श्रद्धा वाकर की हत्या के मामले में आरोपित आफताब पर ‘लव जिहाद’ के आरोप लग रहे हैं। श्रद्धा के पिता विकास वॉकर ने कहा कि उन्हें पहले ही लव जिहाद कोण पर संदेह था। अब वे आफताब के लिए मौत की सजा की मांग कर रहे हैं। विकास वॉकर ने कहा है कि उन्हें दिल्ली पुलिस पर पूरा भरोसा है और जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है। श्रद्धा अपने चाचा के करीब थी और मुझसे ज्यादा बात नहीं करती थी। आगे उन्होंने कहा कि वे कभी भी आफताब के संपर्क में नही रहे और उन्होंने ही मुंबई के वसई में पहली शिकायत दर्ज कराई थी।
श्रद्धा के पिता विकास मदन वॉकर ने बताया कि श्रद्धा और आफताब के रिश्ते के बारे में परिवार को 18 महीने बाद पता चला था। श्रद्धा ने अपनी मां से साल 2019 में कहा था कि वह आफताब के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में है। इसका उन्होंने और पत्नी ने विरोध किया था। तब श्रद्धा नाराज हो गई और उसने कहा कि अब वह 25 साल की हो गई है और उसे अपने फैसले लेने का पूरा हक है। आगे विकास मदन ने यह बताया कि उनकी बेटी ने कहा कि आफताब के साथ लिव-इन में रहना चाहती है। उसने गुस्से में आकर यहां तक कहा कि आज से उनकी बेटी नहीं। यह कहकर श्रद्धा घर से जाने लगी, तो मेरी पत्नी ने उसे काफी मनाया, लेकिन वह नहीं मानी और आफताब के साथ चली गई।
इसी संदर्भ में विकास मदन ने बताया कि हमें उसके दोस्तों से ही श्रद्धा की जानकारी मिल पाती थी। कुछ दिन बाद उसकी मां गुजर गई। मां की मौत के बाद श्रद्धा ने मुझसे एक-दो बार बातचीत की थी। तब उसने बताया था कि आफताब के साथ उसके रिश्ते में कड़वाहट आ गई है। उस दौरान वह एक बार घर भी आई और बताया कि आफताब उसके साथ मारपीट करता है। तब मैंने उसे वापस घर आने को कहा था। मगर, आफताब के मनाने पर वह उसके साथ चली गई। उन्होंने कहा कि अगर बेटी बात मान लेती तो आज जिंदा होती। अफसोस है कि बेटी ने प्यार में जिद्द के चलते मेरी बात को नहीं माना।
उल्लेखनीय है कि 26 साल की श्रद्धा मुंबई के मलाड की रहने वाली थी और एक मल्टीनेशनल कंपनी के कॉल सेंटर में काम करती थी। जबकि आफताब अमीन फूड ब्लॉगर है। इंस्टाग्राम पर उसका पर्सनल अकाउंट द हंगरी छोकरो के नाम से है। जबकि उसका फूड ब्लॉग इंस्टाग्राम पर द हंगरी छोकरो_एस्कैपेड्स नाम से है। आफताब ने पर्सनल ब्लॉग पर आखिरी फोटो 3 मार्च 2019 को पोस्ट किया था। जबकि अपने फूड ब्लॉग से उसने आखिरी फोटो दो फरवरी को पोस्ट किया था।
पुलिस सूत्रों की माने तो 2022 में दिल्ली आने से पहले 2019 में दोनों रिश्ते में आ गये थे। पहले कुछ समय के लिए महाराष्ट्र में रहे, लेकिन भविष्य की योजना लेकर कई जगहों पर जाते रहे। पुलिस के मुताबिक मार्च-अप्रैल में वे हिल स्टेशन गए थे। दोनों मई में कुछ दिनों के लिए हिमाचल प्रदेश गए थे और साथ ही ठहरे थे। वहीं उनकी भेंट दिल्ली के छतरपुर में रहने वाले एक व्यक्ति से हुई थी।
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली शिफ्ट होने के बाद वे शुरुआत में उसी व्यक्ति के फ्लैट पर रुके थे, जिससे वे हिमाचल में मिले थे। बाद में आफताब ने छतरपुर में एक अन्य फ्लैट को किराए पर लिया था, जहां वह श्रद्धा के साथ रहने लगा। 18 मई को छतरपुर के उसी फ्लैट में कथित तौर पर श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी गई। पुलिस को पता चला है कि हत्या के कुछ दिन पहले कमरा किराए पर लिया गया था।
सूत्रों की माने तो यह भी जांच का विषय है कि क्या आफताब ने पहले ही उसकी हत्या की साजिश रची थी। आरोपित ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि इस समय लोगों की आवाजाही कम होने के कारण वह रात 2:00 बजे शव के टुकड़ों को ठिकाने लगाने के लिए ले जाता था। पुलिस को पता चला है कि आरोपित आफताब ने स्नातक की पढ़ाई की है और परिवार के साथ मुंबई में रहता है।
आफताब के सोशल मीडिया को देखने से पता चलता है कि उसने कुछ समय के लिए फूड ब्लॉगिंग भी की थी, हालांकि लंबे समय से उसकी ब्लॉगिंग के बारे में कोई वीडियो नहीं आया था। उसकी आखिरी पोस्ट बीते फरवरी महीने में आई थी, जिसके बाद कोई गतिविधि नहीं हुई। उनके इंस्टाग्राम पर 28,000 से ज्यादा फॉलोअर्स हैं। पुलिस के मुताबिक कुछ समय पहले तक श्रद्धा और आफताब दोनों कॉल सेंटर में काम करते थे।
शुरुआती जांच में पता चला है कि हत्या के बाद आफताब शाम 6-7 बजे तक घर आ जाता था और फ्रिज में रखे शव के टुकड़ों को डिस्पोजल के लिए ले जाता था। एक काली पन्नी थी, लेकिन टुकड़ों को जंगल में पन्नी से निकालकर फेंक देता था, जिससे यह पता लगाना मुश्किल हो गया था कि टुकड़े फेंके गए थे या अवशेष जानवरों के शिकार के कारण थे।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक,आफताब ने वारदात से पहले अमेरिकी क्राइम शो डेक्स्टर समेत कई क्राइम मूवीज और शोज देखे थे। उसने साक्ष्य मिटाने के लिए गूगल पर खून साफ करने का तरीका भी ढूंढा था। इसके बाद ही उसने श्रद्धा की हत्या की। फिर आरी से काटकर उसकी बॉडी के 35 टुकड़े किए। वह फ्रिज खरीदकर लाया और दुर्गंध को दबाने के लिए अगरबत्ती जलाता रहा। पुलिस के मुताबिक 18 दिनों तक रोज रात दो बजे श्रद्धा के शव के टुकड़े जंगल में फेंकता रहा।
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