नई दिल्ली। भाजपा के वरिष्ठ नेता और गुजरात के पूर्व राज्यपाल ओमप्रकाश कोहली का सोमवार को निधन हो गया। वह 87 वर्ष के थे। पौत्री कर्णिका कोहली ने बताया कि दादा जी का अंतिम संस्कार मंगलवार सुबह साढ़े ग्यारह बजे दिल्ली के निगमबोध घाट में होगा। पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए मयूर विहार स्थित उनके घर में रखा जाएगा।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ओपी कोहली के निधन पर गरही संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ओपी कोहली ने लंबे सार्वजनिक जीवन में अपनी कार्य क्षमता और विद्वता के कारण काफी सम्मान अर्जित किया। वे गुजरात के राज्यपाल रहे। दिल्ली में भाजपा को मजबूत करने में उनकी प्रभावी भूमिका रही।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने पूर्व राज्यपाल ओपी कोहली के निधन पर गहरा दुख जताया। उन्होंने शोक संदेश में कहा कि मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवार के साथ हैं। प्रो. कोहली एक शिक्षाविद् और एनडीटीएफ एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के द्वारा वह विश्वविद्यालय के शिक्षकों और छात्र आंदोलनों में सक्रिय थे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से प्रेरित होकर वह हमेशा राष्ट्रवादी गतिविधियों में रहे। एक राजनीतिक नेता और एक सांसद के रूप में वह सिद्धांतों और नैतिकता पर अडिग रहे। जमीनी स्तर के उत्साही कार्यकर्ता होने के नाते वे कार्यकर्ताओं के लिए सुलभ नेता थे। हम अब उनके स्नेही व्यक्तित्व और मधुर वाणी से वंचित हो गए। मैं उनकी स्मृति में अपनी श्रद्दांजलि अर्पित करता हूं। ईश्वर से दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।
सांसद हर्षवर्धन ने कहा कि भारतीय राजनीति के एक युक का अंत हो गया। उनका जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है। वे दिल्ली में भाजपा के सारथी थे। यह देश उन्हें एक सच्चे राष्ट्रवादी और दूरदर्शी जननेता के रूप में सदैव याद रखेगा।
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