राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम ने फुलवारीशरीफ पीएफआई मामले में बीते दो दिनों से बिहार के पूर्वी चंपारण जिले में छापेमारी कर दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। जिन दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। उनपर एक बहुत बड़े नेता को लक्ष्य कर हत्या और सांप्रदायिक सद्भाव को भंग करने की साजिश रचने का आरोप है जिसका पर्दाफाश एनआईए और स्थानीय मोतिहारी पुलिस ने किया है।
एनआईए ने देर शाम प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि जिन दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है उनमें तनवीर रजा उर्फ बरकती पुत्र मोहम्मद अब्दुल्ला निवासी बहादुरपुर, मेहसी, पूर्वी चंपारण तथा दूसरा एमडी आबिद आर्यन पुत्र एमडी रुस्तम, निवासी गांव बहादुरपुर, पीएस मेहसी, जिला पूर्वी चंपारण का निवासी है। इससे पहले इस मामले में चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था और पीएफआई से संबंधित कई आपत्तिजनक लेख/दस्तावेज जब्त किए गए थे। कल की गई तलाशी के दौरान कई डिजिटल उपकरण जब्त किए गए। मामले में आगे की जांच की जा रही है।
एनआईए की टीम ने शनिवार चार फरवरी को पूर्वी चंपारण जिले में लक्षित हत्याओं को अंजाम देने के लिए पीएफआई कैडरों द्वारा रची गई साजिश को विफल करने के लिए आठ स्थानों पर छापेमारी करने के बाद रविवार को दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। जिन्होंने इस घटना को अंजाम देने के लिए हथियारों और गोला-बारूद की व्यवस्था की थी।
एनआईए ने बताया कि टारगेट पूरा करने के लिए रेकी पहले ही की जा चुकी थी। हथियार और गोला-बारूद पीएफआई ट्रेनर याकूब को सौंपे गए थे, जो पीएफआई कैडरों के लिए प्रशिक्षण सत्र आयोजित कर रहा था। कुछ दिन पहले पीएफआई के ट्रेनर याकूब ने एक अपमानजनक और भड़काऊ फेसबुक वीडियो पोस्ट किया था। जिसका उद्देश्य शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को भंग करना था।
फेसबुक के अन्य यूजर्स ने इस पोस्ट पर आपत्तिजनक कमेंट और ट्रोल किया था। फरार आरोपी याकूब और दो गिरफ्तार आरोपितों ने उनमें से कुछ की पहचान की थी और लक्षित व्यक्ति की हत्या को अंजाम देने की साजिश रची थी। छापेमारी और गिरफ्तारियां एनआईए के केस संख्या-1 में की गईं है।
टिप्पणियाँ