पद्म पुरस्कार 2023 : विमुक्त जातियों की सशक्त आवाज
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत

पद्म पुरस्कार 2023 : विमुक्त जातियों की सशक्त आवाज

संस्कृति को भारतीय दृष्टिकोण से न देखकर पाश्चात्य दृष्टिकोण से देखने के आदी हो गए हैं।

by WEB DESK
Feb 6, 2023, 07:05 pm IST
in भारत
भीकू रामजी इदाते

भीकू रामजी इदाते

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

हम विमुक्त जातियों और उनकी संस्कृति को भारतीय दृष्टिकोण से न देखकर पाश्चात्य दृष्टिकोण से देखने के आदी हो गए हैं। यह सम्मान वास्तव में विमुक्त जातियों और उनकी संस्कृति का सम्मान है।-भीकू रामजी इदाते

महाराष्ट्र के सुप्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता भीकू रामजी इदाते ने अपना पूरा जीवन वंचित समुदायों के कल्याण के लिए समर्पित किया हुआ है। पाञ्चजन्य के लेखक रहे श्री इदाते उपाख्य दादा इदाते भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय विमुक्त, घुमंतू और अर्द्ध घुमंतू जनजाति आयोग के अध्यक्ष रहे हैं।

वर्तमान में दादा इदाते घुमंतू और अर्द्ध-खानाबदोश समुदायों के विकास और कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष तो हैं ही, नीति आयोग की पहचान और वर्गीकरण समिति के सदस्य भी हैं। उनकी इस क्षेत्र में दक्षता को देखते हुए ही 2019 में उनकी अध्यक्षता में विमुक्त, खानाबदोश और अर्द्ध-खानाबदोश समुदायों के लिए विकास और कल्याण बोर्ड का गठन हुआ था।

अंग्रेजों ने एक सोचे-समझे षड्यंत्र के तहत भारत की विमुक्त जातियों को उनकी मूल जातियों से विकृत करके उन्हें अपराधियों की श्रेणी में डाल दिया, जबकि वे स्वतंत्र योद्धा होने के साथ ही संस्कृति तथा प्रकृति को संरक्षित करती रही हैं।

इसी के मार्गदर्शन में अधिसूचित श्रेणी से बाहर आए समुदाय, खानाबदोश तथा अर्द्ध-खानाबदोश समुदायों की पहचान करने और औपचारिक रूप से वगीकृत करने की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए नीति आयोग के उपाध्यक्ष के नेतृत्व में एक समिति बनाई गई थी।

दादा इदाते का मानना है कि विमुक्त जातियों की प्रति हमारी मानसिकता स्वतंत्र नहीं है। हम विमुक्त जातियों और उनकी संस्कृति को भारतीय दृष्टिकोण से न देखकर पाश्चात्य दृष्टिकोण से देखने के आदी हो गए हैं।

अंग्रेजों ने एक सोचे-समझे षड्यंत्र के तहत भारत की विमुक्त जातियों को उनकी मूल जातियों से विकृत करके उन्हें अपराधियों की श्रेणी में डाल दिया, जबकि वे स्वतंत्र योद्धा होने के साथ ही संस्कृति तथा प्रकृति को संरक्षित करती रही हैं। इन जातियों के समग्र विकास के लिए आयोग गठित होने से सकारात्मक परिणाम देखने में आ रहे हैं।

Topics: NITI Aayog's identityClassification CommitteeNational DenotifiedNomadicSemi-Nomadic Tribes Commissionनीति आयोग की पहचानCulture and Natureवर्गीकरण समितिसंस्कृति को भारतीय दृष्टिकोणराष्ट्रीय विमुक्तघुमंतूअर्द्ध घुमंतू जनजाति आयोगसंस्कृति तथा प्रकृति
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

स्वयंसेवकों ने किया कन्यादान

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

Indian army drone strike in myanmar

म्यांमार में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर भारतीय सेना का बड़ा ड्रोन ऑपरेशन

PM Kisan Yojana

PM Kisan Yojana: इस दिन आपके खाते में आएगी 20वीं किस्त

FBI Anti Khalistan operation

कैलिफोर्निया में खालिस्तानी नेटवर्क पर FBI की कार्रवाई, NIA का वांछित आतंकी पकड़ा गया

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

माता वैष्णो देवी में सुरक्षा सेंध: बिना वैध दस्तावेजों के बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

Britain NHS Job fund

ब्रिटेन में स्वास्थ्य सेवाओं का संकट: एनएचएस पर क्यों मचा है बवाल?

कारगिल विजय यात्रा: पूर्व सैनिकों को श्रद्धांजलि और बदलते कश्मीर की तस्वीर

four appointed for Rajyasabha

उज्ज्वल निकम, हर्षवर्धन श्रृंगला समेत चार हस्तियां राज्यसभा के लिए मनोनीत

Kerala BJP

केरल में भाजपा की दोस्तरीय रणनीति

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies