रांची में सुषमा बड़ाईक को बीच सड़क पर गोली मारने के मामले में झारखंड पुलिस ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की पार्टी ‘हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा’ के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान को गिरफ्तार किया है। दानिश की गिरफ्तारी झारखंड पुलिस ने बिहार के आरा से की है
यह है पूरा मामला
सुषमा बड़ाईक को निशाना बनाते हुए 13 दिसंबर, 2022 की सुबह रांची के सहजानंद चौक के निकट अपराधियों ने तीन गोली चलाई थी, उनमें से दो सुषमा को लगी थीं। उनके अंगरक्षक और स्थानीय लोगों की मदद से सुषमा को पहले रिम्स में भर्ती कराया गया। वहां से बेहतर इलाज के लिए मेडिका अस्पताल ले जाया गया। घायल सुषमा ने पुलिस को जानकारी दी कि वह अपने घर से उच्च न्यायालय जा रही थी, लेकिन सहजानंद चौक के निकट पहुंचने से पहले ही घात लगाए अपराधियों ने गोलीबारी कर दी। इसे लेकर 6 लोगों के विरुद्ध शक जताते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। इस घटना के बाद झारखंड पुलिस की ओर से एसआईटी का गठन किया गया। इसके बाद पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपराधियों की पहचान कर रही है। बता दें कि सुषमा ने कई ‘बड़े’ लोगों के विरुद्ध यौन शोषण का मामले दर्ज करा रखे हैं। इसलिए उन्हें काफी लंबे समय से धमकियां मिल रही थीं। यही कारण है कि सुषमा को अंगरक्षक भी मिला हुआ है।
चर्चा में सुषमा बड़ाईक का नाम क्यों?
सुषमा का नाम सबसे पहले चर्चा में तब आया जब एक आईपीएस ऑफिसर पीएस नटराजन के साथ उनका वीडियो वायरल हुआ था। सुषमा ने पीएस नटराजन पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। इसके बाद 2012 में पीएस नटराजन को बर्खास्त कर दिया गया था। हालांकि पूरे मामले की जांच के बाद नटराजन को आरोपों से बरी कर दिया गया था। इसके बाद सुषमा बड़ाईक ने 50 से अधिक लोगों पर बलात्कार और यौन शोषण का आरोप भी लगाए थे। इनमें से कई मामले अभी भी न्यायालय में चल रहे है।
दस वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। राजनीति, सामाजिक और सम-सामायिक मुद्दों पर पैनी नजर। कर्मभूमि झारखंड।
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