पुणे जिले के दौंड में भीमा नदी से मिले एक परिवार के सात सदस्यों के शव मिलने के मामले में पुलिस ने इसे हत्या बताते हुए चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार रंजिश और वैमनस्य की बजह से एक ही परिवार के सात लोगों की हत्या की गई थी।
पुणे जिले के पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि भीमा नदी से चार शव 18 से 21 जनवरी के बीच बरामद किए गए और अन्य तीन शव आज निकाले गए हैं। मृतकों की पहचान मोहन पवार (45), उनकी पत्नी संगीता मोहन (40), उनकी बेटी रानी फुलवारे (24), दामाद श्याम फुलवारे (28) और तीन से सात साल के तीन बच्चों के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि पहले संदेह था कि यह आत्महत्या का मामला है, लेकिन जांच के बाद पता चला कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या का मामला है। इसी वजह से इस मामले में हत्या के तहत मामला दर्ज किया गया। इस मामले में चार आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपितों ने सातों की हत्या करना कबूल किया है। मामले की गहन छानबीन जारी है।
जानकारी के अनुसार पुणे में भीमा नदी में एक के एक सात मिलने से खलबली मच गई थी। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपितों में एक के बेटे की सडक़ दुर्घटना में मौत हो गई थी। उसे शक था कि बेटे की दुर्घटना के पीछे मोहन पवार हैं। उसने इसी वजह से सोची समझी साजिश के तहत सातों की हत्या कर शव नदी में फेंक दिए।
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