स्वरोजगार में जुटे शरणार्थी
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

स्वरोजगार में जुटे शरणार्थी

दिल्ली में रहने वाले 58 पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों को कई सेवाभावी संगठनों की ओर से रोजगार के लिए दी गई मदद। कोई सब्जी, तो कोई फल, तो कोई बेच रहा है कचौरी

by अरुण कुमार सिंह
Mar 4, 2023, 12:30 pm IST
in भारत, दिल्ली
बेल्ट और धूप के चश्मे बेचने वाले श्रवण

बेल्ट और धूप के चश्मे बेचने वाले श्रवण

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिल्ली में यमुना नदी के किनारे सिग्नेचर ब्रिज के पास ऐसे ही पाकिस्तानी हिंदू परिवारों की एक बस्ती है। तीन ब्लॉक में बंटी इस बस्ती में 60 झुग्गियां हैं, जिनमें 300 लोग रहते हैं। इनमें बच्चे और महिलाओं की संख्या सबसे अधिक है।

इस्लामी जिहादियों से पीड़ित पाकिस्तानी हिंदू लगातार भारत आ रहे हैं। दिल्ली में इनकी संख्या बढ़ती जा रही है। इनका कहना है कि हिंदुओं के लिए पाकिस्तान नरक बन चुका है। वहां एक हिंदू का हिंदू के नाते रहना दूभर हो गया है। इसलिए वे लोग किसी न किसी बहाने भारत आ रहे हैं और यहां से लौटना नहीं चाहते। उनका यह भी कहना है कि पाकिस्तानी हिंदू परिवार धर्म और जान बचाने के लिए भारत आ रहे हैं।

दिल्ली में यमुना नदी के किनारे सिग्नेचर ब्रिज के पास ऐसे ही पाकिस्तानी हिंदू परिवारों की एक बस्ती है। तीन ब्लॉक में बंटी इस बस्ती में 60 झुग्गियां हैं, जिनमें 300 लोग रहते हैं। इनमें बच्चे और महिलाओं की संख्या सबसे अधिक है।

केवल कुछ कपड़ों के साथ पाकिस्तान से आ रहे इन हिंदुओं के पास खाने के लिए कुछ नहीं होता। ऐसे में इनकी मदद विश्व हिंदू परिषद, सेवा भारती, भगिनी निवेदिता सेवा न्यास, मानव मंदिर मिशन जैसे संगठन कर रहे हैं। भगिनी निवेदिता सेवा न्यास के न्यासी महामंत्री बलबीर सिंह ने बताया कि जो भी हिंदू परिवार यहां आते हैं, उन्हें सबसे पहले लगभग दो महीने का राशन उपलब्ध कराया जाता है। इसके बाद उन्हें कहीं कोई काम दिलाया जाता है, ताकि ये अपने परिवार का पालन-पोषण कर सकें।

अब ऐसे लोगों को स्वावलंबी बनाने के लिए ‘समर्थ भारत’ की ओर से मोबाइल, एसी, गीजर, आरओ आदि की मरम्मत करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके साथ ही इन लोगों को स्वरोजगार से भी जोड़ा जा रहा है।

पिछले दिनों मानव मंदिर मिशन ने 58 पाकिस्तानी हिंदू युवाओं को स्वरोजगार करने के लिए पंूजी और रेहड़ी उपलब्ध कराई है। मानव मंदिर मिशन की निदेशिका साध्वी समताश्री ने बताया, ‘‘अपने संस्थापक आचार्य श्री रूपचंद जी के नेतृत्व में मिशन ने इन लोगों को अपने पैरों पर खड़ा करने का संकल्प लिया है। इसके अंतर्गत ही बस्ती के सभी पुरुषों को रेहड़ी और पूंजी दी गई है।

अब इनमें से कोई व्यक्ति फल, कोई सब्जी, कोई मोबाइल का सामान (कवर, टेम्परर्ड ग्लास जैसी वस्तुएं), कोई कचौरी, तो कोई अन्य सामान बेच रहा है।’’ उन्होंने यह भी बताया, ‘‘अब बस्ती में कोई भी पुरुष बेरोजगार नहीं है। केवल तीन परिवार ऐसे हैं, जो किसी भी तरह का काम करने में सक्षम नहीं हैं। ऐसे परिवारों को मानव मंदिर मिशन की ओर से 1,000 रु. प्रतिमाह और साथ में राशन दिया जाता है। यह सहायता तब तक दी जाएगी, जब तक कि उस परिवार में कोई कमाने वाला न हो जाए।’’

