सपा विधायक इरफान सोलंकी के खिलाफ कानपुर जनपद में एक और एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि इरफान सोलंकी ने बांग्लादेशी परिवार को भारतीय पहचान पत्र बनवाने के लिए कागजात को प्रमाणित किया था। जमीन कब्जा करने के मामले में इरफान सोलंकी जेल में है। रिज़वान भी जेल में है। रिज़वान कई साल से कानपुर में अपनी पहचान छिपा कर रह रहा था।
जानकारी के अनुसार सीसामऊ विधानसभा से विधायक हाजी इरफान सोलंकी ने प्रमाणित किया था कि व्यक्तिगत तौर पर वे रिजवान को जानते हैं। इरफान सोलंकी ने रिज़वान और उसके परिवार के लोगों का भारतीय होना प्रामाणित किया था। विधायक इरफ़ान के हस्ताक्षर की जांच कराई जा रही है। एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। मुख्य अभियुक्त के तीन आधार कार्ड मिले थे जिसमें नाम एक ही जैसा है, केवल पता अलग अलग है। परिवार के सभी सदस्यों के दो-दो पासपोर्ट बरामद किये गए थे।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के कानपुर में जनपद काफी समय से ये बांग्लादेशी परिवार छिपकर रह रहा था। बांग्लादेशी रिजवान ने भारतीय पहचान पत्र भी बनवा लिया था। वो कई देशों की यात्रा भी कर चुका है। उसका पासपोर्ट कैसे बना। उसके पास इतना धन कहां से आया जबकि वो कोई काम नहीं करता है। उसकी आय का स्रोत क्या था। यह जानने के लिए पुलिस ने रिजवान को कस्टडी रिमांड पर लिया था। पुलिस ने न्यायालय से 14 दिन की कस्टडी रिमांड की मांग की थी मगर न्यायालय ने रिजवान की मात्र 9 घंटे की ही कस्टडी रिमांड मंजूर की।
रिमांड के दौरान पूछताछ में रिज़वान ने बताया कि वो हवाला का काम करता है। उसका पाकिस्तान में कई लोगों से संपर्क है। वो कई देशों की यात्रा भी कर चुका है।
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