मध्यप्रदेश के इंदौर में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन किया। तीन दिवसीय यह सम्मेलन रविवार को ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में शुरू हुआ है। इस साल सम्मेलन का विषय है ‘प्रवासी भारतीयः अमृत काल में भारत की प्रगति में विश्वसनीय भागीदार’। प्रधानमंत्री ने अपने शुरुआती संबोधन में सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे प्रवासी भारतीयों का डेढ़ करोड़ भारतीयों की तरफ से अभिनंदन किया।
गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली सम्मलेन के मुख्य अतिथि और सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी विशिष्ट अतिथि हैं। प्रधानमंत्री के संबोधन से पहले संतोखी और इरफान ने विचार रखे। प्रधानमंत्री ‘आजादी का अमृत महोत्सव-भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में प्रवासी भारतीयों का योगदान’ विषय पर डिजिटल प्रवासी भारतीय दिवस प्रदर्शनी का भी उद्घाटन करेंगे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मंगलवार को यहां प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार 2023 प्रदान करने के साथ इस सम्मेलन के समापन सत्र की अध्यक्षता करेंगी। इस सम्मेलन में 70 देशों के 3800 से ज्यादा प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। इससे पहले इंदौर पहुंचने पर विमानतल पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा और संस्कृति मंत्री ऊषा ठाकुर ने अगवानी की।
समारोह में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि सम्मेलन में आप सबका स्वागत है। यह सम्मेलन एक परंपरा है। प्रधानमंत्री के विजन और मार्गदर्शन से हमें अपने लक्ष्य हासिल करने में सफलता मिलेगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आजादी के अमृत काल में मुझे ऐसा लग रहा है कि मध्यप्रदेश में अमृत वर्षा हो रही है। इंदौर ने अपने दिल के दरवाजे भी खोले हैं और अपने घरों के दरवाजे भी खोले हैं। प्रधानमंत्री के एक-एक मंत्र को मध्यप्रदेश ने साकार करने की कोशिश की है। आज भारत दुनिया को शांति और प्रेम का संदेश दे रहा है।
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