जिन लोगों को स्वरोजगार के लिए मदद मिली है, उनमें से एक हैं सिंध से आए गोविंद राम। अब वे सब्जी बेचते हैं। गोविंद राम कहते हैं, ‘‘पाकिस्तान में मजदूरी करता था। काम कराने वाले मुसलमान थे। ज्यादातर लोग काम कराकर मजूदरी नहीं देते थे। यदि कोई मजदूरी मांगने का साहस दिखाता तो उसे बुरी तरह मारा जाता। बहू-बेटियां भी उठा कर ले जाते। इसलिए जान और धर्म बचाने के लिए भारत आना पड़ा। यहां भी महीनों तक मजदूरी की। अब कुछ हिंदुओं की मदद से सब्जी बेच रहा हूं।’’ गोविंद राम को भरोसा है कि अब उनकी जिंदगी ठीक से कटेगी और उनके बच्चे भी लिख-पढ़ लेंगे।

लगभग दो महीने पहले सिंध से ही आए श्रवण की उम्र करीब 30 साल है। अपने छह सदस्यीय परिवार में अकेले कमाने वाले हैं। वे अब दिल्ली में घूम-घूमकर बेल्ट और धूप चश्मा बेच रहे हैं। इन्हें 10,000 रु. की एक रेहड़ी और पूंजी के रूप में 5,000 रु. मिले हैं। वे कहते हैं, ‘‘यहां भी मेहनत कर रहे हैं और पाकिस्तान में भी मेहनत करते थे। यहां और वहां में बहुत फर्क है। पाकिस्तान में गुलाम वाली जिंदगी थी। वहां बच्चों को पढ़ा नहीं सकते थे। स्कूल में बच्चों से कलमा पढ़वाया जाता था। यहां हम सब खुली हवा में सांस ले पा रहे हैं। पाकिस्तान में तो कभी लगा ही नहीं कि हम लोग मनुष्य हैं, यहां महसूस हो रहा है कि हम लोग भी मनुष्य ही हैं।’’

सीताराम भी सिंध से आए हैं। इन्हें भी स्वरोजगार के लिए मदद मिली है। अब ये नारियल बेचते हैं। सीताराम कहते हैं, ‘‘पाकिस्तान में मजहबी जिहादियों ने हमारी कई पीढ़ियों को बर्बाद कर दिया। हमें पढ़ने से रोका गया, ताकि हम उनके गुलाम बने रहें। इन सबको देखते हुए लगता है कि 1947 में ही हमारे पुरखे भारत आ जाते तो हमारी यह स्थिति नहीं होती।’’ बस्ती के जितने लोगों से बात हुई, सबने सीताराम की सोच का समर्थन करते हुए कहा कि हमारे लोगों को बंटवारे के वक्त ही भारत आ जाना चाहिए था।

बरसात आने से पहले तक बस्ती की सभी 60 झुग्गियों की मरम्मत करा दी जाएगी। अब तक 25 झुग्गियों को ठीक किया जा चुका है। हर झुग्गी को बांस की बल्लियों और अच्छी प्लास्टिक से संवारा जा रहा है। बस्ती के लोगों के लिए मानव मंदिर मिशन ने अब तक लगभग 18,00,000 रुपए खर्च किए हैं।- साध्वी समताश्री

उपरोक्त संगठनों के कार्यकर्ता न केवल इन बेचारों की रोजी-रोटी का जुगाड़ कर रहे हैं, बल्कि इनके बच्चों को शिक्षित और संस्कारित भी कर रहे हैं। छोटे बच्चों के लिए बस्ती में बालवाड़ी चल रही है। बड़े बच्चे स्कूल जाते हैं। लेकिन बस्ती के आसपास की स्थिति ऐसी है कि ये बच्चे नजदीक के किसी विद्यालय में पढ़ नहीं पाते। इन्हें पढ़ने के लिए लगभग छह किलोमीटर दूर जाना पड़ता है। उस जगह की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि बच्चों के लिए स्कूल जाना-आना आसान नहीं है। इस कारण कई माता-पिता अपने बच्चों को विद्यालय नहीं भेजते। इस समस्या का समधान साध्वी समताश्री ने ही निकाला है। उन्होंने बताया कि अप्रैल महीने से मिशन की ओर से एक वाहन की नि:शुल्क व्यवस्था की जा रही है, ताकि बस्ती के सारे बच्चे पढ़ने के लिए स्कूल जा सकें।

