लखनऊ में किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं को ड्रेस कोड का पालन करना होगा। कक्षा, वार्ड और अस्पताल में डॉक्टरों वाले परिधान ही पहनने होंगे, ताकि मरीजों के बीच जब वो जाएं तो डॉक्टर की तरह दिखें। एमबीबीएस, बीडीएस, एमडी, एमडीएस, एमएस, डीएम, एमसीएच, नर्सिंग, पैरामेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्र और रेजिडेंट डॉक्टर औपचारिक परिधान ही पहनेंगे।
औपचारिक परिधान अनुशासन का हिस्सा है। ऐसे में छात्र कक्षा, वार्ड और अस्पताल में जींस, योगा पैंट, पोलो शर्ट और कैपरी नहीं पहन सकेंगे। मेडिकल के छात्र-छात्राएं जब मरीजों से मिलें तो वो डॉक्टर की तरह दिखाई दें। औपचारिक परिधान पर नेम प्लेट लगी होगी। इस नेम प्लेट पर छात्र का नाम और बैच लिखा होगा। इस नेम प्लेट को डीएसडब्ल्यू कार्यालय उपलब्ध कराएगा। पहचान पत्र दिया जाएगा जिसमें एक विशेष बारकोड लगा होगा।
केजीएमयू की तरफ से कहा गया है कि ड्रेस कोड लागू करने का अर्थ यह बिलकुल नहीं है कि जींस और टी शर्ट पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी गई है। ड्रेस कोड का पालन कक्षा में पढ़ाई के दौरान, वार्ड एवं अस्पताल में करना होगा। इसके अतिरिक्त सभी छात्र अपनी पसंद के अनुसार परिधान पहन सकेंगे। जानकारी के अनुसार लोहिया संस्थान में भी एमबीबीएस के छात्र- छात्राओं के लिए एप्रन और फॉर्मल ड्रेस पहनने का नियम है। पीजीआई में भी छात्रों के लिए एप्रन और फॉर्मल ड्रेस पहनने का नियम है।
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