झारखंड के साहिबगंज में बड़ी संख्या में लोगों ने घर वापसी करके हिंदू धर्म अपना लिया है। बरहेट प्रखंड के सिंदरी ग्राम में गिरि वनवासी कल्याण परिषद के जिलाध्यक्ष शीतल बाबा के नेतृत्व में रविवार को 60 परिवार के 111 वनवासियों ने ईसाई पंथ छोड़कर सनातन धर्म अपनाया है। इनमें 45 पुरुष व 66 महिला शामिल हैं।
जानकारी के अनुसार पहले ये लोग गांव के बाहर मैदान में आयोजित झील पूजा में शामिल हुए, जहां नंगे पैर आग पर चलकर खुद को पवित्र किया। उसके बाद शीतल बाबा के धाम पर आयोजित कार्यक्रम में सभी की पैर धोकर सनातन धर्म में वापसी कराई गई। घर वापसी करने वालों ने बताया कि प्रलोभन देकर उनका मतांतरण करा दिया गया था। बाद में उन्हें समझ आया कि उनके साथ गलत हुआ है। उसके बाद इन लोगों ने घर वापसी का निर्णय लिया।
विदेशी महिला ने अपनाया सनातन धर्म
गिरि वनवासी कल्याण परिषद के सचिव सीताराम ठाकुर ने बताया कि इस कार्यक्रम में फिनलैंड की साध्वी अनुराधा भी शामिल हुईं। उनके पिता ईसाई पंथ प्रचारक थे, लेकिन साध्वी अनुराधा ने सनातन धर्म अपना लिया और अब सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार का काम कर रही हैं।
असम : 142 लोगों ने की घर वापसी, ईसाई पंथ त्याग अपनाया सनातन धर्म
घर वापसी कार्यक्रम के दौरान अखिल भारतीय जनजाति सुरक्षा मंच के सह संयोजक डॉ. राजकिशोर हांसदा, अखिल भारतीय वनवासी कल्याण परिषद विभाग संगठन मंत्री विजय टुडू, आत्मानंद महाराज, साध्वी अनुराधा, गिरि वनवासी कल्याण परिषद के सचिव सीताराम ठाकुर आदि मौजूद रहे।
बता दें कि इससे पहले छत्तीसगढ़ के जशपुर में 36 परिवार के 250 लोग और असम में 142 लोगों ने घर वापसी की थी। इन सभी लोगों को प्रलोभन देकर ईसाई बना दिया गया था।
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