सिग्नेचर ब्रिज के पास बसी एक पाकिस्तानी हिन्दू परिवार का घर

‘‘पाकिस्तान के हिंदुओं में अपने धर्म के प्रति गहरी आस्था और भारत के हिंदुओं पर अपार भरोसा है। इसलिए पाकिस्तानी जिहादियों की बड़ी से बड़ी यातना भी इन्हें मुसलमान नहीं बना सकी। ये लोग सनातनी ही रहना चाहते हैं। इसलिए भारत आए हैं। इस नाते सभी हिंदुओं का कर्तव्य हो जाता है कि वे पाकिस्तानी हिंदुओं की सहायता करें।’’ -स्वदेशपाल गुप्ता,  वरिष्ठ कार्यकर्ता,  विश्व हिंदू परिषद

साध्वी समताश्री ने यह भी बताया कि बरसात आने से पहले तक बस्ती की सभी 60 झुग्गियों की मरम्मत करा दी जाएगी। अब तक 25 झुग्गियों को ठीक किया जा चुका है। हर झुग्गी को बांस की बल्लियों और अच्छी प्लास्टिक से संवारा जा रहा है। बस्ती के लोगों के लिए मानव मंदिर मिशन ने अब तक लगभग 18,00,000 रुपए खर्च किए हैं।

विश्व हिंदू परिषद के वरिष्ठ कार्यकर्ता स्वदेशपाल गुप्ता हिंदू बस्तियों में कार्य करने वाले कार्यकर्ताओं का अवलम्ब हैं। उन्होंने पाकिस्तानी हिंदुओं की मदद के लिए अनेक संगठनों और लोगों को एक साथ जोड़ा है। वे कहते हैं, ‘‘पाकिस्तान के हिंदुओं में अपने धर्म के प्रति गहरी आस्था और भारत के हिंदुओं पर अपार भरोसा है। इसलिए पाकिस्तानी जिहादियों की बड़ी से बड़ी यातना भी इन्हें मुसलमान नहीं बना सकी। ये लोग सनातनी ही रहना चाहते हैं। इसलिए भारत आए हैं। इस नाते सभी हिंदुओं का कर्तव्य हो जाता है कि वे पाकिस्तानी हिंदुओं की सहायता करें।’’

इस समय दिल्ली में सिग्नेचर ब्रिज के अलावा मजलिस पार्क मेट्रो स्टेशन के पास और रोहिणी के सेक्टर 11 और 25 में भी पाकिस्तानी हिंदुओं की बस्तियां हैं। इन बस्तियों में रहने वाले हिंदुओं को पूरी उम्मीद है कि आज नहीं, तो कल उन्हें भारत की नागरिकता मिल जाएगी।

Topics: मजलिस पार्क मेट्रो स्टेशनMajlis Park Metro stationसेवा भारतीSelf-employed refugeesHindusManav Mandir Missionमानव मंदिर मिशनSelf-employedस्वरोजगारPakistani Hindu refugeesपाकिस्तानी हिंदू शरणार्थिIslamic Jihadisइस्लामी जिहादिPakistan hellपाकिस्तान नरकSeva Bhartiभगिनी निवेदिता सेवा न्यासSister Nivedita Seva NyasVishwa Hindu Parishadपाकिस्तान में मजहबी जिहादिReligious Jihadis in Pakistanविश्व हिंदू परिषदसिग्नेचर ब्रिजSignature Bridgeहिंदू
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

लव जिहाद

भोपाल, दमोह और अब उज्‍जैन में सामूहिक लव जिहाद, 12 से अधिक मुस्‍लिम लड़कों ने कई हिन्‍दू लड़कियों को बनाया निशाना

नैनीताल में नाबालिग से दरिंदगी पर फूटा उत्तराखंड का गुस्सा, विरोध में अल्मोड़ा में बाजार रहा बंद

मुसलमानों का एक वर्ग वक्फ संशोधन कानून के समर्थन में

वक्फ संशोधन विधेयक : रसातल में कांग्रेस!

प्रदर्शन करते भारतीय समुदाय के लोग

शिकागो की सड़कों पर गूंजा पाकिस्तान मुर्दाबाद

भोपाल गैंगरेप और ‘लव जिहाद’: पैटर्न वही, बस बदल जाती हैं शक्लें और नाम

Uttarakhand VHP Bajrangdal Pahalgam terror attack

पहलगाम नरसंहार के विरोध में विश्व हिंदू परिषद-बजरंग दल का आक्रोश प्रदर्शन

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान बोल रहा केवल झूठ, खालिस्तानी समर्थन, युद्ध भड़काने वाला गाना रिलीज

देशभर के सभी एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट : सभी यात्रियों की होगी अतिरिक्त जांच, विज़िटर बैन और ट्रैवल एडवाइजरी जारी

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

भारत के लिए ऑपरेशन सिंदूर की गति बनाए रखना आवश्यक

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies