असम में बाल विवाह के खिलाफ बड़ा अभियान, चार हजार मामले दर्ज, 1800 गिरफ्तार
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत असम

असम में बाल विवाह के खिलाफ बड़ा अभियान, चार हजार मामले दर्ज, 1800 गिरफ्तार

सबसे ज्यादा 136 गिरफ्तारियां मुस्लिम बहुल धुबरी जिले में हुई हैं, जहां बाल विवाह के 370 मामले दर्ज किए गए थे

by दिव्य कमल बोरदोलोई
Feb 3, 2023, 04:00 pm IST
in असम
बाल विवाह के आरोप में गिरफ्तार किए गए आरोपी

बाल विवाह के आरोप में गिरफ्तार किए गए आरोपी

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

गुवाहाटी। असम में बाल विवाह के खिलाफ बड़ा अभियान चला है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के सख्त आदे के बाद पुलिस ने पूरे राज्य में बाल विवाह के खिलाफ शुक्रवार से अभियान शुरू किया है। मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा ने मीडिया को बताया कि करीब 1800 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ये संख्या निश्चित रूप से बढ़ेगी क्योंकि राज्य भर में पुलिस का अभियान जारी है। मुख्यमंत्री सरमा ने गुवाहाटी में बताया कि बाल विवाह के अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई अगले तीन से चार दिनों तक जारी रहेगी।

अब तक सबसे ज्यादा 136 गिरफ्तारियां मुस्लिम बहुल धुबरी जिले में हुई हैं, जहां बाल विवाह के 370 मामले दर्ज किए गए थे। इसके बाद बिश्वनाथ चराली में 131, बारपेटा में 110 और नागांव में 100, होजई में 92, कोकराझार में 89, बोंगाईगांव में 83, करीमगंज में 79, गोलपारा में 76, कछार में 71 और मोरीगांव जिले में 60 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

असम पुलिस ने बाल विवाह के 4,004 मामले दर्ज किए थे। ये सभी मामले एक पखवाड़े से भी कम समय में दर्ज किए गए थे, क्योंकि राज्य कैबिनेट ने 23 जनवरी को बाल विवाह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का फैसला किया था। सीएम सरमा ने कहा कि कार्रवाई जारी रहेगी और गिरफ्तारियों की संख्या के बारे में शाम तक तस्वीर साफ हो जाएगी।

गौरतलब है कि 23 जनवरी को असम सरकार ने कैबिनेट के एक फैसले में पुलिस को राज्य भर में बाल विवाह के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। कैबिनेट के फैसले के अनुसार 14 साल से कम उम्र की लड़कियों की शादी करने वाले पुरुषों के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। 14-18 साल की उम्र के बीच शादी करने वालों पर बाल विवाह निषेध के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।

अपराधियों को कानून के प्रावधानों के अनुसार गिरफ्तार किया जाएगा और इन शादियों को अवैध घोषित किया जाएगा। अगर लड़का भी 14 साल से कम उम्र का है तो उसे बाल सुधार गृह भेजा जाएगा क्योंकि नाबालिगों को अदालत में पेश नहीं किया जा सकता है। सीएम सरमा ने कैबिनेट के फैसले के बाद 23 जनवरी को एक प्रेस वार्ता में कहा था कि इस तरह के विवाह के संचालन में शामिल पुजारियों, काजियों और परिवार के सदस्यों पर भी मामला दर्ज किया जाएगा। गुरुवार को सीएम डॉ. सरमा ने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी दी कि जिलेवार ब्रेकअप के साथ ही प्रदेश भर में बाल विवाह के 4004 मामले दर्ज किए गए। उन्होंने ट्वीट किया, ”असम सरकार राज्य में बाल विवाह की बुराई को समाप्त करने के अपने संकल्प पर अडिग है। अब तक असम पुलिस ने राज्य भर में (बाल विवाह के) 4,004 मामले दर्ज किए हैं और आने वाले दिनों में और पुलिस कार्रवाई की संभावना है। मामलों पर कार्रवाई 3 फरवरी से शुरू होगी। मैं सभी से सहयोग करने का अनुरोध करता हूं।”

हाल ही में दर्ज किए गए बाल विवाह के 4,004 मामलों में से सबसे अधिक मुस्लिम बहुल जिलों धुबरी (370) और होजई (255), मोरीगांव (224) में दर्ज किए गए। उदलगुरी (235), और कोकराझार (204) जिलों में बड़ी संख्या में मामले दर्ज किए गए, जिनमें मुस्लिम आबादी काफी अधिक है।

गुरुवार देर रात सीएम डॉ. शर्मा ने नवनियुक्त डीजीपी जीपी सिंह और शीर्ष पुलिस अधिकारियों के साथ बाल विवाह के खिलाफ राज्यव्यापी पुलिस कार्रवाई पर पुलिस अधीक्षकों के साथ एक वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता की। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने लोगों से अपील की कि वे राज्य को बुरी प्रथा से छुटकारा दिलाने के लिए समर्थन और सहयोग दें। यह राज्य में एमएमआर के उच्च प्रतिशत के प्रमुख कारणों में से एक है। असम ने देश में मातृ मृत्यु दर (एमएमआर) का उच्चतम प्रतिशत दर्ज किया है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण की रिपोर्ट के अनुसार, असम में शिशु मृत्यु दर की उच्च दर भी है और राज्य में औसतन 31 प्रतिशत विवाह निषिद्ध आयु में होते हैं।

Topics: बाल विवाह पर सख्तीChild marriage in Assamcampaign against child marriageaction on child marriagestrictness on child marriageChild marriageअसम में बाल विवाहबाल विवाह के खिलाफ अभियानबाल विवाह पर कार्रवाईचाइल्ड मैरेज
Share29TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Pakistan passes Anti Child marriage bill

पाकिस्तान: मुस्लिमों के लिए बच्चों के निकाह के खिलाफ पारित हुआ विधेयक, लोगों ने कहा इस्लाम के खिलाफ

प्रतीकात्मक तस्वीर

संघ स्वयंसेवकों का कमाल : गांव-बस्तियों में क्रांति, बाल विवाह-छुआछूत का हुआ अंत, शिक्षा से बदली जिंदगी

प्रतीकात्मक तस्वीर

भारत में 11 लाख बच्चे बाल विवाह के खतरे में: NCPCR की 2023-24 रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश सबसे आगे

20 साल बाद  बाल विवाह की बेड़ियों से मुक्त हुई

4 महीने की उम्र में हुई थी शादी, 20 साल बाद टूटी बाल विवाह की बेड़ियाँ: जोधपुर कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला

निकाह का पंजीकरण जरूरी

जनसांख्यिकीय परिवर्तनों पर  होगा केन्द्रित

असम सरकार लाएगी जनसांख्यिकी परिवर्तन पर श्वेत पत्र

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वालों 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

लालू प्रसाद यादव

चारा घोटाला: लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ा झटका, सजा बढ़ाने की सीबीआई याचिका स्वीकार

कन्वर्जन कराकर इस्लामिक संगठनों में पैठ बना रहा था ‘मौलाना छांगुर’

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies