्त्याक के नाम से कमरा किराए पर लिया था। नौकर अफसर भी उसके साथ रहता था। बरेली की सेंट्रल जेल-2 में बंद अशरफ से सद्दाम और अफसर की बगैर पर्ची के मुलाकात इंतजाम जेल का आरक्षी शिवहरि अवस्थी और कैंटीन में माल सप्लाई करने वाला बरेली के गांव सैदपुर का रहने वाला नन्हे उर्फ दयाराम करते थे। सद्दाम और अफसर कई-कई लोगों को जेल में अशरफ से मिलवाने ले जाते थे, जिसकी कहीं कोई एंट्री जेल में नहीं होती थी। माफिया अतीक गैंग के गुर्गों से अशरफ की मुलाकात जेल में अलग जगह पर कराई जाती थी। पुलिस ने आरक्षी शिवहरि और नन्हे के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से दो मोबाइल और कैश बरामद किया है।
एसएसपी ने बताया कि अरशद के साले सद्दाम और नौकर के खिलाफ बरेली के थाना बारादरी में मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी गई है। आरक्षी की गिरफ्रतारी से बरेली जेल प्रशासन में हड़कंप मचा है। प्रयागराज कांड की साजिश बरेली जेल में रचे जाने और आरक्षी के उसमें शामिल होने की सच सामने आने के बाद जेल अधिकारियों पर भी गाज गिरने की आशंका है।
टिप्पणियाँ