ऑस्ट्रेलिया में उग्रपंथी खालिस्तानी तत्वों की भारत विरोधी हरकतें बढ़ती जा रही हैं। पिछले लंबे समय से वे हिन्दू मंदिरों में तोड़फोड़ करने के साथ ही उन पर भारत विरोधी नारे लिखते आ रहे हैं। लेकिन अब उनकी हिमाकत इस कदर बढ़ चुकी है कि वे भारतीय दूतावास पर भी खालिस्तानी झंडा लगाने से नहीं डरे।
खालिस्तानी तत्व ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया, ब्रिस्बेन, मेलबर्न शहरों के कई मंदिरों में पूजा में व्यवधान डालने, पुजारियों—श्रद्धालुओं को डराने—धमकाने के साथ ही, सड़कों पर खालिस्तानी झंडे लहराते कारों के काफिले निकालते रहे हैं। इस साल शुरू से ही ऐसी घटनाओं में तेजी आती देखी गई है। भारत के पंजाब में भी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की कथित शह पर उपद्रव मचाए जा रहे हैं, हिंसक हमले किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं, इस्लामी उन्मादियों के साथ कथित साठगांठ करके ये खालिस्तानी न्यूजीलैंड, कनाडा और ब्रिटेन में भी हिन्दुत्व विरोधी हरकतें कर रहे हैं।
पांच दिन हुए जब क्वीन्सलैंड स्थित गायत्री मंदिर को पाकिस्तान से फोन पर महाशिवरात्रि उत्सव पर पूजा न करने दी गई थी। फोन करने वाले खालिस्तानी ने धमकाया था कि जब तक मंदिर में ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे नहीं लगेंगे तब तक पूजा नहीं करने दी जाएगी। उसी ने बताया कि वह पाकिस्तान से फोन कर रहा था।
अभी दो दिन पहले ब्रिस्बेन में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला किए जाने की खबर से ऑस्ट्रेलिया का भारतीय समुदाय आक्रोश में है। द ऑस्ट्रेलिया टुडे में प्रकाशिकत समाचार के अनुसार, ब्रिस्बेन में टारिंगा क्षेत्र की स्वान रोड पर कार्यरत भारतीय वाणिज्य दूतावास कार्यालय पर खालिस्तानियों ने अपनी भारत विरोधी हरकत को अंजाम दिया है।
पता चला है कि गत 22 फरवरी को ब्रिस्बेन में भारतीय कॉन्सुलर अर्चना सिंह सुबह कार्यालय पहुंची तो उन्होंने वहां इमारत पर खालिस्तानी झंडा लगा देखा। दूतावास ने फौरन क्वींसलैंड पुलिस को घटना की जानकारी दी। पुलिस आई और उसने झंडे को उतारकर जब्त कर लिया। इतना ही नहीं, भारत विरोधी खालिस्तानियों ने कोई और बड़ी साजिश न रचाी हो, इस अंदेशे से पूरे वाणिज्य दूतावास को खाली कराया गया। द ऑस्ट्रेलिया टुडे ने कॉन्सुलर के हवाले से बताया है कि पुलिस ने उनकी सुरक्षा की चिंता करते हुए यह कार्रवाई की है।
इससे पहले करीब पांच दिन हुए जब क्वीन्सलैंड स्थित गायत्री मंदिर को पाकिस्तान से फोन पर महाशिवरात्रि उत्सव पर पूजा न करने दी गई थी। फोन करने वाले खालिस्तानी ने धमकाया था कि जब तक मंदिर में ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे नहीं लगेंगे तब तक पूजा नहीं करने दी जाएगी। उसी ने बताया कि वह पाकिस्तान से फोन कर रहा था।
22 फरवरी को मेलबर्न में काली मंदिर को भी खालिस्तानियों की तरफ से धमकी भरा फोन किया गया था। मंदिर के पुजारी को धमकी देकर पूजानुष्ठान बंद करने को कहा गया था। ऐसा न करने पर बुरे नतीजे भुगतने को तैयार रहने की धमकी दी गई थी। उल्लेखनीय है कि ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानी तत्व पिछले कुछ दिनों से ज्यादा हरकत में आए हैं। उनकी धमकियों और मंदिर की दीवारों पर लिखे भारत विरोधी नारों से लगता है कि उन्हें मोदी सरकार, हिन्दू धर्म और हिन्दुओं से नफरत है और वे वहां भारतीय समुदाय में यही जहर फैलाना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि विश्व में तेजी से बढ़ रहे भारत की छवि खराब हो और मोदी सरकार को इसका दोष दिया जाए।
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